पूर्व राष्ट्राध्यक्ष मोर्सी की संपत्ति ज़ब्त करके इजिप्ट की मुस्लिम ब्रदरहूड के ८८ सदस्यों पर कार्रवाई

कैरो – इजिप्ट के न्यायालय ने पूर्व राष्ट्राध्यक्ष मोहम्मद मोर्सी समेत मुस्लिम ब्रदरहूड के ८९ नेताओं की संपत्ति ज़ब्त करने के आदेश दिये हैं। इजिप्ट में आतंकवादी कारनामों को समर्थन दिया, ऐसा बताकर न्यायालय ने यह फ़ैसला सुनाया। इजिप्ट के न्यायालय ने किये इस फ़ैसले पर मुस्लिम ब्रदरहूड तथा तुर्की में से प्रतिक्रिया आ रही है। इजिप्ट ने बहुत पहले ही ‘मुस्लिम ब्रदरहूड’ को ‘आतंकवाद समर्थक संगठन’ घोषित किया था।

egypt-muslim-brotherhoodइजिप्ट के माध्यमों ने जारी की जानकारी के अनुसार, ‘कोर्ट फॉर अर्जंट मॅटर्स’ न्यायालय ने सोमवार के दिन पूर्व राष्ट्राध्यक्ष मोर्सी समेत मुस्लिम ब्रदरहूड के अन्य नेताओं की संपत्ति ज़ब्त करने के आदेश दिये। ब्रदरहूड के नेताओं की संपत्ति पर कब्ज़ा करके उसे राष्ट्रीय कोष में ज़मा किया जायें, ऐसा फ़ैसला सुनाया गया था। इनमें इजिप्ट के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष मोहम्मद मोर्सी के साथ मुस्लिम ब्रदरहूड के सर्वोच्च नेता मोहम्मद बदी, उनके उपप्रमुख खैरात अल-शातेर, मोहम्मद बेलतागी, अब्देल-रेहमान अल-बार, अहमद दियाब, ओसामा यासिन तथा बासेम उदा ऐसे बड़े नेताओं का समावेश है।

कुल कितनी संपत्ति की ज़ब्ती के आदेश दिये गये, इसका पता नहीं चल सका। लेकिन पूर्व राष्ट्राध्यक्ष मोर्सी के बैंकख़ाते में होनेवाली संपत्ति के साथ ही पारिवारीक संपत्ति पर भी ज़ब्ती के आदेश दिये गये हैं। मोर्सी की सन २०१९ में अस्पताल में होते समय मृत्यु हुई थी। इस कारण, उनकी संपत्ति की ज़ब्ती के बारे में किये फ़ैसले पर, ब्रदरहूड में उनके समर्थकों द्वारा तथा तुर्की में से भी ग़ुस्सा ज़ाहिर किया जा रहा है। इजिप्ट की सरकार और क़ानूनी व्यवस्था बदले की भावना से यह कार्रवाई कर रहे हैं, ऐसा आरोप ब्रदरहूड ने किया है। सन २०११ में ब्रदरहूड ने करवायी क्रांति का बदला लिया जा रहा है, ऐसा दोषारोपण इस आतंकवादी संगठन ने किया है।

सन २०११ में अरब-इस्लामी देशों में आये अरब स्प्रिंग के दौर में मुस्लिम ब्रदरहूड ने, इजिप्ट के तानाशाह होस्नी मुबारक की हुक़ूमत का तख़्ता पलट दिया था। आगे चलकर ब्रदरहूड ने इजिप्ट की सत्ता पर कब्ज़ा कर लिया और मोर्सी को देश के राष्ट्राध्यक्ष नियुक्त किया था। लगभग साल भर के बाद तत्कालीन लष्करप्रमुख जनरल अब्देल अल-सिसी के नेतृत्व में इजिप्ट के लष्कर ने मोर्सी की सरकार के खिलाफ़ बग़ावत का ऐलान किया और फिर से इजिप्ट की सत्ता पर नियंत्रण हासिल किया था।

egypt-muslim-brotherhoodआगे चलकर सिसी ने इजिप्ट के राष्ट्राध्यक्षपद की बागड़ोर सँभाल ली। उसके बाद, मोर्सी तथा मुस्लिम ब्रदरहूड संगठन, इजिप्ट के और पड़ोसी देशों के आतंकवादी संगठनों की आर्थिक सहायता कर रहे होने का आरोप रखकर उनपर कार्रवाई की गयी थी। पूर्व राष्ट्राध्यक्ष मोर्सी तथा ब्रदरहूड के नेता, कार्यकर्ता ऐसे सातसौं से भी अधिक लोगों को गिरफ़्तार किया गया था। उसीके साथ ब्रदरहूड और उससे जुड़े संगठनों को ‘आतंकवादी’ घोषित किया गया था।

इसी बीच, अमरीका के विदेश मंत्रालय ने ‘मुस्लिम ब्रदरहूड’ से जुड़े ‘हराकत सवाद मिस्र – हस्म’ इस संगठन को ‘आतंकवादी’ घोषित किया है। अमरिकी प्रशासकीय तथा सुरक्षा अधिकारियों पर हुए हमलों की पृष्ठभूमि पर यह कार्रवाई की है, ऐसा अमरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा है। इससे पहले ही रशिया, संयुक्त अरब अमिरात (युएई) और सौदी अरब ने ‘मुस्लिम ब्रदरहूड’ और उससे जुड़े संगठनों को ‘आतंकवादी’ घोषित किया है। सौदी ने तो ब्रदरहूड का प्रचार करनेवालों पर भी कार्रवाई शुरू की होने की ख़बरें प्रकाशित हुईं थीं। अल कायदा, आयएस इन आतंकवादी संगठनों पर मुस्लिम ब्रदरहूड का प्रभाव होने का दावा किया जाता है।

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