अफ़गान सेना की कार्रवाई में ५४ तालिबानी ढ़ेर

काबुल – अफ़गान सेना ने बीते चौबीस घंटों में देशभर में कार्रवाई करके ५४ तालिबानियों को ढ़ेर किया है। इनमें तालिबान के पांच कमांडर्स का भी समावेश होने का दावा किया जा रहा है। इसी बीच अफ़गानिस्तान की गनी सरकार और तालिबान की बातचीत शुरू नहीं हुई तो अमरीका वहां से १ मई तक पूरी तरह से वापसी करेगी, ऐसी धमकी अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने अफ़गान राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी को दी है। राष्ट्राध्यक्ष गनी तालिबान के साथ बातचीत करने के लिए तैयार ना होने से अमरीका ने यह धमकी दी है, ऐसे दावे किए जा रहे हैं।

afghan-military-talibaniअमरीका के विदेशमंत्री ब्लिंकन ने बीते हफ्ते में राष्ट्राध्यक्ष गनी को खत भेजा होने की जानकारी अफ़गानिस्तान के शीर्ष वृत्तसंस्था ने प्रसिद्ध की है। इस खत में विदेशमंत्री ब्लिंकन ने राष्ट्राध्यक्ष गनी को धमकाया है। ‘अफ़गान सरकार ने तालिबान की रोक रखी बातचीत शुरू नहीं की तो १ मई से पहले ही अफ़गानिस्तान में तैनात अपनी पूरी सेना अमरीका हटाएगी। इसके बाद तालिबान अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा किए बगैर नहीं रहेगी’, यह इशारा ब्लिंकन ने इस खत से दिया होने की बात अफ़गान वृत्तसंस्था ने कही है।

अमरिकी विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टी नहीं की है। लेकिन, अफ़गानिस्तान से संबंधित सभी विकल्प उपलब्ध होने की बात अमरिकी विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट की है। इसी बीच विदेशमंत्री ब्लिंकन ने धमकाने की अफ़गान सरकार ने पुष्टी की है। इसके बाद ब्लिंकन ने अफ़गानिस्तान के युद्धविराम पर बातचीत करने के लिए भारत, रशिया, चीन, पाकिस्तान के साथ ईरान को भी आमंत्रित किया है। तभी अमरीका ने अफ़गानिस्तान के लिए नियुक्त किए हुए विशेषदूत झल्मे खलिलज़ाद ने पाकिस्तान का दौरा करके सेनाप्रमुख जनरल बाजवा से मुलाकात करने की जानकारी सामने आ रही है।

afghan-military-talibaniअमरीका की इस धमकी पर अफ़गान सरकार ने अभी प्रतिक्रिया दर्ज़ नहीं की है। लेकिन, बीते चौबीस घंटों के दौरान अफ़गान सेना ने कंधार, हेरात, लोगार प्रांत में तालिबान के खिलाफ बड़ी मुहिम शुरू की हुई दिख रही है। अफ़गान सेना की कार्रवाई के दौरान कंधार में ३४, हेरात में ११ और लोगार प्रांत में ६ तालिबानी आतंकियों को ढ़ेर किया है। इसके अलावा सोमवार की रात घोर प्रांत की कार्रवाई में भी तीन तालिबानी ढ़ेर होने का दावा किया जा रहा है। इस कार्रवाई की वजह से अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष तालिबान के साथ बातचीत करने के लिए तैयार ना होने की बात फिर से स्पष्ट हुई है।

अफ़गानिस्तान की सरकार तालिबान के साथ बातचीत शुरू करे, इसके लिए अमरीका कोशिश कर रही है। तालिबान भी अफ़गान सरकार के खिलाफ आरोप कर रही है। लेकिन, तालिबान ने अफ़गानिस्तान में जारी हिंसा बंद नहीं की है, ऐसा कहकर राष्ट्राध्यक्ष अश्रफ गनी अफ़गान सेना ने तालिबान के खिलाफ की हुई कार्रवाई का समर्थन कर रही है। ऐसी स्थिति में अमरीका और अफ़गानिस्तान की सरकारों के मतभेद तीव्र होने की बात सामने आ रही है। अमरिकी विदेशमंत्री ने अफ़गानिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष की दी हुई यह धमकी मतभेद चरम स्तर पर जा पहुँचने के संकेत दे रही है।

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