चीन के साथ व्यवहार करते समय सतर्कता बरते- अमरीका के वरिष्ठ गुप्तचर अधिकारी का इशारा

वॉशिंगटन: आर्थिक जासूसी के क्षेत्र मे चीन यह अमरीका का प्रथम क्रमांक का शत्रु है। उद्योग के संदर्भ मे संवेदनशील जानकारी एवं व्यापार की गुप्त जानकारी चुराने मे वह माहिर है और इस बारे मे उनकी नीति अत्यंत आक्रामक है। इन शब्दों मे अमरीका के वरिष्ठ गुप्तचर अधिकारी ने अमरिकी कंपनियों को चीन के साथ व्यवहार करते हुए सतर्कता बरतें, यह इशारा दिया है। २ दिनों पहले ब्रिटन के माजी गुप्तचर अधिकारी ने चीन की तंत्रज्ञान कंपनी ने ब्रिटिश कंपनियो पर कब्जा पाना यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक होने का इशारा दिया था।

दो हफ्तों पहले अमरीका के ‘लैटिस सेमीकंडक्टर कॉरपोरेशन’ इस तंत्रज्ञान क्षेत्र की कंपनी पर कब्जा पाने मे चीन का प्रयत्न राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने उधेड़ा था। चीन सरकार का निवेश होनेवाले ‘कैनन ब्रिज कैपिटल पार्टनर्स’, ‘यीताई कैपिटल’ एवं ‘चाइना वेंचर कैपिटल फंड’ इन कंपनियों ने अमरीका के ‘लैटिस सेमीकंडक्टर कॉरपोरेशन’ कंपनी पर कब्जा पाने के लिए १.३ अब्ज डॉलर्स का प्रस्ताव दिया था।

यह प्रस्ताव अमरीका के कोषागार विभाग के नियंत्रण मे होने वाले ‘कमेटी ऑन फॉरेन इन्वेस्टमेट इन द यूनाइटेड स्टेट्स’ (सीएफआययूएस) के पास मंजूरी के लिए भेजा गया था। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ‘सीएफआययूएस’ की सिफारिश स्वीकार करके, व्यवहार रद्द करने का निर्णय लिया था। लैटिस खरीद ने वाले कंपनियों से अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा को धक्का देने की कार्रवाई की जा सकती है, इस संदर्भ मे सबूत अपने सामने प्रस्तुत हुए है, इन शब्दों मे ट्रम्प ने व्यवहार रद्द करने का आदेश जारी किया था।

इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के ‘नेशनल काउंटर इंटेलिजेंस एंड सिक्योरिटी सेंट’र के संचालक विलियम एव्हानिना ने एक वृत्तसंस्था को दिए मुलाकात मे चीन के बारे मे सतर्कता का इशारा दिया है। अमरिकी कंपनी मे अधिकारियों को तथा मालिकों को अधिकाधिक लाभ देनेवाले व्यवहार चाहिए, इसकी कल्पना है पर उन्हें हर व्यवहार मे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा होने का एहसास नहीं होता। अमरिकी कंपनियां चीनी कंपनियों से बिक्री करते वक्त एवं संयुक्त उपक्रम कार्यान्वित करते वक्त सुरक्षा के मुद्दा का एहसास रखें ऐसा इशारा एव्हानिना ने दिया है।

विशेषता संरक्षण एवं उनसे संबंधित क्षेत्र की कंपनियों ने इस बारे मे अधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है, ऐसा भी स्पष्ट किया है। उस समय उन्होंने अमरीका के कोषागार विभाग के नियंत्रण मे होने वाले ‘कमेटी ऑन फॉरेन इन्वेस्टमेट इन द यूनाइटेड स्टेट्स’ मे सुधार करने के प्रस्ताव का भी समर्थन किया है।

कुछ महीनों पूर्व अमरीका के रक्षा मंत्रालय के पेंटागौन ने चीनी निवेश के मुद्दे पर एक संवेदनशील अहवाल प्रस्तुत किया था। उसमे अमरीका के ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ क्षेत्र मे काम करनेवाले कंपनियों मे चीन से होनेवाले निवेश पर आक्षेप लिया गया था।

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