ऑस्ट्रेलिया ने कोरोना वायरस की जाँच करने की माँग करना यानी चीन का विश्‍वासघात – ऑस्ट्रेलिया के वरिष्ठ चीनी अधिकारी का आरोप

कॅनबेरा – कोरोना वायरस के मुद्दे पर अमरीका पूरा दोष चीन पर लगाने की कोशिश कर रही है और तभी ऑस्ट्रेलिया ने कोरोना वायरस को लेकर जाँच करने की माँग करना यानी चीन का विश्‍वासघात था, ऐसा सनसनीखेज आरोप वरिष्ठ चीनी अधिकारी वैंग शिनिंग ने किया है। शिनिंग ऑस्ट्रेलिया में चीनी दूतावास के उप-प्रमुख हैं और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को लक्ष्य करते समय ज्युलियस सीज़र नामक नाटक के ‘ब्रुटस्‌ यु टू’ इस विधान का आधार लिया। साथ ही अमरीका चीन और ऑस्ट्रेलिया के संबंधों में दरार ड़ालने की कोशिश कर रही है, यह दावा भी उन्होंने किया।

चीन का विश्‍वासघात

अप्रैल महीने में ऑस्ट्रेलिया ने कोरोना की महामारी के मुद्दे पर आक्रामक भूमिका अपनाई थी। इस महामारी की जड़ें और अन्य बातों की ‘डब्ल्यूएचओ’ यानी ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनायज़ेशन’ से जाँच करने की माँग ऑस्ट्रेलिया ने की थी। इसके लिए ‘डब्ल्यूएचओ’ में प्रस्ताव पेश करने के लिए भी ऑस्ट्रेलिया ने पहल की थी। ऑस्ट्रेलिया की इन गतिविधियों पर चीन ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त की थी। ऑस्ट्रेलिया ने ‘डब्ल्यूएचओ’ में प्रस्ताव रखने पर बड़ा आर्थिक झटका बर्दाश्‍त करना पडेगा, यह धमकी चीन ने दी थी। लेकिन, चीन की ओर अनदेखा करके ऑस्ट्रेलिया अपनी भूमिका पर कायम रहा। इससे गुस्सा हुए चीन ने ऑस्ट्रेलिया के उत्पादनों पर सीधे ८०% कर लगाने का ऐलान किया था। इसके बाद चीन ने अपने पर्यटकों को एवं छात्रों को ऑस्ट्रेलिया न जाने की सलाह दी थी।

चीन से प्राप्त हो रही धमकियां और इशारों के बाद भी ऑस्ट्रेलिया ने अपनी भूमिका कायम रखी है। कोरोना वायरस के मुद्दे के साथ ही हाँगकाँग, तैवान एवं साउथ चायना सी के मुद्दे पर भी ऑस्ट्रेलिया ने आक्रामक भुमिका अपनाई है। बीते महीने में ही ऑस्ट्रेलिया ने साउथ चायना सी क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों को लेकर चीन ने किए गए सभी दावे ठुकराने की भूमिका अपनाई थी। उसी समय हाँगकाँग में चीन ने थोंपे नए कानून की वजह से बाहर निकल रहे नागरिकों का ऑस्ट्रेलिया में स्वागत होगा, यह ऐलान भी किया था।

चीन का विश्‍वासघात

चीन और ऑस्ट्रेलिया इन प्रमुख व्यापारी साझेदार देशों में बना तनाव बीते कुछ वर्षों से धीरे धीरे सामने आ रहा था। ऑस्ट्रेलिया के अंदरुनि राजनीति में दखलअंदाज़ी और सायबर हमलों जैसे मुद्दों की वजह से बढ़े तनाव के दौरान ही इस वर्ष कोरोना की महामारी की बढ़ोतरी हुई है। दोनों देशों के संबंध अब काफी ज्यादा बिगड़े हुए दिख रहे हैं। साउथ चायना सी के मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया ने अपनाई आक्रामक भूमिका की वजह से भविष्य में दोनों देशों के संबंध पहले की तरह होने की संभावना खत्म होती दिख रही है। इस पृष्ठभूमि पर ऑस्ट्रेलिया में चीनी दूतावास के उप-प्रमुख ने किए दावे ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

कोरोना वायरस की जाँच पर ऑस्ट्रेलिया पर विश्‍वासघात का आरोप कर रहे चीनी अधिकारी शिनिंग ने इसकी जड़ें जाँच से बाहर आने के मुद्दे पर बोलना टाल दिया है। साथ ही ऑस्ट्रेलिया स्थित चीनी अधिकारी और नागरिक दोनों देशों के बीच अच्छे संबंधों के लिए कोशिश कर रहे हैं तभी अन्य घटक यही संबंध बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, यह आरोप भी उन्होंने लगाया।

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