बेरूत में हुए विस्फोट के बाद लेबनान में सरकार के खिलाफ़ तीव्र प्रदर्शन

बेरूत – 158 लोगों के मौत का कारण बने बेरूत के विस्फोट के लिए लेबनान स्थित ईरान समर्थक सरकार ज़िम्मेदार होने का आरोप करके लेबनीज्‌ जनता ने सरकार के खिलाफ़ तीव्र प्रदर्शन शुरू किए हैं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुए संघर्ष में एक पुलिसकर्मी की मौत हुई और 728 प्रदर्शनकारी घायल हुए। इसी माहौल में सरकार के कुछ नेताओं ने इस्तिफ़ा देना शुरू किया है। तभी लेबनान में सरकार का तख़्ता पलट हुए बिना यह प्रदर्शन बंद नहीं होंगे, यह बात प्रदर्शनकारियों ने स्पष्ट की है।

सरकार के खिलाफ़ तीव्र प्रदर्शन

लेबनान के राष्ट्राध्यक्ष मिशेल एऑन ने बेरूत में हुए शक्तिशाली विस्फोट के लिए बाहरी ताकतें ज़िम्मेदार होने का आरोप किया है। राष्ट्राध्यक्ष एऑन ने बाहरी ताकतों का ज़िक्र करके इस मामले से अपनी सरकार और हिज़बुल्लाह को दोषमुक्त करने की कोशिश की है, यह दावा हो रहा है। लेकिन, करीबन ढ़ाई लाख लोगों को बेघर करनेवाले इस विस्फोट के लिए देश की भ्रष्ट सरकार ज़िम्मेदार होने का आरोप लेबनीज जनता कर रही है। बीते दो दिनों से दस हज़ार से अधिक लोग बेरूत के रास्तों पर उतरकर सरकार के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं।

शनिवार के दिन प्रदर्शकरियों ने तीन सरकारी दफ़्तरों पर कब्ज़ा किया और इसके बाद लेबनीज सेना ने की हुई कार्रवाई में 728 प्रदर्शनकारी घायल हुए। रविवार की सुबह तक बेरूत में शांति थी। लेकिन, सरकार के विरोध में जारी प्रदर्शन बंद नहीं हुए हैं और जल्द ही नए प्रदर्शन शुरू होंगे, यह संदेश इन प्रदर्शनकारियों ने सोशल मीडिया में वायरल किया है। लेबनान में सरकार के खिलाफ़ शुरू हुए इन प्रदर्शनों का संज्ञान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी लिया गया है। अमरीका ने लेबानन में हुए प्रदर्शनों को समर्थन घोषित किया तो ईरान और तुर्की ने लेबनीज सरकार का समर्थन किया है।

सरकार के खिलाफ़ तीव्र प्रदर्शन

यहां पर बढ़ रहे इस जनक्षोभ की पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री हसन दियाब ने देश में मध्यावधी चुनाव करने की बात कही है। अगले दो महीनों में चुनाव किए जाएंगे, यह कहकर प्रधानमंत्री दियाब ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की। लेकिन, बेरूत में शुरू हुए इन प्रदर्शनों से दियाब सरकार को झटके महसूस होना शुरू हुए हैं और सरकार के मंत्री भी अब दियाब पर आरोप रखकर इस्तिफा दे रहे हैं।

इसी बीच, फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मैक्रॉन ने रविवार के दिन विश्‍व के प्रमुख नेताओं से वर्च्युल बैठक करके लेबनान के लिए आर्थिक सहायता देने के लिए निवेदन किया। उनके इस निवेदन पर कुछ देशों से प्रतिसाद प्राप्त हुआ है और कतार ने पांच करोड़ डॉलर्स, कुवैत ने चार करोड़ डॉलर्स, जर्मनी ने दो करोड़ डॉलर्स, सायप्रस ने करीबन 60 लाख डॉलर्स और फ्रान्स ने करीबन छह करोड़ डॉलर्स एवं यूरोपियन कमिशन ने लगभग 7.5 करोड़ डॉलर्स की सहायता घोषित की है।

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