चीन के साथ व्यापार के मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया पुख्ता भूमिका अपनाए – अमरिकी विदेशमंत्री का निवेदन

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कैनबरा – चीन के साथ होनेवाले व्यापारी संबंध एवं चीन के लष्कर से होनेवाली गतिविधियां एक दूसरों से जुड़ी है| इसका एहसास रखते हुए ऑस्ट्रेलिया ने चीन के साथ व्यापार के मुद्दे पर ठोस भूमिका लेने का आवश्यकता होने की चेतावनी अमरिकी विदेशमंत्री ने दी है| विदेश मंत्री पोम्पिओ फिलहाल इंडो-पैसिफिक के दौरे पर होकर ऑस्ट्रेलिया की भेंट इसमें से महत्वपूर्ण स्तर है| इस दौरे में अमरिका एवं ऑस्ट्रेलिया संबंध मजबूत करने के मुद्दे पर चर्चा करते समय पोम्पिओ ने चीन के साथ होनेवाला सहयोग महत्वपूर्ण घटक होने की बात सूचित की है|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के विरोध में आक्रामक व्यापार युद्ध छेड़ा है और हालही में चीन से आयात हो रहे सामान पर अतिरिक्त कर जारी करने की घोषणा की थी| अमरिका एवं चीन में शुरू इस व्यापार युद्ध का असर दुनिया के विभिन्न भागों में दिखाई दे रहा है और दोनों देशों के साथ व्यापारिक सहयोग होनेवाले देशों की भूमिका इस मामले में ध्यान केंद्रित करनेवाली साबित हो रही है| इस पृष्ठभूमि पर कई देशों ने चीन से नजदीकी बढ़ाने की भूमिका ली है और इन प्रयत्नों पर अमरिका ने स्पष्ट नाराजगी व्यक्त की है|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष एवं ऑस्ट्रेलिया के संबंध फिलहाल अच्छी स्थिति में होकर ऑस्ट्रेलिया ने व्यापार तथा अन्य मुद्दों पर चीन से खुलेआम संघर्ष की भूमिका ली है| कुछ दिनों पहले चीन के विदेशमंत्री वैंग यी ने भी ऑस्ट्रेलिया के साथ संबंध बिगड़ने का बयान दिया था| पर ऑस्ट्रेलिया में एक बड़ा गुट अमरिका के साथ नजदीकी को विरोध कर रहा है और प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने अमरिका के धारणाओं का समर्थन करने की आवश्यकता ना होने की चेतावनी दे रहा है| जिसमें सत्ताधारी पक्ष के कुछ सदस्यों का तथा वरिष्ठ विश्‍लेषक एवं विशेषज्ञों का समावेश है|

इसका एहसास होनेवाले अमरिकी विदेशमंत्री ने ऑस्ट्रेलिया सरकार को चीन के साथ व्यापार के मुद्दे पर ठोस भूमिका लेने की आवश्यकता होने की तरफ ध्यान केंद्रित किया है| यह ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ा व्यापारी साझेदार होकर पिछले कुछ वर्षों में चीन ने ऑस्ट्रेलिया में बड़ी तादाद में निवेश किया है| जिसकी वजह से चीन के साथ व्यापारिक संबंध में कटुता आने पर ऑस्ट्रेलिया के वित्त व्यवस्था को झटके लग सकते हैं| पर साउथ चाइना सी एवं इंडो-पैसिफिक में चीन की आक्रामकता को विरोध करनेवाले ऑस्ट्रेलिया ने व्यापार युद्ध के बारे में स्पष्ट धारणा का स्वीकार करने की आवश्यकता है, ऐसा पोम्पिओ ने सूचित किया है|

‘कुछ लोग व्यापार एवं सुरक्षा का मुद्दा अलग-अलग होने की बात कहने का प्रयत्न करते हैं| पर चीन के बारे में यह गलती नहीं कर सकते| चीन के साथ व्यापारिक सहयोग एवं चीन के लष्कर की गतिविधियां इनका नजदीक से संबंध है| चीन गलत व्यापारी मार्ग से देश का एवं वित्त व्यवस्था का विकास करता है| चीन अन्य देशों से तंत्रज्ञान चुराता है, विदेशी कंपनियों पर दबाव डालता है, इससे चीन का लष्कर सक्षम हो रहा है एवं दुनिया के कोने-कोने में उनके मन में आए वैसे कारवाईयां करता रहा है’, ऐसे शब्दों में अमरिकी विदेशमंत्री ने चीन के साथ होनेवाला व्यापार एवं लष्करी गतिविधियों का संबंध होने का एहसास दिलाया है|

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