लीबिया की ‘मिलिटेरी एकेडमी’ पर हुए हवाई हमले में ३० लोगों की मौत, ३३ घायल

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरत्रिपोली: लीबिया की राजधानी त्रिपोली स्थित मिलिटेरी एकेडमीपर शनिवार की रात हुए हवाई हमले में ३० लोग मारे गए है| इस हवाई हमले के लिए लीबियन सरकार ने हफ्तार बागियों को जिम्मेदार कहा है| तभी, इस हमलें से अपना कुछ भी नाता नही है और लीबियन सरकार और तुर्की इस मामले में हमें फंसा रहे है, यह आरोप भी बागियों ने किया|

पिछले कुछ हफ्तों में त्रिपोली समेत नजदिकी क्षेत्र में हवाई हमलें होने की मात्रा बढी है| तुर्की के सैनिक आगे के कुछ दिनों तक त्रिपोली में रहेंगे और इसी पृष्ठभूमि पर तुर्की के सैनिकों को लक्ष्य करने के लिए बागी सेनाप्रमुख जनरल खलिफा हफ्तार की एलएनएइसी संगठन ने त्रिपोली पर हमलों की तीव्रता बढाई होे का आरोप लीबियन सरकार ने किया था| लीबियन राजधानी पर हुए इन हवाई हमलों के बाद संयुक्त राष्ट्रसंघ ने भी चिंता जताई थी| इसी पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री सराज ने त्रिपोली की सुरक्षा के लिए विमानविरोधी तोंप तैनात किए थे|

पर, इसके बावजूद रात के समय त्रिपोली के अल हधबा मिलिटेरी एकाडेमी पर बडा हवाई हमला हुआ| इस दौरान लष्करी विमानों से बडा बम हमला होने की जानकारी लीबियन सेना ने सार्वजनिक की है| इस हमले में ढेर हुए लोगों में युवा प्रशिक्षणार्थियों का बडी संख्या थी, यह दावा लीबियन सेना ने किया है| घायलों में से कुछ लोगों की स्थिति नाजूक है और मारे गए लोगों का आंकडा बढने की संभावना लीबियन सेना व्यक्त कर रही है| त्रिपोली पर कब्जा करने की तैयारी में होनेवाले लीबियन बागियों ने ही यह हमला किया है, यह आरोप लीबियन सेना ने रखा|

लीबियन सरकार का समर्थन प्राप्त तुर्की एवं कतार ने इस हमले पर आलोचना की है| साथ ही यह युद्धअपराध है और इसके लिए हफ्तार बागियों पर कडी कार्रवाई करने की जरूरत तुर्की और कतार ने व्यक्त की है| पर, इस हमले से अपना किसी भी तरह से नाता नही है, यह बात हफ्तार बागियों के प्रवक्ता ने स्पष्ट की| बल्कि, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बागी नेता जनरल हफ्तार के विरोध में माहौल तैयार करने के लिए लीबियन सेना ने ही यह हमला करवाया है, यह आरोप हफ्तार बागियों के प्रवक्ता ने किया है|

इसी बीच, लीबिया की राजधानी त्रिपोली में अपने सैनिक तैनात करने के तुर्की ने किए निर्णय पर अरब देश भी कडी आलोचना कर रहे है| लीबिया में सेना तैनात करके तुर्की इस देश की स्थिति बिगाडने के लिए सहायता कर रहा है, यह आलोचना सौदी अरब एवं इजिप्ट ने की है|

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