तालिबान ने अफ़गानिस्तान में हासिल की हुई कामयाबी के बाद पाकिस्तान में हमले और आतंकी गतिविधियों की तीव्रता बढ़ी

पाकिस्तान में हमले

ग्वादर – पाकिस्तान के ग्वादर शहर में शुक्रवार के दिन जोरदार विस्फोट हुआ। यह विस्फोट आत्मघाती हमला होने का दावा भी किया जा रहा है। साथ ही इस घटना में तकरीबन छह चीनी इंजिनिअर्स के मारे जाने की जानकारी सोशल मीडिया पर देखी गई थी। इसी बीच पाकिस्तान की पुलिस यंत्रणाओं ने इस विस्फोट में तीन लोगों के मारे जाने का बयान करके मृतकों में दो बच्चों का समावेश होने की जानकारी साझा की है। इसके साथ ही पाकिस्तान में शुरू चीन के ‘सीपीईसी’ प्रकल्प के खिलाफ ग्वादर में जोरदार प्रदर्शन होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। पाकिस्तान में हो रहे यह हमले और हिंसक गतिविधियाँ अफ़गानिस्तान में अराज़कता फैलने से बढ़ रहे हैं, यह इशारा विश्‍लेषकों ने दिया है।

अफ़गानिस्तान पर तालिबान का कब्ज़ा होने की वजह से पाकिस्तान काफी असुरिक्षत होगा, यह चिंता पाकिस्तान के विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे थे। उनकी यह चिंता सही होने की बात पिछले कुछ दिनों से स्पष्ट हुई हैं। गुरूवार के दिन पाकिस्तान के बहावलनगर में एक धार्मिक रैलि में बम विस्फोट होने से छह लोग मारे गए थे और ५९ घायल हुए थे। इसके बाद ग्वादर शहर में बम विस्फोट होने की खबर प्राप्त हुई है। इस घटना की पूरी जानकारी अभी सामने नहीं आयी है, फिर भी इसके पीछे आतंकी हरकत होने की संभावना जताई जा रही है। साथ ही यह विस्फोट चीनी इंजिनिअर्स को लक्ष्य करने के लिए किया गया है, यह दावा सोशल मीडिया पर हो रहा है। इसमें चीन के छह इंजिनिअर्स मारे जाने की जानकारी सोशल मीडिया से प्राप्त हुई थी। लेकिन, इसकी अधिकृत स्तर पर पुष्टी नहीं हो पाई है।

अफ़गानिस्तान में तालिबान का राज स्थापित हो रहा है और यह पाकिस्तान के लिए काफी संतोष की बात होने का दावा इस देश के चरमपंथी कर रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने भी इस पर खुलेआम आनंद व्यक्त किया है। लेकिन, जल्द ही इसके परिणाम पाकिस्तान में दिखाई देंगे क्योकि, पाकिस्तान के चरमपंथी एवं आतंकी संगठनों को तालिबान की जीत से बल प्राप्त हुआ है, ऐसा विश्‍लेषक एवं ज्येष्ठ पत्रकारों का कहना है। तालिबान ने अफ़गानिस्तान के जेलों में बंद ‘तेहरीक ए तालिबान’ के आतंकियों को रिहा किया है। यह एक ही बात पाकिस्तान को असुरक्षित करने के लिए काफी होगी, यह इशारा इन सभी ने दिया है।

बीते कुछ दिनों से पाकिस्तानी सेना पर हो रहे हमले एवं पंथिय विद्वेशपूर्ण हमले एवं महिलाओं के अत्याचारों की घटनाएं काफी मात्रा में बढ़ी हैं। यह अफ़गानिस्तान में तालिबान की जीत का पाकिस्तान को प्राप्त हुआ तोहफा है, इस ओर विश्‍लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। इसके अलावा शुक्रवार के दिन पाकिस्तान की कुछ धार्मिक संस्थाओं ने तालिबान के झंड़े लगाकर पाकिस्तान की सरकार को गंभीर इशारा दिया होने की खबरें माध्यमों में देखी गई हैं। इन खबरों का दाखिला देकर पाकिस्तान को अगले दिनों में भयंकर अंदरुनि संघर्ष का मुकाबला करना पड़ेगा, माध्यम यह अनुमान लगा रहे हैं।

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