पाकिस्तान पुरस्कृत आतंकी संगठन के हमले में जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ के ५ सैनिक शहीद

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में गश्त कर रहे ‘सीआरपीएफ’ के जवानों पर आतंकियों ने कायराना हमला किया| इस दौरान हुई मुठभेड में सीआरपीएफ के पांच सैनिक शहीद हुए और एक आतंकी मारा गया| इस हमले का जिम्मा पाकिस्तान स्थित अल उमर मुजाहिद्दीन ने उठाया है| इस आतंकी संगठन के प्रवक्ता ने यह जिम्मा उठाते हुए आगे इससे भी बडे हमलें करने की धमकी दी है|

शाम करीबन पांच बजे अनंतनाग जिले में गश्त कर रहे ‘सीआरपीएफ’ के दल पर आतंकियों ने अंदाधुंद गोलीबारी की| इस हमले में पांच सैनिक शहीद हुए और चार घायल होने की जानकारी प्राप्त हुई| इस दौरान मुठभेड में एक हमलावर आतंकी भी मारा गया है| अन्य हमलावर आतंकियों की खोज जारी है| इस हमले में शामिल हमलावर एक मोटरसाईकल पर सवार थे, यह प्राथमिक जानकारी प्राप्त हुई है| वही पाकिस्तान के अल उमर मुजाहिद्दीन संगठन ने इस हमले का जिम्मा? उठाकर इससे भी बडे हमलें करने की धमकी दी है|

‘पुलवामा’ में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने अपने देश में मौजुद आतंकियों पर कार्रवाई शुरू करने के दावे किए थे| साथ ही पाकिस्तान की जमीन भारत के विरोधी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल करने नही देंगे, यह वादा भी पाकिस्तान लगातार कर रहा है| भारत के हवाई हमलें होने के डर से पीओके मे बनाए आतंकी अड्डे भी पाकिस्तान ने बंद करने के समाचार प्रसिद्ध हुए है| लेकिन, अनंतनाग में हुए आतंकी हमले से पाकिस्तान सीर्फ दिखावा कर कर रहा है, यह बात दुबारा स्पष्ट हुई है|

जुलाई महीने से अमरनाथ यात्रा शुरू हो रही है और आतंकी संगठन इस यात्रा को लक्ष्य करने की तैयारी में होने के समाचार प्राप्त हुए थे| इस पृष्ठभूमि पर अमरनाथ यात्रा के लिए कडी सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है| इससे पहले अनंतनाग में आतंकी हमला हुआ है और इसके जरिए आतंकियों ने सुरक्षा यंत्रणा को चुनौती देने की बात दिखाई दे रही है| इस दौरान पुलवामा के हमले के बाद पाकिस्तान की आतंकी संगठन ने जम्मू-कश्मीर में किया यह और एक हमला है और इससे भारत को पाकिस्तान के विरोध में और भी आक्रामक भूमिका स्वीकारनी होगी, यह दिखाई दे रहा है|

पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की सरकार लगातार भारत के सामने बातचीत शुरू करने के लिए बडी कोशिश कर रही है| इसके लिए पाकिस्तान ने राजनयिक दबाव बनाने की कोशिश भी की| लेकिन बातचीत के लिए जरूरी माहौल बनाए बिना पाकिस्तान के साथ बातचीत मुमकिन नही है, यह भारत ने स्पष्ट किया है| भारत के साथ बातचीत करनी है तौ पहले पाकिस्तान को आतंकियों के विरोध में कडी कार्रवाई करनी होगी, यह बात भारत ने स्पष्ट की है| इसपर आतंकियों के विरोध में कार्रवाई करने का दिखावा करना पाकिस्तान ने शुरू किया है| इस पर भरोसा रखना मुमकिन नही है, ऐसा भारत के लष्कर प्रमुख ने भी कुछ दिन पहले कहा था| उन्होंने व्यक्त की हुई आशंका में सच्चाई दिखाई दे रही है| साथ ही पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन ने जम्मू-कश्मीर में यह हमला करने से इस देश की फिर से पोलखोल हुई है|

इस आतंकी हमले की गुंज भारत-पाकिस्तान संबंधों में असर करेगी और इन संबंधों में सुधार होने की संभावना फिर से खतम हुई है|

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