गुप्तचर यंत्रणा ‘सीआईए’ की पहल से – अमरिका और उत्तर कोरिया के बीच गोपनीय चर्चा चलने का दावा

सीआईए, गुप्तचर यंत्रणा, अमरिका, उत्तर कोरिया, गोपनीय चर्चा, दावा, वॉशिंग्टन, डोनाल्ड ट्रम्पवॉशिंग्टन: अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के तानाशाह ‘किम जोंग-उन’ के बीच होने वाली ऐतिहासिक चर्चा की पृष्ठभूमि पर, अमरिका और उत्तर कोरिया के बीच गोपनीय बैठक पूरी होने की जानकारी सामने आई है। अमरिकी मीडिया ने इस मामले में खबर प्रसिद्ध की है और सदर चर्चा अमरिकी गुप्तचर यंत्रणा ‘सीआईए’ और उसके भूतपूर्व प्रमुख माईक पॉम्पिओ की पहल से शुरू होने का दावा किया गया है।

पिछले महीने में उत्तर कोरिया के तानाशाह ‘किम जोंग-उन’ ने परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे को लेकर वैयक्तिक स्तर पर चर्चा करने के लिए दिए प्रस्ताव का राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने स्वीकार किया था। ‘सीआईए’ के भूतपूर्व प्रमुख माईक पॉम्पिओ और उनके नेतृत्व के नीचे एक पथक उत्तर कोरिया के अधिकारियों के साथ चर्चा करा रहा है, ऐसी जानकारी अमरिका के ‘सीएनएन’ न्यूज़ चैनल ने दी है। अमरिका और उत्तर कोरिया छोडकर तीसरे देश में इन अधिकारियों की बैठक होने का दावा इसमें किया गया है। मई महीने के अंत में अथवा जून महीने में ट्रम्प और उन के बीच सीधी चर्चा होने के संकेत मिले हैं और उसके लिए स्थान निश्चित करने की कोशिश शुरू है।

सीआईए, गुप्तचर यंत्रणा, अमरिका, उत्तर कोरिया, गोपनीय चर्चा, दावा, वॉशिंग्टन, डोनाल्ड ट्रम्पउत्तर कोरिया ने अपनी राजधानी प्योंगयांग में यह बैठक हो, ऐसी आग्रही भूमिका ली है। लेकिन अमरिका इस मामले में खतरा मोल लेने के लिए तैयार नहीं है और तीसरे देश में स्थान निश्चित करने की तैयारी दर्शाई है। अमरिका और उत्तर कोरिया के अधिकारियों के बीच हुई बैठक में मंगोलिया की राजधानी ‘उलनबटार’ का नाम भी चर्चा में है, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी है। पॉम्पिओ की अमरिका के विदेश मंत्री के पद पर नियुक्त करने की घोषणा की गई है, लेकिन संसद ने उसपर अबतक मुहर नहीं लगाई है।

माईक पॉम्पिओ की ‘सीआईए’ के भूतपूर्व प्रमुख के तौर पर कारकिर्दगी और राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प के भरोसेमंद सलाहकार का स्थान इस वजह से ‘सीआईए’ ने उत्तर कोरिया के साथ चर्चा के लिए पहल की है, ऐसा कहा जाता है। उत्तर कोरिया के साथ उपलब्ध ‘बैक चैनल्स’ के माध्यम से यह चर्चा शुरू है, ऐसा दावा अमरिकी मीडिया ने किया है। पॉम्पिओ की विदेश मंत्री के तौर पर नियुक्ति निश्चित होने का बाद आगे के चर्चा के सूत्र वही स्वीकारेंगे और विदेश विभाग आगे की व्यवस्था देखेंगे, ऐसा भी इस खबर में कहा गया है।

दौरान, ट्रंप के साथ वैयक्तिक चर्चा का प्रस्ताव देने वाले ‘किम जोंग-उन’ ने कोरियन क्षेत्र के परमाणु मुक्ति के लिए वह तैयार हैं, ऐसा अमरिकी प्रशासन को सीधे कहा है, ऐसी जानकारी सामने आई है। इस वजह से अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और उत्तर कोरिया के तानाशाह उन के बीच चर्चा सफल हो सकती है, ऐसे संकेत मिल रहे हैं। उसी समय उत्तर कोरिया जैसे आक्रामक देश को शांत करने के पीछे राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की सामरिक दृष्टि है, ऐसा दावा कुछ अमरिकी विश्लेषक कर रहे हैं।

साउथ चाइना सी’ क्षेत्र में अमरिका का अजस्त्र विमान वाहक जंगी जहाज गश्त लगा रहे हैं और यह जंगी जहाज चीन के बंदरगाह के पास से गुजर रहे हैं। चीन की नौसेन भी इसे प्रत्युत्तर देने की कार्रवाइयां कर रही है। इस वजह से सदर क्षेत्र में किसी भी समय संघर्ष भडक सकता है, ऐसी चिंता जताई जा रही है। ऐसी परिस्थिति में चीन को उत्तर कोरिया जैसे मित्र देश से अलग करने के लिए ट्रम्प ने ‘किम जोंग-उन’ के साथ चर्चा के करने की मुस्तैदी दिखाई है, ऐसा दावा कुछ लोग कर रहे हैं।

लेकिन ऐसा होते हुए भी, ‘उन’ की चंचलता का प्रमाण देकर राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की यह कोशिश नाकाम की जा सकती है, ऐसी चर्चा भी शुरू ही है।

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