अफगानिस्तान में तालिबान के हमले में अमरिकन जनरल जख्मी – पेंटागौन का बयान

वॉशिंग्टन/कंधाहार: अफगानिस्तान के कंधाहार शहर में तालिबान ने किए हमले में अमरिका के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल जेफ्री डी स्माइली ज़ख्मी हुए हैं। पिछले हफ्ते में तालिबान ने किया यह सबसे खतरनाक हमला है। इस हमले में कंधाहार के पुलिस प्रमुख तथा वरिष्ठ गुप्तचर अधिकारियों की जान गई थी। चुनाव के पृष्ठभूमि पर इस हमले में तालिबान शामिल हुआ है। तालिबान में शामिल हुए अफगानी जवानों ने हमला करने की बात कही जा रही है।

अफगानिस्तान, तालिबान, हमले, अमरिकन जनरल, जख्मी, पेंटागौन, बयानअफगानिस्तान के संसदीय चुनाव की पृष्ठभूमि पर सभी प्रांत में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की तथा अतिरिक्त तैनाती के निर्देश दिए गए थे। चुनाव प्रचार के दौरान तालिबान से बड़े तादाद में हमले होने से मतदान प्रक्रिया उधेडी जा सकती है, ऐसा डर व्यक्त किया जा रहा था। इसके लिए कंधाहार में अफगानी एवं अमरिकी अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई थी। अमरिका के अफगानिस्तान में सर्वोच्च अधिकारी जनरल ऑस्टिन स्कॉट मिलर भी बैठक में उपस्थित थे।

बैठक खत्म करके मिलर उनके हेलीकॉप्टर के लिए राह देखते समय अफगानी अंगरक्षक ने जोरदार गोलीबारी शुरू की। इस गोलीबारी में कंधाहार के पुलिस प्रमुख जनरल अब्दुल राझीक, गुप्तचर विभाग के अधिकारी जनरल अब्दुल मोमिन ढेर हुए हैं। यहां के गवर्नर झल्माई वेसा इस हमले में जख्मी हुए हैं। उसमें अमरिका के वरिष्ठ अधिकारी ब्रिगेडियर जनरल जेफ्री डी स्माइली इनको गोली लगी है। जनरल स्माइली को तत्काल कंधाहार के अस्पताल में दाखिल कराया गया है।

अफगानिस्तान, तालिबान, हमले, अमरिकन जनरल, जख्मी, पेंटागौन, बयाननाटो के अमरिकी लष्कर के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कमांडर ग्रैंट नीले ने जनरल स्माइली इनपर हमले का समर्थन किया है। स्माइली यह अफगानी सुरक्षा दल को सलाह देनेवाले अमरिकी पथक के प्रमुख थे। पिछले ३० वर्ष अमरिकी लष्कर में कार्यरत होकर जनरल स्माइली की जून महीने में अफगानिस्तान में अमरिकी पथक के प्रमुख के तौर पर नियुक्ति की गई थी। अमरिकी प्रसार माध्यम एवं सूत्रों के अनुसार अमरिका के अफगानिस्तान में सर्वोच्च अधिकारी जनरल ऑस्टिन स्कॉट मिलर यह हमले का लक्ष्य थे।

पर जनरल मिलर ने यह दावा ठुकराया है और हमले में अफगानी अधिकारियों को लक्ष्य किया गया था, ऐसा स्पष्ट किया है। हमले के दौरान जनरल मिलर को अपनी बंदूक बाहर निकालनी पड़ी थी, ऐसी जानकारी सामने आई है। अमरिका के इतने वरिष्ठ दर्जा के अधिकारी पर अफगानिस्तान में हमला होना तथा वह जख्मी होने का यह पहला अवसर है ऐसा कहा जा रहा है।

कंधाहार के इस हमले ने अफगानिस्तान में सुरक्षा व्यवस्था का मुद्दा फिर से अग्रणी पर लाया है। अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इनके अफगान धारणा को अच्छी सफलता मिलने के दावे किए जा रहे थे। फिर भी अफगानी लष्कर और सुरक्षा यंत्रणा सक्षम करने में अमरिका तथा नाटो को सफलता नहीं मिली है। इसकी वजह से तालिबान अपना सामर्थ्य दिखाने के लिए अफगानी यंत्रणा को लक्ष्य कर रहा है। ऐसे हमलों में अमरिका और नाटो के अधिकारियों को खतरा होकर कंधाहार हमले से यह बात सामने आ रही है।

इस हमले के कुछ दिन पहले तालिबान एवं अमरिकी अधिकारियों में चर्चा होने की बात सामने आ रही थी।

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