‘रक्षादल सीमा पर युद्ध के लिए सिद्ध रहें’ : सेनाप्रमुख जनरल बिपीन रावत

नई दिल्ली, दि. २३ : ‘भारत को परेशान करनेवाला पारंपरिक और अपांरपरिक जंग का खतरा अब भी जारी है| इनका मुकाबला करने के लिए सेना को अत्याधुनिक तकनीकी उपलब्ध करा देना आवश्यक होता है| इस दौरान रक्षादलों को सीमा पर युद्ध के लिए हररोज तैयार रहना चाहिए’ ऐसी उम्मीद भारत के सेनाप्रमुख जनरल बिपीन रावत ने जतायी है|

बिपीन रावतसेना के अधिकारियों की दो दिन की परिषद को संबोधित करते वक्त जनरल रावत ने सीमा रक्षा के संदर्भ में अपनी राय जतायी| किसी भी देश का नाम न लेते हुए जनरल रावत ने भारत को पारंपरिक और अपारंपरिक जंग का खतरा है, ऐसा दावा किया| इस खतरे का सामना करने के लिए देश के रक्षादल हरवक्त तैयार रहें, ऐसे सेनाप्रमुख ने आगे कहा|

आधुनिक तकनीकी सेना को उपलब्ध करा देना अनिवार्य हुआ है| इस संदर्भ में हो रही देरी पर जनरल रावत ने विशेष जोर दिया| जब तक आधुनिक रक्षासामग्री को रक्षा दल में शामिल नहीं किया जाता, तब तक उनका इस्तेमाल संभव नहीं होता| इसी कारण नई तकनीकी जल्द से जल्द सेना के हाथ में आयें और उसके सेना में सहभागी किये जाने की प्रकिया जल्द पूरी हो, इसी कारण कोशिशें और भी बढाने की आवश्यकता है, ऐसा दावा सेनाप्रमुख ने किया|

सेनाप्रमुख ने हालाँकि सीधा नाम लिया नहीं, मग़र फिर भी पाकिस्तान से सटे सीमाइलाकों की चुनौतियों का उदाहरण सेनाप्रमुख दे रहे थे, ऐसा दिखाई देता है| पाकिस्तान की सेना जम्मू-कश्मीर की नियंत्रण रेखा पर और आंतर्राष्ट्रीय सीमा पर हर वक्त संघर्षविराम का उल्लंघन कर रही होने के कारण, यहाँ का तनाव बढ रहा है| पाकिस्तानी सेना की भारतविद्वेषी भूमिका के कारण दोनो देशों में जंग भडकेगी, ऐसी चिंता दुनियाभर के विशेषज्ञ जता रहे हैं| इस पृष्ठभूमि पर, सेनाप्रमुख ने पारंपरिक और अपारंपरिक जंग के लिए तैयार रहने की चेतावनी रक्षा दल को दी, ऐसे दिखाई देता है|

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