‘स्विच’ ड्रोन के लिए सेना ने किया १४० करोड़ रुपयों का समझौता – लद्दाख में होगी तैनाती

नई दिल्ली/मुंबई – लद्दाख में बड़ी ऊंचाई के दुर्गम क्षेत्र में भी उड़ान भरने की क्षमता रखनेवाले ‘स्विच’ ड्रोन की खरीद भारतीय सेना कर रही है। इसके लिए सेना ने हाल ही में ‘आयडिया फोर्ज कंपनी’ के साथ समझौता किया। मुंबई ‘आयआयटी’ से पदवी प्राप्त करके स्वयं की कंपनी स्थापित करनेवाले तीन युवकों ने यह ड्रोन विकसित किया है और इस ड्रोन के निर्यात करने का लक्ष्य भी तय किया गया है।

भारतीय सेना को तेज़ हवा बहनेवाले लद्दाख जैसे बड़ी ऊंचाईवाले क्षेत्र में गश्‍त लगाने की क्षमता वाले और बड़ी क्षमता के साथ फोटों खींचकर सेना के नियंत्रण कक्ष तक जानकारी पहुँचाने में सक्षम ड्रोन्स की आवश्‍यकता थी। इसके लिए सेना ने माँग दर्ज़ करने के बाद कुछ बड़ी कंपनियों ने भी ऐसे ड्रोन्स की आपूर्ति करने के लिए उत्सुकता दिखाई थी। इन कंपनियों में इस्रायल की अग्रिम ‘यूएवी’ निर्माता कंपनी इलबिट, टाटा ग्रूप, डायनामिक टेक्नॉलॉजी लिमिटेड, ऐस्टेरिया एरोस्पेस और व्हिटोल एविएशन जैसी कंपनियों का समावेश था। ९ से १२ कंपनियां यह कान्ट्रैक्ट प्राप्त करने की कोशिश में जुटी थीं।

लेकिन, इनमें ‘आयडीया फोर्ज’ ने कामयाबी हासिल की। वर्ष २००७ में ‘आयडीया फोर्ज टेक्नॉलॉजी’ कंपनी का गठन हुआ था। ‘मुंबई आयटीआय’ के तीन मित्रों ने इस कंपनी का गठन किया था। इस कंपनी ने विकसित किया हुआ मानव रहित विमान सेना की उम्मीद पर खरा उतरा है। साथ ही इस स्पर्धा में उतरी अन्य कंपनियों की ड्रोन से अधिक बेहतर साबित होने के बाद सेना ने ‘आयडिया फोर्ज’ के ‘स्विच’ ड्रोन का चयन किया है। इसके साथ ही यह ड्रोन खरीदने के लिए हाल ही में समझौता किया गया।

यह ड्रोन समुद्री सतह से ४ हज़ार मीटर ऊंचाई पर आसानी से उड़ान भर सकेंगे। इसके अलावा ६.५ किलो भार के इस ड्रोन के लिए रनवे की आवश्‍यकता नहीं रहेगी। क्योंकि, यह ड्रोन विमान हेलिकॉप्टर की तरह वर्टिकल उड़ान भरने में सक्षम हैं। ‘स्विच’ ड्रोन लगातार दो घंटे तक उड़ान भरकर जानकारी नियंत्रण कक्ष को पहुँचा सकते हैं। दिन के अलावा रात के समय एवं खराब मौसम में भी यह ड्रोन काम कर सकते हैं। इसी कारण सेना ने ‘स्विच’ ड्रोन को पसंद किया है।

इस ड्रोन पर अतिउच्च क्षमता के कैमेरे लगाए गए हैं और ‘२५एक्स ऑप्टिकल’ तक ज़ूम करने की क्षमता यह कैमेरे रखते हैं। इस वजह से अधिक स्पष्ट चित्र प्राप्त हो सकेगा। सेना को एक वर्ष के दौरान ‘आयडीया फोर्ज’ इन ड्रोन्स की आपूर्ति करेगी, यह जानकारी कंपनी ने साझा की है।

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