अमरीका और युरोप में ज्यूविद्वेषी हमलों में प्रचंड बढ़ोतरी

वॉशिंग्टन – इस्रायल और हमास के बीच संघर्ष भड़कने के बाद, पिछले दस दिनों में अमरीका और युरोप में ज्यूधर्मियों पर कम से कम १९३ वंशविद्वेषी हमले हुए हैं। अमरीका के विख्यात टाइम्स स्क्वेयर चौक से लेकर लंदन की सड़कों तक ज्यूधर्मियों को लक्ष्य किया गया, ऐसी चिंता ‘अँटी डिफेमेशन लीग’ (एडीएल) इस अमरिकी संगठन ने ज़ाहिर की। ये हमलें रोकने के लिए अमरीका का बायडेन प्रशासन कार्रवाई करें, ऐसा आवाहन कुछ सिनेटर्स कर रहे हैं।

us-europe-jews-3‘इस्रायल और हमास के बीच संघर्ष जैसे-जैसे बढ़ता गया, उसके अनुसार दुनियाभर के ज्यूविद्वेषी हमलों में भयावह और खतरनाक बढ़ोतरी होती गई। इसमें ज्यूधर्मियों को मारधाड़, उनकी मालमत्ता को क्षति पहुंचाना, हिंसा और अत्याचार की घटनाओं का समावेश होने की जानकारी सामने आ रही है। लंदन, पॅरिस से लेकर अमरीका के लॉस एंजिलिस, फ्लोरिडा, न्यूयॉर्क ऐसे बड़े शहर, यहाँ तक कि एकदम छोटे शहरों में भी ऐसे हमले हुए। सोशल मीडिया में भी ज्यूविद्वेषी प्रचार किया गया’, ऐसी जानकारी एडीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी जोनॅथन ग्रीनबेल्ट ने दी।

us-europe-jews-1इस्रायल-हमास के बीच संघर्ष के जारी रहते, दुनिया भर में ज्यूधर्मियों पर लगभग १९३ हमले हुए, ऐसा ग्रीनबेल्ट ने बताया। उससे पहले पिछले डेढ़ साल में ज्यूधर्मियों पर १३१ हमलें दर्ज हुए थे। उसकी तुलना में पिछले दस दिनों में हमलों में भारी बढ़ोतरी हुई, ऐसा ग्रीनबेल्ट ने स्पष्ट किया। इनमें न्यूयॉर्क और लॉस एंजिलिस शहरों में हुए हमले गंभीर स्वरूप के होकर, उनकी जांच जारी है। न्यूयॉर्क के प्रशासन ने ज्यूधर्मियों पर होनेवाले हमलों की निर्भत्सना की है। वहीं, लॉस एंजिल्स शहर में दो गाड़ियों ने ज्यूधर्मिय युवा का पीछा किया। यह बहुत ही गंभीर बात है, ऐसा स्थानिक पुलिस का कहना है।

us-europe-jews-2‘एडीएल’ ने राष्ट्राध्यक्ष बायडेन को, ज्यूधर्मियों पर हो रहे इन हमलों पर चिंता ज़ाहिर करनेवाला पत्र लिखा है। इस मामले में एडीएल के अधिकारी और अमरिकी सीनेट के कुछ नेताओं ने व्हाइट हाउस की भेंट की होने की खबरें भी आ रही हैं। हिंसक हमलों के साथ सोशल मीडिया में भी ज्यूधर्मियों को लक्ष्य किया जा रहा है, ऐसा एडीएल ने इस पत्र में कहा है। दूसरे विश्वयुद्ध में हिटलर ने की हुईं ज्यूधर्मियों की हत्याएँ उचित ही थीं, ऐसा प्रक्षोभक और उकसाऊ टेक्स्ट होनेवाले तकरीबन १७ हज़ार पोस्ट इस्रायल-हमास संघर्ष के दौरान वायरल हो गए थे, यह भी एडीएल ने दर्ज किया है।

इसी बीच, अर्जेंटीन, कैनेडा में दीवारों पर ज्यूविद्वेषी टेक्स्ट लिखकर उसे सोशल मीडिया में वायरल किया गया था। वहीं, पिछले हफ्ते लंदन में प्रदर्शनों के दौरान गाड़ियों में बैठे फिलिस्तीनी युवाओं ने, ‘ जहाँ भी ज्यू दिखाई देंगे, वहाँ उनका खून करो’, ऐसे भयंकर नारे लगाए थे। उसकी भी जांच जारी होकर, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने, इस मामले में अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करने की घोषणा की है।

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