बॅटन रुज हत्याकाण्ड से अमरिकी समाज में नस्लीय भेदभाव की तीव्रता बढ़ने के संकेत

वॉशिंग्टन, दि. १८ (वृत्तसंस्था) – अमरीका के लुइसियाना प्रांत के ‘बॅटन रुज’ में ‘गेव्हिन लाँग’ नामक अश्‍वेत हमलावर द्वारा की गई गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हुई है तथा तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं| १० दिन पहले ही डलास में एक अश्‍वेत हमलावर ने पाच पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी| इस नयी घटना के बाद अमरीका के गौरेतर (अफ्रीकी-अमरिकी) समाज में पुलिसी अत्याचार के खिलाफ़ तीव्र ग़ुस्सा फिर से सामने आया है| इस हत्याकांड की पार्श्‍वभूमि पर अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने, देश की जनता को एकता कायम रखने का आवाहन किया है|

बॅटन रुज पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार, रविवार को सुबह लगभग नौ बजे अर्लाइन हायवे के पेट्रोल स्टेशन के नज़दीक यह घटना घटी| २९ साल का गेव्हिन लाँग हाथ में ‘ऍसॉल्ट रायफल’ लेकर घूम रहा होने की रिपोर्ट दर्ज़ की गयी थी| उसपर कार्रवाई करने के लिए स्थानीय पुलिस की टीम वहाँ जा पहुँची| कार्रवाई के दौरान लाँग द्वारा पुलिस पर ज़ोरदार गोलीबारी की गयी| इस गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गयी तथा तीन पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जखमी हुए| मारे गये पुलिसकर्मियों में, ‘मॉंट्रेल जॅक्सन’ नामक अश्‍वेत पुलिसकर्मी के साथ ‘मॅथ्यू गेराल्ड’ और ‘ब्रॅड गॅराफोला’ भी शामिल है|

Baton-Rougeहमलावर गेव्हिन लाँग भूतपूर्व अमरिकी सैनिक है| सन २००५ से लेकर २०१० तक ‘मरिन कॉर्प्स’ के तौर पर सक्रिय रहे लाँग की २००८ में इराक में भी तैनाती हुई थी| वह अमरीका में, ‘अफ्रीकी-अमरिकी’ लोगों के लिए काम करनेवाले ‘नेशन ऑफ इस्लाम’ नामक संगठन से संबंधित होने का दावा भी किया जा रहा है| लाँग द्वारा सोशल नेटवर्किंग साईट्स पर अपलोड़ गये व्हिडिओज् में, अश्‍वेत समाज पर हो रही नाइन्साफ़ी के खिलाफ नाराज़गी दर्शानेवाले आक्रामक वक्तव्य किये गये हैं| साथ ही, इस नाइन्साफी का करारा जवाब देने की जरूरत भी बतायी गयी है|

Baton-Rouge1७ जुलाई को डलास में हुआ पुलिसकर्मियों का हत्याकाण्ड और बॅटन रुज की घटना से, अश्‍वेत समाज में पुलिसों के खिलाफ रही नाराज़गी  और नफ़रत तीव्रता के साथ सामने आती हुई दिख रही है| अमरीका की स्वतंत्रता को २४० साल होने के बाद भी श्‍वेत और अश्‍वेत समाज के बीच की दरार और भी बढती हुई दिखाई दे रही है| आठ साल पहले, बराक ओबामा के रूप में देश को पहला अफ्रीकी-अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष मिला था| लेकिन उसके बाद भी अमरीका की स्थिति में किसी भी तरह का बदलाव नज़र नहीं आ रहा है| पिछले कुछ सालों से बढती हिंसक वारदातों ने यह बात स्पष्ट रूप से उजागर कर दी है|

रविवार को बॅटन रुज में हुए हत्याकाण्ड के बाद, देश की जनता को एकता क़ायम रखने का आवाहन करते हुए अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने कहा, ‘पुलिसकर्मियों पर हो रहे हमलों को किसी भी रूप से उचित नहीं ठहराया जा सकता| अमरीका को यह बात स्पष्ट रूप से कहनी चाहिए| अमरिकी लोगों को अब, देश को तोडने के बजाय उसे जोड़े रखनेवालीं बातें तथा कृतियों पर ध्यान देना चाहिए|’

डेमोक्रॅट पार्टी की राष्ट्राध्यक्षपद चुनाव की उम्मीदवार हिलरी क्लिंटन ने, बॅटन रुज में हुए हत्याकांड को ‘पूरी अमरीका पर हुआ हमला’ बताया| वहीं, रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प ने इस घटना पर तीव्र संवेदना जताते हुए कहा कि ऐसी हत्याओं के लिए देश में रहनेवाला नेतृत्व का अभाव ज़िम्मेदार है|

लेकिन अमरिकी नेताओं द्वारा किये जा रहे ये आवाहन तथा संदेश, देश में बढ़ रही नस्लीय भेदभाव की दरार को कम करने में या ख़त्म करने में असफल साबित हो रहे हैं| दो साल पहले, मिसौरी प्रांत के ‘फर्ग्युसन’ में अश्‍वेत युवा की हत्या के बाद पूरे देश में तीव्र प्रदर्शन हुए थे| अमरिकी काँग्रेस में, पुलिसी कार्रवाई के खिलाफ़ कदम उठाने के तौर पर विधेयक और प्रावधान भी पारित हुए थे| ‘ब्लॅक लाईव्हज् मॅटर’ जैसे घोषवाक्यों का इस्तेमाल करते हुए अश्‍वेत लोगों पर होनेवाली कार्रवाई पर भी आवाज़ उठायी गयी थी|

लेकिन दो साल बाद, इस आवाज़ के साथ ही, अमरिकी सुरक्षा एजन्सियो द्वारा हो रही कार्रवाई और उसके खिलाफ़ दिया जा रहा हिंसक जवाब इनका प्रमाण बढ़ता हुआ नज़र आ रहा है| नये हत्याकाण्ड के बाद यह बात साफ़ तौर पर सामने आती दिखायी दे रही है|

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