भारत में बीते २४ घंटों में कोरोना के ८६ हज़ार मामले

नई दिल्ली – बीते २४ घंटों में भारत में कुल १०८९ कोरोना संक्रमित मृत हुए और देश में कोरोना के मृतकों की संख्या ६९,५६१ हुई। शनिवार की शाम तक देश में कोरोना के ८६,४३२ नए मामले सामने आए। कोरोना संक्रमितों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी के साथ ही देश में एक दिन में कोरोना संक्रमितों के ठीक होने का नया रिकार्ड़ भी दर्ज़ हुआ है। इस दौरान एक दिन में ७० हज़ार से अधिक कोरोना संक्रमित इलाज से ठीक होकर घर लौटे हैं। ऐसे में बीते २४ घंटों के दौरान महाराष्ट्र में कोरोना के २०,४८९ नए मामले दर्ज़ हुए।

८६ हज़ार मामले

बीते सप्ताह से देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बड़ी तेज़ी से बढ़ने की बात सामने आ रही है। शुक्रवार से शनिवार की सुबह तक देश में कोरोना के रिकार्ड़ ८६,४३२ नए मामले सामने आए। इसके साथ ही भारत में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर ४०,२३,१७९ हुई। महाराष्ट्र में आज कोरोना के २०,४८९ मामले सामने आए और १०,८०१ संक्रमित ठीक हुए। ऐसे में राज्य में अब २,२०,६६१ कोरोना संक्रमितों पर इलाज़ चल रहा है। राज्य में कोरोना संक्रमितों का ठीक होने का प्रमाण अब ७२.०१% हुआ है।

महाराष्ट्र के साथ आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में कोरोना मरिज़ों की संख्या में बड़ी मात्रा में बढ़ोतरी हो रही है। बीते २४ घंटों में देश में देखे गए लगभग ४६% मरीज़ इन तीन राज्यों में देखे गए हैं और २२% मरीज़ महाराष्ट्र में सामने आए हैं। इसी बीच देश में बीते २४ घंटों में मृत हुए कोरोना संक्रमितों में से ५२% मृत्यु इन तीन राज्यों में हुई है और इनमें से अधिकांश ३५% मृत्यु महाराष्ट्र में हुई है। महाराष्ट्र के पुणे, नागपुर, कोल्हापुर, सांगली, नाशिक, अहमदनगर, रायगड़, जलगाव, सोलापुर, सातारा और पालघर में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने का प्रमाण अधिक है।

८६ हज़ार मामले

केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में जारी संक्रमण रोकने के लिए आक्रामक योजना की सूचना की है और मृत्युदर एक प्रतिशत से कम करने पर ध्यान केंद्रीत करने का आवाहन किया है। इस दौरान कोरोना का परीक्षण बढ़ाने के साथ मृत्युदर कम रखने के लिए प्रभावी व्यवस्थापन और मरीज़ों के प्राणों की रक्षा के लिए विभिन्न स्तरों पर आवश्‍यक प्रभावी प्रावधान करने की सूचना भी राज्यों को दी गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड़-१९ की जाँच करने को लेकर सुधारित नियम जारी किए हैं। इसके अनुसार ऑन डिमांड टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इससे कोई भी अब डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना भी अपना कोरोना टेस्ट करा सकेगा।

कोरोना का पहला टीका विकसित होने का दावा रशिया ने हाल ही में किया था। रशिया ने बनाया यह ‘स्पुटनिक वी’ टीका प्रभावी और सुरक्षित होने का दावा ‘लैन्सेट’ मेडिकल पत्रिका ने किया है। इसी पृष्ठभूमि पर रशिया का दौरा कर रहे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के सामने ‘शांघाय को-ऑपरेशन ऑर्गनाइज़ेशन’ (एससीओ) की बैठक में यह टीका पेश किया गया। फिलहाल भारत-अमरीका के वैज्ञानिक कोरोना पर संयुक्त अनुसंधान का काम कर रहे हैं। इसके अलावा भारत-इस्रायल भी कोरोना का टीका तैयार करने के लिए संयुक्त कोशिश कर रहे हैं।

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