२६/११ हमले का एक साज़िशकर्ता ‘साजिद मीर’ के सिर पर अमरीका ने लगाया ५० लाख डॉलर्स का इनाम

वॉशिंग्टन – मुंबई पर हुए २६/११ के हमले के साथ अमरीका, फ्रान्स, ब्रिटेन, डेन्मार्क और ऑस्ट्रेलिया में आतंकी हमले करने में शामिल साजिद मीर के सिर पर अमरीका ने ५० लाख डॉलर्स का इनाम घोषित किया है। ‘लश्‍कर ए तोयबा’ के आतंकी साजिद मीर को पकड़ने में या उसे सज़ा देने के लिए आवश्‍यक जानकारी प्रदान करनेवाले को यह इनाम दिया जाएगा। अमरीका ने ‘मोस्ट वॉन्टेड’ घोषित की गई आतंकियों की सूचि में नाम वाला साजिद मीर पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है, यह बात लगातार स्पष्ट हुई थी। इसी कारण २६/११ के १२वें स्मरण दिवस के अवसर पर अमरीका ने किया यह ऐलान पाकिस्तान का थरथरानेवाला साबित हो रहा है।

26-11-terror-attack२६/११ के हमले की साज़िश और इस साज़िश को अंज़ाम देने में साजिद मीर ने अहम भूमिका निभाई थी। इस हमले में शामिल आतंकियों को मीर से सूचनाए मिलती थीं, ऐसे दावें किए जा रहे हैं। अमरीका, ब्रिटेन, फ्रान्स, डेन्मार्क और ऑस्ट्रेलिया में हुए आतंकी हमलों में भी साजिद मीर का हाथ होने की बात सामने आयी थी। इसके अलावा २६/११ का हमला करने के लिए सहायता प्रदान करनेवाले डेविड हेडली को अपने आतंकी संगठन में भर्ती करने का काम भी मीर ने ही किया था।

साजिद मीर पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर संगठन ‘आयएसआय’ या पाकिस्तानी सेना का अफसर होने के दावे किए जा रहे हैं। अमरीका ने घोषित की हुई ‘मोस्ट वॉन्टेड’ आतंकियों की सूचि में नाम होने के बावजूद साजिद मीर पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहा है, यह बात सामने आयी थी। अमरीका से जारी हो रहे आतंकवाद से संबंधित रपट में साजिद मीर पाकिस्तान के मुरीदके में ने ‘लश्‍कर’ के अड्डे पर मौजूद होने की बात दर्ज़ की गई थी। भारत और अमरीका ने भी साजिद मीर को पकड़ने के लिए सहयोग करने के लिए पाकिस्तान से आवाहन किया था। लेकिन, पाकिस्तान ने इस सहयोग के लिए लगातार इन्कार किया था।

साजिद मीर बड़ा प्रभाव रखनेवाला आतंकी है। इसी कारण पाकिस्तान अमरीका का दबाव नज़रअंदाज़ करके इस आवाहन के अनुसार सहयोग करने के लिए तैयार ना होने का दावा माध्यमों में किया जा रहा हैं। लेकिन, अब २६/११ के हमलों को १२ वर्ष पूरे होने के बाद इस हमले में अपने छह नागरिक खोनेवाली अमरीका के विदेश मंत्रालय ने साजिद मीर के सिर पर ५० लाख डॉलर्स का इनाम घोषित किया है। उसे पकड़नेवाले या उसे सज़ा के लिए आवश्‍यक पर्याप्त जानकारी प्रदान करनेवाले को यह इनाम दिया जाएगा। इससे पाकिस्तान को काफी बड़ा झटका लगेगा।

मौजूदा स्थिति में ‘फायनान्शियल ऐक्शन टास्क फोर्स’ (एफएटीएफ) की ‘ग्रे लिस्ट’ में शामिल पाकिस्तान इस सूचि से बाहर निकलने के लिए कड़ी कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान आतंकी देश नहीं है बल्कि, आतंकवाद का शिकार देश हैं, ऐसी चिल्लाहट इम्रान खान की सरकार कर रही हैं। ऐसी स्थिति में ‘साजिद मीर’ जैसा खतरनाक आतंकी आपके देश में खुलेआम घुम रहा हैं, इस बात का अहसास अमरीका ने पाकिस्तान को कराया है। इस वजह से आनेवाले दिनों में पाकिस्तान का ‘एफएटीएफ’ की ‘ब्लैक लिस्ट’ में भी समावेश हो सकता है। ऐसा हुआ तो पहले ही संकटों से घिरे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था टूट जाएगी, यह चिंता प्रधानमंत्री इम्रान खान ने जताई थी।

ऐसा होते हुए भी पाकिस्तान आतंकी संगठन और इनके सरगनाओं को बचाने का उद्योग छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन, भारत की आक्रामक राजनीतिक मुहिम की वजह से अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकवाद पर केंद्रीत हुआ है और अमरीका ने साजिद मीर के सिर पर लगाया ५० लाख डॉलर्स का इनाम भारत की इसी मुहिम को प्राप्त हुई बड़ी कामयाबी है।

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