चीन की वर्चस्ववादी गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन ने जापान के साथ बढ़ाया रक्षा सहयोग – ब्रिटेन की विमान वाहक युद्धपोत जापान पहुँचेगी

china-britain-japan-cooperation-2लंदन/टोकियो/बीजिंग – चीन की वर्चस्ववादी गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन ने जापान के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने का ऐलान किया है। ब्रिटेन के रक्षामंत्री बेन वॉलेस के साथ एक उच्च स्तरीय शिष्टमंडल जापान की यात्रा कर रहा है और इसी बीच यह जानकारी साझा की गई है। इस दौरान ब्रिटेन की विमान वाहक युद्धपोत ‘एचएमएस क्वीन एलिज़ाबेथ’ सितंबर में जापान पहुँच रही है और इस दौरान संयुक्त युद्धाभ्यास का भी आयोजना होगा, ऐसा ब्रिटेन द्वारा कहा गया है। इसी के साथ वर्ष के अन्त से ब्रिटेन अपने दो युद्धपोत स्थायी रूप से ‘इंडो-पैसिफिक’ क्षेत्र में तैनात करेगा, यह ऐलान भी रक्षामंत्री वॉलेस ने किया।

बीते कुछ वर्षों में चीन की विस्तारवादी गतिविधियों में बढ़ोतरी हुई है और साउथ चायना सी, ईस्ट चायना सी समेत पूरे पैसिफिक क्षेत्र पर प्रभाव बढ़ाने के लिए आक्रामक नीति अपनाई जा रही है। चीन की इस आक्रामकता को रोकने के लिए अमरीका ने पहल की है और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के सहयोगी देशों के साथ यूरोप के मित्रदेशों से भी अधिक सक्रिय होने का निवेदन किया है। इसके बाद फ्रान्स, जर्मनी, ब्रिटेन जैसे देशों ने इंडो-पैसिफिक में अपनी गतिविधियाँ बढ़ाने के संकेत दिए हैं। इन देशों ने इसके लिए स्वतंत्र नीति का भी ऐलान किया है और ‘फ्रीडम ऑफ नेविगेशन’ का मुद्दा उठाकर रक्षा तैनाती के संकेत दिए हैं।

china-britain-japan-cooperation-1इसी के हिस्से के तौर पर फिलहाल ब्रिटेन की विमान वाहक युद्धपोत ‘एचएमएस क्वीन एलिज़ाबेथ’ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में दाखिल हुई है। अगले महीने में यह विमान वाहक युद्धपोत अपने टास्क फोर्स के साथ साउथ चायना सी में यात्रा करेगी। चीन कितना भी धमकाए तब भी इसे नजरअंदाज़ करके ब्रिटीश विमान वाहक युद्धपोत यह मुहिम पूरी करेगी, ऐसी गवाही रक्षामंत्री बेन वॉलेस ने दी है। अंतरराष्ट्रीय समुद्री क्षेत्र से यात्रा कर रहे जहाज़ों पर चीन नज़र रखता है और इन जहाज़ों का पीछा भी करता है, यह बात अब छुपी नहीं रही। हम चीन का सम्मान करते हैं और चीन भी हमारा सम्मान करेगा, ऐसी उम्मीद है। अंतरराष्ट्रीय नियमों का सम्मान करके ब्रिटीश नौसेना अपनी मुहिम चलाएगी’, ऐसा रक्षामंत्री वॉलेस ने स्पष्ट किया।

साउथ चायना सी की मुहिम के बाद यह ब्रिटीश विमान वाहक युद्धपोत जापान भी पहुँचेगी, यह ऐलान ब्रिटीश रक्षामंत्री ने किया। ‘एचएमएस क्वीन एलिज़ाबेथ’ और टास्क फोर्स जापान के पांच बंदरगाहों की यात्रा करेगी। सितंबर महीने की इस यात्रा के दौरान ब्रिटेन और जापान की नौसेनाओं का संयुक्त युद्धाभ्यास भी होगा, ऐसा वॉलेस ने कहा। इस दौरान वॉलेस ने जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा और रक्षामंत्री नोबुओ किशी से मुलाकात की। जापान के साथ समुद्री एवं रक्षा क्षेत्र का सहयोग अधिक मज़बूत किया जा रहा है, यह ऐलान भी ब्रिटीश रक्षामंत्री ने किया।

जापान के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने के साथ ही इस वर्ष के अन्त से ब्रिटेन के दो युद्धपोत स्थायी रूप से इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में तैनात रहेंगीं, ऐसा रक्षामंत्री बेन वॉलेस ने कहा। यह तैनाती ब्रिटेन की आक्रामक ‘इंडो-पैसिफिक’ नीति का हिस्सा मानी जा रही है। ब्रिटेन के अलावा फ्रान्स एवं जर्मनी ने भी इस क्षेत्र में अपनी युद्धपोतों की तैनाती का ऐलान किया है। जापान के रक्षामंत्री नोबुओ किशी ने भी बीते महीने यूरोपिय देशों से इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में रक्षा तैनाती पर अधिक जोर देने के लिए निवेदन किया था।

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