अमरिकी विध्वंसक ‘ब्लैक सी’ के क्षेत्र में पहुंची

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमॉस्को/वॉशिंगटन: अमरिकी नौसेना के ‘सिक्स्थ फ्लीट’ का हिस्सा होनेवाली ‘यूएसएस पोर्टर’ यह प्रगत विध्वंसक ‘ब्लैक सी’ सागरी क्षेत्र में दाखिल हुई है| इस वर्ष में अमरिकी नौसेना से ब्लैक सी में विध्वंसक तैनात करने का यह छठवां समय है| इससे पहले जुलाई महीने में ‘सी ब्रीझ २०१९’ नाटो के युद्धाभ्यास के लिए अमरिका ने अपनी दो युद्धोंनौका ‘ब्लैक सी’ में तैनात की थी| अमरिका एवं रशिया यह दोनों देश आईएनएफ ट्रीटी से बाहर निकलने के बाद प्रगत मिसाइलों ने सज्जित विध्वंसक भेजकर अमरिका ने रशिया को चेतावनी देने की बात मानी जा रही है|

अमरिका से ब्लैक सी में सहयोगी एवं साझेदार देशों से शुरू मुहिम इस प्रादेशिक स्थिरता कायम रखने की हेतु से बनाई गई है| अमरिकी नौसेना की योग्य एवं ठोस सुरक्षा पहुंचाने की क्षमता विध्वंसक के तैनाती से सिद्ध होती है, ऐसे शब्दों में ‘सिक्स्थ फ्लीट’ के वाइस एडमिरल लीसा एम फ्रेंचीटी ने ‘यूएसएस पोर्टर’ की ब्लैक सी क्षेत्र में हुई तैनाती का समर्थन किया है| अंतरराष्ट्रीय नियमों के अनुसार अमरिकी विध्वंसक लगभग ३ हफ्ते इस क्षेत्र में तैनात रह सकते हैं, ऐसी जानकारी सूत्रों ने दी है|

यूएसएस पोर्टर यह अमरिकी विध्वंसक ब्लैक क्षेत्र में दाखिल होने के बाद रशिया ने भी अपने ‘ब्लैक सी फ्लीट’ का भाग होनेवाला विध्वंसक रवाना करने की बात सामने आई है| रशिया के रक्षा विभाग ने इसे समर्थन दिया है| अमरिका के ब्लैक सी क्षेत्र की गतिविधियों के बारे में रशिया अत्यंत संवेदनशील होने की बात इससे पहले हुई घटना से सामने आई थी| जनवरी महीने में अमरिकी विध्वंसक ब्लैक सी क्षेत्र में दाखिल होने के बाद उसे अधिक समय तैनात नहीं रखने देंगे, ऐसा रशिया ने सूचित किया था| रशिया के लड़ाकू विमानों ने अमरिकी युद्ध नौकाओं के पास खतरनाक उड़ान करने की घटनाएं भी सामने आई थी|

रशिया ने वर्ष २०१४ में यूक्रेन के क्रीमिया प्रांत का कब्जा लेने के बाद अमरिका ने ब्लैक सी क्षेत्र की तरफ अधिक गंभीरता से ध्यान देना शुरू किया था| पिछले कुछ वर्षों में अमरिका के विध्वंसक लगातार इस क्षेत्र में तैनात हो रहे हैं और रशिया की आक्रामक लष्करी कार्रवाईयों पर बारीकी से नजर रखे हैं| अमरिका ने नाटो सदस्य देशों की सहायता से इस क्षेत्र में युद्धाभ्यास की संख्या भी बढ़ाई है और यह बात रशिया को रोकने की धारणा का भाग माना जा रहा है|

दौरान अमरिका ने रोमानिया में तैनात किए ‘एजिस’ यह बैलिस्टिक मिसाइल भेदी यंत्रणा अपग्रेड करने की जानकारी नाटो ने दी है| अमरिका की इस यंत्रणा के आधुनिकीकरण में नए राडार सॉफ्टवेयर एवं इंटरसेप्टर बिठाने की बात मानी जा रही है| पर अमरिका ने इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी है| यूरोपीय देशों को रशिया से होनेवाला खतरा ध्यान में रखते हुए ‘एजिस’ का आधुनिकीकरण करने की बात कही जा रही है|

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