अमरिका ने पाकिस्तान की लष्करी सहायता रोकी

वॉशिंगटन: अमरिका ने पाकिस्तान को लगभग १.१५ अब्ज डॉलर्स की लष्करी सहायता रोकने की घोषणा की है। अफगानी तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादियों पर कारवाई करने के सिवाय यह सहायता पाकिस्तान को नहीं दी जाएगी, ऐसी घोषणा अमरिका के विदेश मंत्रालय ने की है। इस निर्णय पर पाकिस्तान ने टीका की है और अमरिका द्वारा भारत की भाषा बोलने का आरोप किया है। तथा अमरिका के इस निर्णय की वजह से पाकिस्तान चीन के अधिक नजदीक जा रहा है, ऐसा विश्वास चीन के सरकारी दैनिक में व्यक्त किया है।

व्हाइट हाउस के प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने मंगलवार को माध्यमों से बोलते हुए आने वाले २४ से ४८ घंटों में पाकिस्तान के बारे में महत्वपूर्ण घोषणा की जाएगी, ऐसा घोषित किया था। उस के अनुसार अमरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर न्यूअर्ट ने पाकिस्तान को अमरिका से दिए जाने वाले लगभग १.१५ अब्ज डॉलर्स की लष्करी सहायता रोकने की घोषणा की है। अफगानी तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादियों पर कठोर कारवाई करने के सिवाय पाकिस्तान को यह सहायता नहीं मिलेगी, ऐसे शब्दों में न्यूअर्ट ने पाकिस्तान को कड़े बोल सुनाये है।

तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादी अस्थिरता फैला रहे हैं और वह अमरिकी जवानों को लक्ष्य कर रहे हैं, ऐसी परिस्थिति में पाकिस्तान इन दोनों गटो पर कारवाई करें, ऐसी अमरिका की मांग है। यह मांग पूर्ण होने के सिवाय पाकिस्तान को लष्करी सहायता एवं आतंकवाद विरोधी युद्ध के लिए निधि नहीं मिलेगा, ऐसा न्यूअर्ट ने कहा है। अमरिकी लष्कर के लेफ़्टेनंट कर्नल माइक ऐंड्रूज ने पाकिस्तान की गर्दन अधिक जकड़ी जा सकती है, ऐसे संकेत दिए हैं। अमरिका से पाकिस्तान को लगभग ९० करोड़ डॉलर की स्वतंत्र सहायता दी जाती है। रक्षामंत्री जेम्स मैटिस ने आदेश दिया, तो उस में ५० करोड़ डॉलर तत्काल रोके जाएंगे, ऐसा लेफ़्टेनंट कर्नल ऐंड्रूज रहा है।

अमरिका ने लिया यह एकतरफा निर्णय आतंकवाद विरोधी युद्ध पर विपरीत परिणाम करेगा, ऐसा पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा असिफ ने कहा है। तथा अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प भारत की भाषा में बोल रहे हैं, ऐसा आरोप विदेश मंत्री असिफ ने किया है। तथा पाकिस्तानी लष्कर ने अमरिका के इस निर्णय को पाकिस्तानी जनता की आकांक्षा अनुसार प्रति उत्तर दिया जाएगा, ऐसा कहा है। इस की वजह से आने वाले समय में पाकिस्तान अमरिका के साथ सहयोग को इनकार करने की तैयारी में होने के बात दिखाई दे रही है। उस के लिए चीन पाकिस्तान को सहायता करेगा ऐसी बात सामने आ रही है।

राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प एवं उनके प्रशासन ने पाकिस्तान पर निशाना साधने के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को समर्थन दिया था। अमरिका के पाकिस्तान विरोधी नीति की वजह से आनेवाले समय में पाकिस्तान एवं चीन में सहयोग अधिक सक्षम होंगे, ऐसा दावा चीन के ग्लोबल टाइम्स इस सरकारी दैनिक ने किया है। तथा ईरान के छाबर बंदरगाह के पास होने वाले पाकिस्तान का जीवनी लष्करी तल चीन अपने कब्जे मे लेगा ऐसा भी इस दैनिक ने कहा है।

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