टैंक विरोधी ‘हेलिना’ मिसाइल का हेलिकाप्टर से परीक्षण

बालासोर: हेलिकाप्टर से छोडना मुमकिन हो ऐसी टैंक विरोधी ‘हेलिना’ मिसाइल का परीक्षण शुक्रवार के दिन किया गया| ‘हेलिना’ मिसाइल की गणना विश्‍व में हेलिकाप्टर से छोडे जा रहे प्रगत मिसाइलों में होती है| इस मिसाइल का और एक परीक्षण होने से यह मिसाइल लष्कर की बेडे में दाखिल करने की दिशा में और एक कदम आगे बढा है| वर्ष २०१९ में ही ‘हेलिना’ लष्कर की बेडे में शामिल किया जाएगा, ऐसे संकेत दिए जा रहे है| इस पृष्ठभूमि पर यह परीक्षण अहम साबित होता है|

टैंक, विरोधी, हेलिना, मिसाइल, हेलिकाप्टर, परीक्षण, बालासोर, भारतीय लष्कर‘हेलिना’ मिसाइल का निर्माण ‘संरक्षण, संशोधन एवं विकास संस्था’ (डीआरडीओ’ ने किया है और लष्कर के पास मौजूद ‘नाग’ मिसाइल का हेलिकाप्टर से छोडे जानेवाला प्रगत संस्करण है| ओडिशा में बालासोर के चांदिपूर टेस्ट रेंज पर ‘हेलिना’ का यह परीक्षण किया गया| ७ से ८ किलोमीटर दूरी तक हमला करने में सक्षम इस मिसाइल का परीक्षण दोपहर १२.५५ मिनिटों पर किया गया| इस दौरान मिसाइल ने निर्धारित लक्ष्य सटिकता से ध्वस्त किया है, ऐसी जानकारी डीआरडीओ के सूत्रों ने दी|

यह मिसाइल लष्कर के बेडे में शामिल होने पर भारतीय लष्कर की क्षमता में और भी बढोतरी होगी| पाकिस्तान अपने नजदिकी मित्र देश चीन, युक्रेन और रशिया से टैंक की खरीदी कर रहा है| पाकिस्तान ने ६०० नए टैंक खरीद करने की प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी हालही में उजागर हुई थी| यह सभी टैंक भारतीय सीमापर तैनात करने के संकेत पाकिस्तान ने दिए है| साथ ही इन टैंकों के लिए बडी मात्रा में बारूदी गोले भी पाकिस्तान खरीद रहा है, यह जानकारी भी प्राप्त हुई है| पाकिस्तान के यह नए टैंक भारतीय सीमा में ४ किलोमीटर दूरी तक हमला कर सकते है, यह दावा किया जा रहा है|

इस पृष्ठभूमि पर टैंक विरोधी ‘हेलिना’ मिसाइल भारतीय लष्कर के बेडे में जल्द दाखिल होने की दिशा में आगे बढा और एक कदम अहम साबित होता है|

इसके पहले जुलै २०१५ में जैसलमेर में और अगस्त २०१८ में पोखरण में ‘हेलिना’ का परीक्षण किया गया था| इस दौरान रूद्र हेलिकाप्टर से ‘हेलिना’ को छोडा गया गया था|

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