पाकिस्तान में ‘सीपीईसी’ के खिलाफ़ बलोच और सिंध के विद्रोहियों की हुई एकता

कराची – पाकिस्तान में चीन के हितसंबंधों पर एवं ‘चायना पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरिडॉर’ (सीपीईसी) परियोजना पर हमले करने के लिए पाकिस्तान में दो बागी संगठनों की एकता हुई है। ‘बलोच राजी अजोइ संगर’ और ‘सिंधूदेश रिवोल्युशनरी आर्मी’ इन संगठनों ने ‘सीपीईसी’ को लक्ष्य करने का ऐलान किया है। ऐसा होने पर चीन के इस अरबों डॉलर्स की परियोजना की सुरक्षा की किमत में बढ़ोतरी होगी, ऐसी जानकारी सामने आ रही है।

CPECबीते सप्ताह में बलोच बागी संगठन ने सिंध की विद्रोही संगठन के साथ हाथ मिलाने का ऐलान किया था। ‘चीन की विस्तारवादी और आक्रामक कार्रवाईयों के कारण सिंध और बलोचिस्तान का समान नुकसान हुआ है। ‘सीपीईसी’ परियोजना के आड़े चीन सिंध और बलोचिस्तान को अपने नियंत्रण में लेने की कोशिश कर रहा है। बादीन से ग्वादर बंदरगाह तक के तटीय क्षेत्र पर चीन को कब्ज़ा करना है’, यह आरोप बलोच संगठन ने किया था।

सिंध और बलोचिस्तान में चीन की ऐसी विस्तारवादी गतिविधियों पर उत्तर देने के लिए जून महीने में कराची के शेअर बाजार की इमारत पर हमला किया गया था। बलोच और सिंध बागियों ने मिलकर यह कारवाई की थी, यह जानकारी भी इस संगठन ने साझा की। साथ ही आनेवाले दिनों में बलोचिस्तान एवं सिंध प्रांत में चीन की ‘सीपीईसी’ परियोजना पर हमले करने का इशारा भी इस संगठन ने दिया है। बलोच संगठन के इस इशारे पर पाकिस्तान में विश्‍लेषकों ने अलग अलग प्रतिक्रियाए दर्ज़ की है।

CPECबलोच और सिंधी संगठन ने हाथ मिलाने से चीन की इस परियोजना का ज़्यादा नुकसान नहीं होगा एवं चीन या पाकिस्तान इससे संबंधित समझौते से पीछे भी नहीं हटेंगे, यह दावा एक विश्‍लेषक ने किया है। ऐसे में बलोच और सिंध की संगठनों के हमलों की वजह से या हमलों की संभआवना से चीन और पाकिस्तान को ‘सीपीईसी’ की सुरक्षा में बढ़ोतरी करनी पडेगी। इसका सीधा असर इस परियोजना की कुल कीमत पर पडेगा, यह बात अन्य एक विश्‍लेषक ने कही है। ऐसा होने पर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था अधिक संकट में फंसेगी, यह इशारा कुछ पाकिस्तानी विश्‍लेषक दे रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.