इराक में स्थित लष्करी अड्डों पर किया हमला अमरिका के मुंह पर लगाया तमाचा है – ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी का बयान

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतेहरान/बगदाद/वॉशिंग्टन: इराक में स्थित अमरिकी अड्डों पर ईरान ने किए मिसाइल हमलें यह सीर्फ अमरिका के मुंह पर लगाया तमाचा है, यह बयान ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनी ने किया है| खाडी क्षेत्र से अमरिका का अस्तित्व मिटाना यही सबसे अधिक अहम बात है, यह इशारा भी उन्होंने दिया है| ईरान ने अमरिका के साथ मित्रदेशों की तैनाती होनेवाले इराक के अड्डों पर १५ मिसाइल छोडे है और इस हमले में ८० सैनिक मारे जाने का दावा किया है| पर, अमरिका और नाटो सदस्य देशों ने ईरान ने किया यह दावा ठुकराया है|

मंगलवार के दिन किया मिसाइल हमला काफी साबित होगा, इस समझ में ना रहें| खाडी से अमरिका का भ्रष्ट अस्तित्व मिटाना सबसे अधिक अहमियत रखता है| जागतिक स्तर पर दबंगगिरी कर रहे देशों का सामना करने के लिए ईरान तैयार है’, यह इशारा भी खामेनी ने इस दौरान दिया| साथ ही इसके आगे ईरान के परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर अमरिका के साथ किसी भी प्रकार की बातचीत नही होगी, यह बात भी खामेनी ने स्पष्ट की|

पिछले हफ्ते में अमरिका ने ईरान के लष्करी नेता मेजर जनरल कासेम सुलेमानी की ड्रोन हमला करके हत्या की थी| इसपर गुस्सा हुई ईरान की हुकूमत ने अमरिका को जवाब देने का इशारा दिया था| अमरिका ने खाडी क्षेत्र में स्थापित किए लष्करी अड्डे ईरान के निशाने पर होने की धमकी भी इस दौरान दी गई थी| मंगलवार की शाम इराक में दो अमरिकी लष्करी अड्डों पर हमलें करके ईरान ने अपनी धमकी सच्चाई में उतारी दिखाई दी|

मंगलवार की शाम करीबन छह बजे ईरान ने अमरिका और मित्रदेशों की तैनाती होनेवाले दो लष्करी ठिकानों पर १५ मिसाइल छोडे| इराक के अल असाद और इरबिल के लष्करी अड्डों पर यह हमलें हुए| ईरान के विदेशमंत्री जावेद झरिफ ने इस हमलें की खबर की पुष्टी की है और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में शामिल ‘आर्टिकल ५१’ के आधार पर आत्मरक्षा के लिए यह हमलें करने का दावा किया|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने भी इराक में लष्करी अड्डों पर हुए हमलों पर संज्ञान लिया है| ‘सब कुछ ठिक है| इराक में दो लष्करी अड्डों पर ईरान से मिसाइल छोडे गए| हमलें में हुए नुकसान की जानकारी प्राप्त करने का काम शुरू है| अबतक सबकुछ ठिक होने की जानकारी है| अमरिका दुनिया का सबसे सामर्थ्यशाली और सुसज्जित सेना रखती है’, इन शब्दों में राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ईरान के मिसाइल हमलों को जवाब देने के संकेत दिए| इसके साथ जल्द ही इससे जुडी पुरी जानकारी घोषित करने की बात ट्रम्प ने कही थी| ‘अल असाद’ यह इराक में स्थित अमरिका का दुसरें क्रमांक का बडा अहम लष्करी अड्डा समझा जाता है| अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने वर्ष २०१८ में इस अड्डे की यात्रा की थी| वही, वर्ष २०१९ में अमरिका के उपराष्ट्राध्यक्ष माईक पेन्स ने भी इस अड्डे की यात्रा की थी, यह कहा जा रहा है|

इरबिल में बने इस अड्डे पर अमरिका के ‘डेल्टा फोर्स’ के कमांडो दल तैनात है और इस दल ने ‘आयएस’ प्रमुख अल बगदादी पर कार्रवाई की थी| अमरिका के साथ इराक में सेना तैनात रखनेवाले अधिकांश देशों ने अपने सैनिक सुरक्षित होने का दावा किया है और कुछ देशों ने अपने सैनिकों को अन्य अड्डों पर स्थानांतरित करने के संकेत दिए है|

इसी बीच अमरिका ने इराक में लष्करी अड्डो पर हुई कार्रवाई पर जवाब देने की कोशिश की तो इस्रायल के साथ दुबई पर हमलें करने की धमकी ईरान ने दी है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.