‘गुआम’ पर हमले की संभावना को देखते हुए अमरीका ‘टिनियन द्विप’ सुसज्जित कर रही है – अमरिकी माध्यमों का दावा

वॉशिंग्टन – अपने ‘एच-६ बॉम्बर’ विमान पैसिफिक महासागर में स्थित अमरीका के ‘गुआम’ द्विप पर बड़ी मात्रा में बमफेंक कर सकते हैं, ऐसा चीन की वायुसेना ने दो महीनें पहले धमकाया था। इस धमकी को अमरीका काफी गंभीरता से देख रही है, ऐसा अमरिकी माध्यमों का कहना है। यदि गुआम पर हमला हुआ, तो चीन को प्रत्युत्तर देने के लिए और वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर अमरीका ‘टिनियन’ द्विप पर के हवाई अड्डे को सुसज्जित कर रही है। ‘टिनियन’ द्विप पर बने हवाई अड्डे का अमरीका ने दूसरें विश्‍वयुद्ध के दौरान इस्तेमाल किया था। इस हवाई अड्डे पर लड़ाकू विमानों की तैनाती करके युद्धाभ्यास शुरू करने की योजना अमरिकी रक्षा मंत्रालय ने बनाई है, ऐसें दावे अमरिकी माध्यम कर रहे हैं।

guam-tinian-islandपैसिफिक महासागर में स्थित ‘गुआम’ द्विप अमरीका के लिए रणनीतिक दृष्टि से सबसे अहम द्विप के तौर पर पहचाना जाता है। इस द्विप पर अमरीका का पैसिफिक क्षेत्र में बना सबसे बड़ा ‘एंडरसन हवाई अड्डा’ मौजूद है। ‘साउथ चायना सी’ के क्षेत्र में हवाई गश्‍त करनेवाले, अमरीका के ‘बी-५२ बॉम्बर’ विमान इसी हवाई अड्डे से उड़ान भरते हैं। गुआम द्विप पर तैनात ‘बी-५२ बॉम्बर’ विमानों ने जुलाई महीने में ‘साउथ चायना सी’ में गश्‍त करने के बाद, चीन ने अपने लड़ाकू विमान रवाना किए थे। गुआम द्विप पर अमरिकी नौसेना का भी अड्डा मौजूद है।

इसी वजह से ‘साउथ चायना सी’ एवं ‘पैसिफिक महासागर’ के क्षेत्र में जारी चीन की गतिविधियों पर नज़र रखने के लिए, ‘गुआम’ काफी अहम द्विप होने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, सामरिक नज़रिये से अहम होनेवाला ‘गुआम द्विप’ ही नष्ट करने की धमकी चीन ने कुछ महीनें पहले दी थी। अमरिकी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने तैवान का दौरा करने के कारण गुस्सा हुए चीन के ‘पिपल्स लिब्रेशन आर्मी एअर फोर्स’ ने वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में ‘एच-६’ बॉम्बर विमानों ने गुआम द्विप पर हमला करके वहाँ पर बना ‘एंडरसन हवाई अड्डा नष्ट किया हुआ दिखाया गया था।

guam-tinian-islandयह चीन ने अमरीका को दी हुई धमकी समझी जा रही है। इसके बाद ‘साउथ चायना सी’ के क्षेत्र में काफी तनाव निर्माण हुआ था। ऐसी स्थिति में अमरीका ने विकल्प के तौर पर ‘गुआम’ द्विप के ईशान्य में २०० किलोमीटर दूरी पर स्थित ‘टिनियन’ द्विप पर दोबारा लष्करी अड्डा कार्यान्वित करने की दिशा में गतिविधियाँ शुरू की हैं। दूसरें विश्‍वयुद्ध के दौरान इस्तेमाल किया गया वहाँ का ‘रन वे’ छोड़कर, आन्तर्राष्ट्रीय विमानों के लिए आरक्षित रखे गए ‘रन वे’ का लड़ाकू विमानों के लिए इस्तेमाल करने की गतिविधियाँ शुरू की गईं हैं।

guam-tinian-islandयदि गुआम द्विप पर हमला हुआ या नैसर्गिक आपत्ति की वजह से गुआम द्विप कार्रवाई करने के लिए उपलब्ध नहीं हो सका, तो ‘टिनियन’ द्विप का इस्तेमाल करने का सुझाव अमरिकी रक्षा मंत्रालय ने रखा है, ऐसा अमरिकी माध्यमों का कहना है। गुआम द्विप को पहले ही चक्रवात टकराने से नुकसान उठाना पड़ा है। इसी कारण टिनियन द्विप का विकल्प उचित होगा, यह दावा अमरिकी माध्यम कर रहे हैं। इसके अलावा, टिनियन द्विप पर परमाणु हमले से सुरक्षित रहने के लिए बंकर भी बनाया गया है, इस पर भी पत्रकार ग़ौर फ़रमा रहे हैं। टिनियन द्विप के लिए अमरीका ने ‘एफ-१५ इगल्स’ लड़ाकू विमानों का दस्ता रवाना किया है, ऐसा अमरिकी माध्यमों का कहना है।

इसी बीच, माध्यमों में जारी हुईं संबंधित खबरों पर अमरिकी रक्षा मंत्रालय ने अभी कुछ भी बयान नहीं किया है। लेकिन, अमरीका की टिनियन द्विप संबंधित गतिविधियाँ शुरू होने से, इस क्षेत्र में बने तनाव में अधिक बढ़ोतरी होती दिख रही है।

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