नाइजेरिया में दो आतंकी हमलों में ५० लोगों की बलि

Third World Warअबुजा: ‘आईएस’ यह आतंकी संगठन अफ्रीका में मजबूत होने के संकेत प्राप्त हो रहे है| अफ्रीका में प्रमुख अर्थव्यवस्था में से एक के तौर पर पहचाने जा रहे नाइजेरिया में पिछले पांच दिनों में दो बडे आतंकी हमलें हुए है और इन हमलों में कम से कम ५० लोगों की बलि गई है| इन हमलों के पीछे ‘आईएस’ का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है|

पिछले गुरूवार के दिन आतंकी ‘आईएस’ संगठन ने ईशान्य नाइजेरिया के बोर्नो प्रांत में ‘कॅरेटो’ लष्करी अड्डे पर बडा हमला किया था| इस हमले में लष्करी अड्डे पर मौजूद लष्करी कमांडर समेत २० सैनिक मारे गए थे| इस दौरान आतंकी संगठन ने इस अड्डे के साथ वहां पर रखे टैंक भी जलाए और लष्करी अड्डे का इलाका तबाह किया| पिछले दो महीनों में लष्कर पर हुआ यह चौथा बडा हमला है| इस हमले के बाद ‘आईएस’ ने ही हमले की जानकारी प्रसिद्ध की थी|

लष्करी अड्डे पर हुए हमले के साथ ही रविवार की रात करीबन नौ बजे बोर्नो प्रांत के कोडुंगा में फुटबॉल स्टेडियम के बाहर बडा आत्मघाती हमला करवाया गया| तीन हमलावरों ने यह हमला करवाया है और हमलावरों में दो महिला भी थी| इन तिनों ने किए धमाकों में ३० से अधिक लोगों की बलि गइ और ४० से अधिक लोग घायल हुए| घायलों में कई लोगों की प्रकृति खराब होने से मृतकों की संख्या में बढोतरी होने का डर जताया जा रहा है|

एक के पीछे एक हुए इन आतंकी हमलों से नाइजेरिया के साथ प्रमुख अफ्रीकी देशों की सुरक्षा व्यवस्था और पश्‍चिमी देशों से शुरू आतंकविरोधी मुहीम पर सवाल किया जा रहा है| अफ्रीका के कई देशों में अमरिका और यूरोपिय देशों की सहायता से व्यापाक आतंकविरोधी मुहीम शुरू है| इनमें पश्‍चिमी देशों ने ड्रोन्स, लडाकू विमान, हेलिकॉप्टर, प्रगत हथियारी गाडियां, राकेटस् और मिसाइलों का भी बडी मात्रा में प्रयोग शुरू है|

अमरिका और यूरोपिय देशों के हजारों सैनिक अलग अलग अफ्रीकी देशों में तैनात है और उनसे अफ्रीकी देशों की सेना को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है| इतनी कोशिशों के बावजूद भी अफ्रीकी देशों में ‘आईएस’, ‘बोको हराम’, ‘अल शबाब’ और ‘अल कायदा’ जैसी आतंकी संगठनों के हमलों में बढोतरी हो रही है| आतंकी हमलों की यह बढती तादाद अफ्रीकी और पश्‍चिमी देशों की शुरू मुहिमों की नाकामयाबी दिखा रहे है|

नाइजेरिया अफ्रीका का बडे ईंधन भंडार रखनेवाला देश है और शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में इसकी गणना होती है| लेकिन, आतंकी संगठनों का बढता प्रभाव, वांशिक हिंसा और गुनाहगारों के झुंडों से हो रहे हमलों की वजह से नाइजेरिया की सुरक्षा व्यवस्था का पूरी तरह से पतन हुआ दिख रहा है|

इस दौरान, संयुक्त राष्ट्रसंघटना के वरिष्ठ अधिकारी इब्राहिम थिआव ने नाइजेरिया में बढ रही हिंसा जमीन और पानी इन दो प्रमुख मुद्दों पर शुरू है और इससे तीव्र हो रहा संघर्ष तिसरें विश्‍व युद्ध के लिए कारण बन सकता है, यह चेतावनी दी गई है|

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