म्यांमार में सेना की कार्रवाई में ८२ प्रदर्शनकारियों की मौत – जुंटा हुकूमत के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की म्यांमार के राजदूत की माँग

यंगून/वॉशिंग्टन – लोकतंत्र के समर्थक नेताओं की रिहाई की माँग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर म्यांमार की सेना की कार्रवाई के दौरान कम से कम ८२ लोग मारे गए हैं। म्यांमार की सेना ने प्रदर्शनकारियों पर रायफल ग्रेनेड़ का इस्तेमाल करने की जानकारी स्थानीय संगठन दे रही हैं। अपने देश की जुंटा हुकूमत की इस कार्रवाई के खिलाफ संयुक्त राष्ट्रसंघ सख्त कार्रवाई करे और म्यांमार को ‘नो-फ्लाय ज़ोन’ घोषित करे, ऐसी माँग म्यांमार के राजदूत क्वाय मोए तून ने की है।

म्यांमार की जनता ने जुंटा हुकूमत के खिलाफ शुरू किए प्रदर्शन अधिक से अधिक तीव्र हो रहे हैं। इसके साथ ही जुंटा हुकूमत की प्रदर्शनकारियों पर जारी कार्रवाई भी खतरनाक तरीके से तीव्र होती जा रही है। म्यांमार की सेना ने प्रदर्शनकारियों पर हवाई हमले करने की खबरें प्रसिद्ध हुईं थी। इस घटना को दो दिन नहीं बीते तो सेना ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए रायफल ग्रेनेड का इस्तेमाल करने की चौकानेवाली जानकारी सामने आ रही है।

लोकतंत्र का समर्थन कर रहा स्थानीय संगठन, प्रत्यक्षदर्शी और माध्यमों ने प्रदान की हुई जानकारी के अनुसार यंगून शहर के करीब बागो में म्यांमार की सेना ने भीषण रक्तपात किया है। अपने लोकतंत्र के अधिकारों की माँग कर रहे प्रदर्शनकारियों पर सेना ने रायफल ग्रेनेड के अंधाधुध हमले किए। इन हमलों में मारे गए ८२ लोगों के शव करीबी धार्मिक स्थान पर रखे होने की बात प्रत्यक्षदर्शियों ने कही है। सड़कों पर दिखनेवाले हरएक को गोली मारकर ढ़ेर किया जा रहा है, ऐसी बात एक प्रदर्शनकारी ने स्थानीय माध्यमों से की बातचीत के दौरान कही।

म्यांमार की सेना की इस कार्रवाई के कारण हज़ारों नागरिकों ने पनाह लेने के लिए पड़ोसी देशों की ओर दौड़ लगाने की खबरें सामने आ रही है। भारत के मणिपुर राज्य में कम से कम १,२०० से अधिक स्थानांतरित हुए हैं। इसी बीच सेना के हवाई हमले के बाद म्यांमारी जनता ने सैंकड़ों की संख्या में थायलैण्ड में स्थानांतरण किया है।

थायलैण्ड, वियतनाम ने म्यांमार की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। साथ ही म्यांमार की जुंटा हुकूमत हिंसा को रोककर बातचीत के ज़रिये मसले का हल निकाले, ऐसा आवाहन भी किया है। तभी, संयुक्त राष्ट्रसंघ की बैठक में अपने ही देश की हुकूमत के विरोध में निषेध कर रहे राजदूत तून ने सुरक्षा परिषद के सामने म्यांमार की हुकूमत के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की माँग रखी। इसके लिए सुरक्षा परिषद अपने देश में ‘नो फ्लाय ज़ोन’ घोषित करे, यह माँग भी म्यांमार के राजदूत ने की।

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