अफगान सेना ने ‘जैश’ का अड्डा तबाह किया

काबूल – अफगानिस्तान की सेना ने अफगानिस्तान के पूर्वीय क्षेत्र के नांगरहार प्रांत में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का अड्डा तहस-नहस किया। अफगानिस्तान की स्थानीय वृत्तसंस्था ने इससे जुडी खबर प्रसिद्ध की है। कुछ दिन पहले ही तालिबान के अड्डे पर, जैश के आतंकी भारत में आतंकी हमलें करने के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे थे, यह बात सामने आयी थी। इसी कारण अफगान सेना ने नांगरहार प्रांत में जैश के इस अड्डे पर की हुई यह कार्रवाई भारत की सुरक्षा की दृष्टि से काफी अहम साबित होती है।

पिछले १३ वर्षों से अफगानिस्तान के पूर्वीय क्षेत्र के नांगरहार प्रांत में स्थित घोरकी में ‘जैश’का अड्डा मौजूद है। जैश यह पाकिस्तान का आतंकी संगठन है और पाकिस्तान का आयएसआय ही जैश को हर तरह की सहायता प्रदान करता है। इस वजह से अफगानिस्तान और पाकिस्तान की ड्युरंड लाईन पर बनें जैश के इस अड्डे के पीछे पाकिस्तान के होने की बात समय समय पर स्पष्ट हुई थी। इस अड्डे पर बडी मात्रा में जैश के आतंकी और हथियारों का भंडार होने की बात, अफगान सेना ने की हुई इस कार्रवाई के बाद स्पष्ट हुई। इस अड्डे से अफगान सेना ने हथियारों का काफी बडा भंडार बरामद किया है। साथ ही, जैश के एक पाकिस्तानी सदस्य को भी अफगान सेना ने हिरासत में लिया है।

अमरीका और तालिबान के बीच हुए शांति समझौते के बाद अफगानिस्तान में तालिबान के वर्चस्व में बढोतरी होती दिखाई देने लगी थी। इससे खुश होकर पाकिस्तान ने भारत के विरोध में हरकतें करने के लिए अफगानिस्तान की भूमि का इस्तेमाल शुरू किया था। इसी वजह से पाकिस्तान के आयएसआय ने, अपना प्रभाव होनेवाले तालिबानी गुटों के माध्यम से जैश-ए-मोहम्मद, लष्कर-ए-तोयबा इन आतंकी संगठनों के नए सदस्यों को प्रशिक्षण देने का काम शुरू किया था। लेकिन अफगान सेना ने तालिबान के अड्डों पर हमलें करके, भारत के ख़िलाफ़ हो रही साजिश नाकाम की हुई दिख रही है।

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