‘साउथ चाइना सी’ पर निगरानी रखने के लिए ऑस्ट्रेलिया अमरिका की तरफ से ड्रोन खरीदेगा – ऑस्ट्रेलियन सरकार की घोषणा

सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के समुद्री क्षेत्र में चीन के विध्वंसकों की गतिविधियाँ बढ़ रहीं हैं, ऐसे में ऑस्ट्रेलिया अमरिका से निगरानी विमानों की खरीदारी करने वाला है। इसके लिए ऑस्ट्रेलिया ने अमरिका के साथ लगभग सवा पाँच अरब डॉलर्स का अनुबंध किया है, ऐसा कहा जा रहा है। इस ड्रोन्स की सहायता ऑस्ट्रेलियन नौसेना सीधे ‘साउथ चाइना सी’ तक गश्त लगाने वाली है, ऐसी घोषणा ऑस्ट्रेलियन रक्षा उद्योग मंत्री ने की है। उसीके साथ ही मलेशिया का ऑस्ट्रेलियन वायु सेना इस्तेमाल कर रहा हवाई अड्डा अद्ययावत करनी की तैयारी ऑस्ट्रेलियन सरकार ने की है।

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री माल्कम टर्नबुल ने दो दिनों पहले रक्षा सज्जता के बारे में महत्वपूर्ण घोषणा की थी। ऑस्ट्रेलियन नौसेना और वायुसेना के सामर्थ्य में बढ़ोत्तरी करने के लिए ड्रोन्स, पनडुब्बियां, विध्वंसक और गश्ती नौकाएं खरीदने वाले हैं, इस बात को टर्नबुल ने स्पष्ट किया है। इसमें अमरिका की तरफ से ‘एमक्यू – ४ सी ट्रायटन’ इस ड्रोन का समावेश होने की जानकारी टर्नबुल ने दी है। इसके लिए ऑस्ट्रेलिया ने अमरिका के साथ छः ‘ट्रायटन’ ड्रोन के लिए ५.२ अरब डॉलर्स का अनुबंध किया है।

साउथ चाइना सी, निगरानी रखने, अमरिका, ड्रोन खरीदेगा, ऑस्ट्रेलियन नौसेना, घोषणा, सिडनी, मलेशियाइसमें ड्रोन की खरीदारी के साथ साथ अमरिकी ड्रोन्स का ऑस्ट्रेलिया में निर्माण करने के अनुबंध का भी समावेश है। ऑस्ट्रेलियन नौसेना के ‘पी-८ पोसायडन’ इस लंबी दूरी के निगरानी विमान को सहायक के तौर पर ट्रायटन ड्रोन तैनात किये जाएंगे, ऐसा भी टर्नबुल ने कहा है। इस वजह से ऑस्ट्रेलिया के ऑस्ट्रेलिया की समुद्री और हवाई सीमारेखा सुरक्षित होंगी, ऐसा दावा टर्नबुल ने किया है।

अमरिका के ट्रायटन ड्रोन में २४ घंटों तक निगरानी रखने की क्षमता है और ऑस्ट्रेलिया के नौसेना के ‘एपी-३सी ओरियन’ इन निगरानी विमानों के लिए यह ड्रोन उत्तम विकल्प होंगे, ऐसी जानकारी ऑस्ट्रेलिया के रक्षा उद्योग मंत्री ख्रिस्तोफर पेन ने दी है। ट्रायटन ड्रोन की सहायता से ऑस्ट्रेलियन नौसेना हिंदी महासागर, पसिफ़िक महासागर से लेकर दक्षिण के अंटार्क्टिक महासागर और साउथ चाइना सी की सीमा तक गश्त लगाईं जा सकती है, ऐसा पेन ने कहा है।

उसीके साथ ही मलेशिया के ‘बटरवर्थ’ इस हवाई अड्डे के बारे में भी पेन ने महत्वपूर्ण घोषणा की है। पिछले कुछ सालों से ऑस्ट्रेलियन सरकार की तरफ से मलेशिया के ‘बटरबर्थ’ इस हवाई अड्डे का इस्तेमाल किया जा रहा है। ऑस्ट्रेलियन सरकार ने मलेशिया के साथ इस सन्दर्भ में अनुबंध किया था। पिछले कुछ वर्षों से ऑस्ट्रेलिया की तरफ से इस हवाई अड्डे को नजरअंदाज किया जा रहा था। लेकिन इस हवाई अड्डे के अद्ययावतकरण के लिए और ऑस्ट्रेलिया के स्पेशल फ़ोर्स की तैनाती के लिए पेन ने सवा दो करोड़ डॉलर्स के निधि की घोषणा की है। उसीके साथ ही आने वाले समय में इस द्वीप पर ट्रायटन ड्रोन तैनात किए जाने की संभावना को इन्कार नहीं किया जा सकता है, इस बात को पेन ने स्पष्ट किया है।

दौरान, पिछले कुछ हफ़्तों से ‘साउथ चाइना सी’ और ऑस्ट्रेलिया की समुद्री सीमा में चीनी नौसेना की गतिविधियाँ बढ़ गई हैं। दस दिनों पहले चीन ने ऑस्ट्रेलिया की समुद्री सीमा में निगरानी जहाज रवाना किये थे। साथ ही ऑस्ट्रेलिया से नजदीक वनौतू द्वीप पर चीन ने लष्करी तैनाती करने की ख़बरें भी प्रसिद्ध हुईं थी। इस पृष्ठभूमि पर, ‘साउथ चाइना सी’ में निगरानी रखने के लिए ऑस्ट्रेलिया कर रहा ड्रोन की खरीदारी महत्वपूर्ण बात है।

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