‘रेअर अर्थ’ क्षेत्र में चीन का वर्चस्व तोड़ने के लिए अमरीका की पहल – ऑस्ट्रेलियन कंपनी टेक्सास में कारखाना बनायेगी

rare-earth-us-chinaवॉशिंग्टन/कॅनबेरा – रक्षा क्षेत्र के लिए आवश्यक ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ क्षेत्र में होने वाला चीन का वर्चस्व तोड़ने के लिए अमरीका द्वारा जारी गतिविधियाँ अधिक ही तेज़ हुई हैं। अमरीका के रक्षा विभाग ने देश में नई ‘रेअर अर्थ मिनरल्स फॅसिलिटी’ का निर्माण करने के लिए ऑस्ट्रेलिया की अग्रसर कंपनी का चयन किया है। पिछले ही महीने चीन की हुकूमत ने ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ के उत्पादन एवं निर्यात पर होने वाला नियंत्रण अधिक कठोर करने वाला प्रस्ताव रखा था। इस पृष्ठभूमि पर कामा अमरीका के रक्षा विभाग ने किया फैसला गौरतलब साबित होता है।

अमरीका के रक्षा विभाग द्वारा ऑस्ट्रेलिया की ‘लायनस रेअर अर्थस् लिमिटेड’ इस कंपनी को ३.०४ करोड़ डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। रक्षा विभाग ने साल भर में दूसरी बार इस कंपनी का अमरीका के प्रोजेक्ट के लिए चयन किया है। गत वर्ष अप्रैल महीने में भी संयुक्त प्रोजेक्ट के लिए ऑस्ट्रेलियन कंपनी का चयन किया गया था। रक्षा विभाग के नए कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, ‘लायनस रेअर अर्थस् लिमिटेड’ अमरीका के टेक्सास प्रांत में ‘लाईट रेअर अर्थस् प्रोसेसिंग फॅक्टरी’ का निर्माण करने वाला है।

rare-earth-us-china‘लायनस रेअर अर्थस् लिमिटेड’ यह ‘रेअर अर्थ’ क्षेत्र में दुनिया की दूसरे नंबर की और चीन के बाहर की सबसे बड़ी कंपनी के रूप में जानी जाती है। इस कंपनी द्वारा मलेशिया में बनाई गई ‘रेअर अर्थ प्रोसेसिंग फॅक्टरी’, यह चीन के बाहर कार्यरत रहने वाला इस क्षेत्र का सबसे बड़ा कारखाना माना जाता है। इसके अलावा ‘लायनस रेअर अर्थस् लिमिटेड’ ने ऑस्ट्रेलिया में ‘रेअर अर्थ मिनल्स’ का उत्खनन करने वाले प्रोजेक्ट का निर्माण भी किया है।

प्रगत लड़ाकू विमान, क्षेपणास्त्र, स्मार्टफोन, कंप्यूटर्स और इलेक्ट्रिक कारों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले खनिजों के सबसे बड़े उत्पादक के रूप में चीन जाना जाता है। ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ नाम से जाने जाने वाले १७ खनिजों का, दुनिया का लगभग ३०% से भी अधिक भंडार चीन के पास होने का दावा किया जाता है। फिलहाल दुनिया में होने वाले ‘रेअर अर्थ’ उत्पादन में चीन का हिस्सा लगभग ९५ प्रतिशत है। वही कोमा अमरीका के लिए आवश्यक ‘रेअर अर्थ’ खनिजों में से ८० प्रतिशत आयात चीन से की जाती है।

rare-earth-us-chinaअमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के खिलाफ आक्रामक व्यापारी और राजनीतिक संघर्ष छेड़ने के बाद, चीन ‘काऊंटर वेपन’ के रूप में ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ का इस्तेमाल कर सकता है, ऐसे संकेत दिए गए थे। चीन की इस धमकी की पृष्ठभूमि पर, अमरीका के रक्षा विभाग ने एक रिपोर्ट संसद में प्रस्तुत की थी। रिपोर्ट में ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ के संदर्भ में विभिन्न संभावनाएँ, विकल्प और प्रस्तावों का उल्लेख था। अमरीका को इन संवेदनशील खनिजों की कमी का सामना करना ना पड़ें इसलिए, चीन के अलावा अन्य देशों के विकल्प टटोलकर देखने चाहिए और माँग को पूरी करने के लिए तेजी से गतिविधियॉं करनी चाहिए, ऐसे निर्देश रिपोर्ट में दिए गए थे।

उसके बाद सन २०१९ मैं अमरीका का रक्षा विभाग, विदेश विभाग तथा अन्य यंत्रणाओं ने एकत्रित आकर ‘रेअर अर्थ इनिशिएटिव्ह’ का प्रस्ताव बनाया था। ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, बोटस्वाना, पेरु, अर्जेंटिना, डीआर कॉंगो, नामिबिआ, फिलिपीन्स और झांबिया इन देशों ने ‘रेअर अर्थ इनिशिएटिव्ह’ में सहभागी होने के लिए मान्यता दी होने की बात अमरीका द्वारा बताई गई थी। पिछले साल भर में दो प्रोजेक्ट्स के लिए किया गया ऑस्ट्रेलियन कंपनी का चयन भी इसी का भाग माना जाता है।

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