महाराष्ट्र में चौबीस घंटों में कोरोना के ६० हज़ार नये मरीज़ – ३२२ लोगों की मृत्यु

नई दिल्ली/मुंबई – महाराष्ट्र में एक दिन में पाए जानेवाले कोरोना के मरीज़ों की संख्या ने फिर एक बार नया उच्चांक स्थापित किया है। चौबीस घंटों में महाराष्ट्र में कोरोना के ६० हज़ार नए मरीज पाए गए होकर, ३२२ लोगों ने दम तोड़ा। महाराष्ट्र में ऍक्टिव्ह केसेस की संख्या ५ लाख के पार हुई है। देश में कोरोना के ऍक्टिव्ह केसेस की संख्या ८ लाख के पार हुई है। इनमें से ७० प्रतिशत ऍक्टिव्ह केसेस केवल महाराष्ट्र में हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने महाराष्ट्र में बनी परिस्थिति के बारे में चिंता ज़ाहिर करते हुए, यह परिस्थिति अधिक अच्छे तरीके से हैंडल की जानी चाहिए, ऐसा कहा है।

महाराष्ट्र में कोरोना की महामारी ने भयंकर रूप धारण किया है। बड़े पैमाने पर कोरोना के मरीज पाए जा रहे होकर, उससे बढ़ती चली जा रही मृत्यु की दर ने भी चिंताएँ बढ़ाईं हैं। बुधवार को फिर एक बार महाराष्ट्र में कोरोना के नए मरीजों की संख्या ने उच्चांक स्थापित किया है। ५९ हज़ार ८०० नए मरीज चौबीस घंटो में दर्ज हुए होकर, मुंबई महापालिका क्षेत्र में लगभग १०५०० नए मरीज पाए गए हैं। पुणे मंडल में भी १० हज़ार से अधिक मरीज दर्ज हुए हैं। नागपुर में परिस्थिति भयावह बनी होकर, ५ हज़ार ३३८ नये मरीज़ पाए गए हैं। साथ ही, ६६ मरीज़ों की मृत्यु हुई है। महाराष्ट्र में सर्वाधिक जानें नागपुर मंडल में जा रही हैं।

इसी बीच, मंगलवार से लेकर बुधवार की सुबह तक के चौबीस घंटों में १ लाख १५ हजार नये मरीज़ पाए गए थे। इनमें से ४५ प्रतिशत मरीज़ महाराष्ट्र से थे । महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोना के ५५ हज़ार नए मरीज़ दर्ज हुए थे। लेकिन महाराष्ट्र समेत दिल्ली, पंजाब, झारखंड, छत्तीसगड, मध्य प्रदेश में भी हालात बिगड़ते जा रहे होकर, यहाँ भी मरीज संख्या में उच्चांकी बढ़ोतरी हुई दिख रही है। इस पृष्ठभूमि पर, यहाँ की राज्य सरकारों ने कड़े प्रतिबंधों की घोषणा की है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने, टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिए, ४५ साल से ज़्यादा उम्र होनेवाले १०० से अधिक कर्मचारी होनेवालीं कंपनियों में ही अस्थाई रूप में टीकाकरण केंद्र शुरू करने की अनुमति दी है। ऐसी बड़ी कंपनियों में ११ अप्रैल से वहाँ जाकर टीकाकरण शुरू करने के निर्देश स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए हैं और उसके लिए राज्यों को तैयार रहने के लिए कहा है।

बुधवार को दिल्ली उच्च न्यायालय ने भी, देश में कोरोना की परिस्थिति भयंकर है ऐसा बताते हुए, मास्क ना पहननेवालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। मास्क यह सुरक्षा कवच है, ऐसा न्यायालय ने कहा होकर, किसी वाहन में अगर अकेला आदमी भी हो, तो भी उसे मास्क पहनना पड़ेगा, ऐसा भी न्यायालय ने स्पष्ट किया ।

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