रशिया के अत्याधुनिक हथियार एक दशक तक वर्चस्व में रहेंगे – रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन का भरोसा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

सोची – ‘रशिया के नए हथियार एक दशक तक वर्चस्व में रहेंगे। क्योंकि रशिया ने निर्माण किए हथियारों का सामना करने वाली अथवा उनको भेदने वाली यंत्रणा दुनिया में कहीं भी नहीं है, ऐसा दावा रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन ने किया है। रशिया के इन हथियारों की वजह से आने वाले समय में दुनिया में सत्ता का समतोल कायम रहेगा, ऐसा सूचक विधान पुतिन ने किया है।

मार्च महीने में रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया के सामने रशिया के अत्याधुनिक हथियारों का प्रदर्शन रखा था। उस समय परमाणु विस्फोटकों से सज्जित हाइपरसोनिक मिसाइल अभेद्य होने का दावा पुतिन ने किया था। ध्वनि से २० गुना तेजीसे यात्रा करने वाले यह मिसाइल दुनिया के किसी भी रडार और मिसाइल भेदी यंत्रणा को गुमराह कर सकते हैं, ऐसा पुतिन ने घोषित किया था।

हथियार

इसके अलावा रशिया के ‘मिग-३१’ लड़ाकू विमान, सीरिया के युद्ध में इस्तेमाल किए गए ‘टू-९५ए’ और ‘टू-१६०’ यह बॉम्बर विमान अतिप्रगत होने की घोषणा पुतिन ने की थी। मिसाइल, विमानों के साथ साथ पुतिन ने प्रदर्शित किए परमाणु सज्ज ड्रोन पनडुब्बी में प्रलयकारी त्सुनामी निर्माण करने की क्षमता होने की चिंता अमरिकी लष्करी विश्लेषकों ने व्यक्त की थी।

मंगलवार को सोची में हुई वरिष्ठ लष्करी अधिकारियों की बैठक में बोलते समय राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने, फिरसे इन अत्याधुनिक हथियारों का उल्लेख करके आने वाले दशक तक रशिया के हथियार अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर वर्चस्व में रहेंगे, ऐसा कहा है। रशिया के पास वर्तमान में अंतर महाद्वीपीय मिसाइल्स, परमाणु सज्जित ड्रोन पनडुब्बी और टारगेट के अनुसार दिशा बदलने वाले हाइपरसोनिक मिसाइल्स हैं, इसकी याद पुतिन ने दिलाई है।

इन अत्याधुनिक हथियारों की वजह से रशिया की रक्षा सज्जता में कई गुना बढ़ोत्तरी होने का दावा पुतिन ने किया है। साथ ही इसके आगे भी शस्त्रसज्जता बढाते रहना यह रशिया का उद्देश्य होगा, ऐसा भी पुतिन ने आगे कहा है। रशिया के अत्याधुनिक हथियार आने वाले दो सालों में रक्षादल में शामिल होंगे, ऐसा विश्वास रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने व्यक्त किया है। साथ ही ‘एस-५००’ इस अतिप्रगत मिसाइल भेदी यंत्रणा का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने का आदेश भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने दिया है।

दौरान, आने वाले दो सालों में रशिया अपने हाइपरसोनिक हथियार युद्ध में इस्तेमाल करने की तैयारी में है, ऐसा दावा अमरिका के एक लष्करी सूत्र ने नाम न बताने की शर्त पर स्थानीय न्यूज़ चैनल से किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.