चीन के हमले के बढ़ते खतरे की पृष्ठभूमि पर अमरीका तैवान को देगी प्रगत हथियार

वॉशिंग्टन/तैपेई – चीन से तैवान को प्राप्त हो रही धमकियों की तीव्रता बढ़ रही है और ऐसे में अमरीका ने भी तैवान के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए गति प्रदान की है। दो महीने पहले ही अमरीका ने तैवान को ६६ ‘एफ-१६’ लड़ाकू विमान प्रदान करने के लिए समझौता करने के बाद अब तैवान को नई रॉकेट सिस्टम, मिसाइल और लड़ाकू विमानों के पॉडस्‌ प्रदान करने का निर्णय अमरीका ने किया है। अमरीका के विदेश विभाग ने इन हथियारों की बिक्री के लिए मंजूरी दी है। तीन दिन पहले ही चीन ने तैवान पर संभावित हमले की रिहर्सल समझे जा रहे युद्धाभ्यास का वीडियो जारी करके तैवान को फिरसे धमकाया था।

us-taiwanअमरीका के वरिष्ठ अधिकारियों ने तैवान की एक के बाद एक की हुई यात्रा से चीन बौखला गया है और चीन ने तैवान के विरोध में अपनी गतिविधियों में बढ़ोतरी की हुई दिख रही है। चीन के रक्षाबलों ने तैवान की सीमा में लगातार घुसपैठ और गश्‍त लगाने की कोशिश जारी रखी है। चीन के पूर्व लष्करी अधिकारी, विश्‍लेषक एवं प्रसार माध्यम तैवान पर हमला करने के लिए यह उचित समय होने का दावा कर रहे हैं। चीन की पिपल्स लिब्रेशन आर्मी ने बीते दो महीनों में तैवान की सीमा के करीब पांच युद्धाभ्यास करने की बात सामने आयी है। इस युद्धाभ्यास के फोटो एवं वीडियो जारी करके तैवान को लगातार धमकाया जा रहा है। तीन दिन पहले जारी किया गया वीडियो भी इसी का हिस्सा समझा जा रहा है।

चीन के सरकारी समाचार चैनल ‘सीसीटीवी’ ने वीडियो जारी किया है और इसमें चीन की पिपल्स लिब्रेशन आर्मी एक द्विप पर कब्ज़ा करने की रिहर्सल करने में जुटी होने की बात दिखाई गई है। तैवान की सीमा के करीब फुजीआन और ग्वांगडोंग प्रांत में लाईव फायरिंग का युद्धाभ्यास होने की जानकारी साझा की गई है। इस युद्धाभ्यास में ऐम्फिबियस लैंडिंग क्राफ्ट, अटैक हेलिकॉप्टर्स एवं मिसाइलों का समावेश है। चीन ने तैवान पर हमले के लिए तैयार किए ७३ ग्रूप आर्मी के दल ने यह युद्धाभ्यास करने की जानकारी सरकारी चैनल ने साझा की है। शनिवार के दिन तैवान के ‘नैशनल डे’ पर विश्‍वभर प्राप्त हुए समर्थन की पृष्ठभूमि पर इशारा देने के लिए चीन ने इस युद्धाभ्यास का वीडियो जारी किया है, यह दावा तैवान के सूत्रों ने दिया।

तैवान पर लगातार दबाव डालने की कोशिश चीन कर रहा है तभी अमरीका ने तैवान की रक्षा तैयारी बढ़ाने के लिए जारी गतिविधियां तेज़ की हैं। अमरिकी विदेश विभाग ने तैवान को नए हथियार प्रदान करने के लिए मंजूरी दी है। सोमवार के दिन इससे संबंधित सूचना अमरिकी संसद में रखी जाने की बात सामने आयी है। नए हथियारों में ‘हायमार्स’ नामक रॉकेट यंत्रणा, हवा से ज़मीन पर हमला करनेवाले ‘स्लैम-इआर’ मिसाइल एवं ‘एफ-१६’ लड़ाकू विमानों के लिए ‘एक्सटर्नल सेन्सर पॉडस्‌’ का समावेश है। इसके अलावा ड्रोन्स, हार्पून मिसाइल, स्मार्ट माईन्स एवं पैलाडिन होवित्ज़र प्रदान करने से संबंधित बातचीत जारी होने की जानकारी तैवान ने प्रदान की है।

अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने तैवान के साथ जारी सहयोग के मुद्दे पर अधिक सक्रिय भूमिका अपनाई है। अमरीका ने तैवान में शुरू किया हुआ राजनीतिक कार्यालय और बढ़ रहा सहयोग ट्रम्प की भूमिका का हिस्सा समझा जा रहा है। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने तीन दशकों के बाद तैवान को लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करने का ऐतिहासिक निर्णय किया था। इसके साथ ही तैवान को प्रगत मिसाईल, टोर्पेडो और प्रगत रक्षा यंत्रणा भी प्रदान की जा रही है। अमरीका ने तैवान के करीबी समुद्री क्षेत्र में अपनी तैनाती बढ़ाई है और विमान वाहक युद्धपोतों के साथ विध्वंसक, ड्रोन्स, गश्‍त और लड़ाकू विमानों की मौजूदगी भी बढ़ाई है। यह सभी गतिविधियां चीन की हुकूमत को मुश्‍किलों में फंसानेवाली साबित हुई हैं और चीन ने अमरीका को भी इशारे दिए हैं। लेकिन, इस ओर अनदेखा करके तैवान के साथ जारी सहयोग अगले दिनों में अधिक बढ़ेगा, ऐसे संकेत अमरीका ने नए हथियारों की बिक्री करने का निर्णय करके दिए हैं।

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