केरल के बाद बंगलुरू में किया गया ‘आयएस’ का बड़ा ‘मोड्यूल’ ध्वस्त

kerala-bengaluruबंगलुरू – राष्ट्रीय जाँच एजन्सी ‘एनआयए’ ने बंगलुरू में ‘आयएस’ का ‘मोड्यूल’ ध्वस्त करके दो लोगों को गिरफ्तार किया है। वर्ष २०१३-१४ में कुछ लोग बंगलुरू से इराक और सीरिया पहुँचे थे। केरल के बाद सबसे अधिक बंगलुरू के लोग ‘आयएस’ में शामिल होने के लिए इराक और सीरिया पहुँचे थे। इनमें से दो लोग सीरिया में ‘आयएस’ के लिए लड़ते लड़ते मारे गए थे। तभी अन्य २०१४ में भारत लौटे हैं और वे अभी तक फरार हैं। इस मोड्यूल के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

kerala-bengaluruएनआयए’ ने इस मामले में अब्दुल कादर और इरफान नासिर को गिरफ्तार किया है। इनमें से अब्दुल एक बैंक में काम कर रहा था और नासिर अपने परिवार का कारोबार चला रहा था। इन दोनों ने इस मोड्यूल के अधिकांश सदस्यों के लिए आर्थिक प्रावधान किया था। केरल के कसारागोड़ और पलक्कड़ ज़िले से २२ लोग इराक और सीरिया गए थे। भारत से इराक और सीरिया जानेवाला यह सबसे बड़ा गुट था, यह समझा जा रहा है। इसके बाद बंगलुरू में ‘आयएस’ का सबसे बड़ा ‘मोड्यूल’ मौजूद होने की बात सामने आ रही है, यह बयान अधिकारियों ने किया है।

अगस्त महीने में बंगलुरू से अब्दुर रहमान नामक आँख के डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया था। वह बंगलुरू के रमैया अस्पताल में कार्यरत था। ‘एनआयए’ ने ‘इस्लामिक स्टेट खोरासन प्रोविन्स’ (आयएसकेपी) का सदस्य होने की आशंका से रहमान को गिरफ्तार किया था। उसकी जाँच में प्राप्त हुई जानकारी से ‘आयएस’ के इस मोड्यूल की मौजूदगी सामने आयी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.