लीबिया में शुरू संघर्ष में ४५० लोगों की मौत

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरत्रिपोली – पिछले महीने से लीबिया की राजधानी त्रिपोली में हो रहे संघर्ष में कम से कम ४४३ लोगों की मौत हुई है और २,११० लोग जखमी हुए है| त्रिपोली में शुरू यह संघर्ष और भी भडकने के संकेत प्राप्त होने लगे है और बागी सेना अधिकारी जनरल हफ्तार ने लीबियन सेना को सरकार के विरोध में बगावत करने का निवेदन किया| इसी बीच ‘संयुक्त अरब अमीरात’ ने लीबिया की सरकार आतंकी होने का ऐलान किया है| इस दौरन, त्रिपोली में हो रहे संघर्ष की वजह से राजधानी में ‘कॉलरा’ की महामारी का फैलाव होकर इस महामारी का शिकार होेनेवाले लोगों की संख्या बढ सकती है, यह चेतावनी ‘जागतिक आरोग्य संगठन’ ने दी है|

त्रिपोली पर नियंत्रण रखने के लिए लीबियन सरकार और बागियों में शुरू हुआ संघर्ष तीव्र हुआ है और बागियों ने हवाई हमलों की तीव्रता भी बढाई है| बागियों के इन हवाई हमलों में लीबियन सरकार औड़ सेना के ठिकानों के साथ शरणार्थियों को केंद्रों को भी लक्ष्य किया जा रहा है| लीबिया के लिए नियुक्त किए गए संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रवक्ता ‘फरहान हक’ इन्होंने यह जानकारी दी| राजधानी में हमलें करते समय बागी किसी भी तरह का लिहाज नही रख रहे है और इस वजह से जानमाल का नुकसान बढने की चिंता राष्ट्रसंघ ने व्यक्त की है|

साथ ही लगातार हो रहे संघर्ष की वजह से जख्मी और विस्थापितों तक औषधीय सहायता पहुंचाने में सफलता नही मिल रही है, यह आलोचना आरोग्य संगठन ने की है| वही, साफ पानी की समस्या भी गंभीर हो रही है और यह संघर्ष बंद नही किया गया तो शहर में महामारी की बिमारी फैलेगी, यह इशारा इस संगठन ने दिया| लेकिन, लीबियन सरकार और बागियों में युद्ध विराम होना संभव नही है, यह दावे हो रहे है| लीबियन प्रधानमंत्री फयेझ अल सराज इनके सरकार का तख्तापलट करने के लिए बागी सेना नेता हफ्तार ने लीबियन सेना में दरार निर्माण करने की तैयारी की है|

हफ्तार ने लीबियन सेना को प्रधानमंत्री सराज के विरोध में बगावत करने के लिए उकसाया है| सरकार की सरकार अवैध होने का आरोप करके इस सरकार को सबक सिखाने का निवेदन हफ्तार ने किया है| खाडी देशों ने भी लीबियन बागियों की कार्रवाई को उजागर तौर पर समर्थन जताया है| ‘संयुक्त अरब अमीरात’ ने लीबिया की सराज सरकार आतंकी होने का ऐलान करके बागी नेता हफ्तार को समर्थन देने की बात कही है| कुछ दिन पहले सौदी ने भी लीबियन बागियों की कार्रवाई का समर्थन किया था| खाडी देशों की तरह यूरोपीय देशों ने भी लीबिया के बागियों को समर्थन दिया है| ऐसे में यह बागी चीन ने बनाए मिसाइल और ड्रोन्स का इस्तेमाल कर रहे है, यह बात सामने आ रही है|

इस दौरान, त्रिपोली पर नियंत्रण रखने के मुद्दे पर बडा संघर्ष शुरू होते हुए प्रधानमंत्री सराज ने लीबिया में अलग अलग क्षेत्र में काम कर रही ४० विदेशी कंपनीयों को नोटीस दिया है| यह विदेशी कंपनीया सरकार ने तय किए नियमों के तहेत परवाना का नुतनीकरण करे या देश के बाहर हो, यह आदेश प्रधानमंत्री सराज ने दिए है| लीबिया में ईंधन का खनन कर रही फ्रान्स की ‘टोटल’ कंपनी भी इन कंपनियों में शामिल है| फ्रान्स और यूरोपीय देश लीबिया में हफ्तार बागियों का समर्थन हटाए, इसके लिए प्रधानमंत्री सराज ने यह धमकी दी है, यह समझा जा रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.