सिरिया में अमरिका के हवाई हमले में ४२ की मौत

बैरूत, दि. २२ (वृत्तसंस्था): ‘आयएस’ ने राजधानी घोषित किए हुए उत्तरी सीरिया के ‘राक्का’ इलाके में अमरिका ने किए हुए हवाई हमले में ४२ नागरिकों की जानें गई हैं, ऐसा कहकर मानवाधिकार आयोग ने इस कारवाई पर कड़ी टीका की है। अमरिका और ‘आयएस’ के आतंकवादियों के बीच के इस संघर्ष में सीरियन जनता की जान जा रही है, ऐसा मानवाधिकार संगठन ने कहा है। सोमवार को अमरिका ने किए इस हवाई हमले पर सीरिया ने भी टीका की थी। ‘आयएस’ पर नहीं लेकिन सीरिया की जनता पर अमरिका के हवाई हमले शुरू हैं, ऐसा दाग सीरिया के सरकार ने लगाया है।

ब्रिटन स्थित सीरियन मानवाधिकार संगठन ने प्रकाशित की हुई जानकारी के अनुसार, सोमवार को सुबह राक्का शहर के नागरी ठिकानों पर लड़ाकू विमानों ने हमले किए। इस हमले में १९ बच्चे और १२ महिलाओं ने जान गवाई। अमरिका और मित्र देशों के लड़ाकू विमानों ने यह कार्रवाई की है, ऐसा स्थानीय माध्यमों ने कहा था। अमरिका के ‘सेटकॉम’ इस खाड़ी के लश्करी कमांड ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया न देकर उन्हें छिपाने की कोशिश की। ‘अमरिकाने राक्का शहर के आतंकवादियों को लक्ष्य बनाने के लिए यह कार्रवाई की थी। इस हमले में नागरिकों की जान गई है, अमरिका इन आरोपों की जांच करेगा’ ऐसा ‘सेटकॉम’ ने कहा है।

यूरोप के ‘रिफ्यूजी कौंसिल’ इस अन्तर्राष्ट्रीय समूह के अध्यक्ष इंग्लैंड ने अमरिका हमले पर चिंता व्यक्त की है। सीरिया के संघर्ष में नागरिकों की जान नहीं जाएगी ऐसा अमरिका ने कुबूल किया था। सीरिया में हवाई हमले करते समय नागरी बस्तियों पर हमला नहीं किया जाएगा, ऐसा अमरिका ने आश्वासन दिया था। लेकिन अमरिका के सीरिया के हवाई हमले में नागरिकों की ही ज्यादा जान जा रही है, ऐसी जानकारी इंग्लैंड ने दि है। इसके साथ ही ‘राक्का’ शहर के ‘आयएस’ के आतंकवादी सीरियन जनता को अपनी ढाल बना रहे हैं। इस वजह से राक्का की जनता अमरिका और आतंकवादियों के हमलों में पीस रही है, ऐसा इंग्लैंड ने कहा है।

कुछ दिनों पहले ही सीरियन सरकार ने अमरिका के हवाई हमलों पर टीका की थी। अमरिका ने सीरिया में ‘आयएस’ के खिलाफ हमले करने की बात घोषित की थी, लेकिन अमरिका के लड़ाकू विमान सीरियन सेना और निष्पाप जनता को लक्ष्य बना रहे हैं, ऐसा आरोप सीरियन सरकार ने किया था। राक्का शहर के बहुतांश इलाके से ‘आयएस’ के आतंकवादी भाग गए हैं, ऐसे में अमरिका और मित्र देशों के जारी रखे हवाई हमलों पर सीरियन सरकार ने आशंका जताई थी।

पिछले दो महीनों से अमरिका ने राक्का शहर पर हवाई हमले शुरू किए हैं। अमरिका के विशेष दूत ब्रेट मैकगर्क ने दी हुई जानकारी के अनुसार, राक्का के ६० प्रतिशत भूभाग पर अमरिका और मित्र देशों को नियंत्रण मिल गया है। और भी इस शहर में दो हजार आतंकवादी और २५ हजार नागरिक होने का दावा, मैकगर्क ने किया है।

दौरान, दक्षिणी सीरिया के सीमा इलाके में संघर्षबंदी लागू की गई है। उसके साथ ही राजधानी दमास्कस में भी आशिंक संघर्षबंदी लागू की गई है। उत्तरी राक्का शहर पर अमरिका के लड़ाकू विमान हमले कर रहे हैं। रशिया ने पूर्वी सीरिया के ‘देर अल-झोर’ इलाके को ‘आयएस’ की चंगुल से छुड़ाने के लिए जोरदार हवाई हमले शुरू किए हैं।

 सीरियन राष्ट्राध्यक्ष अस्साद
दमास्कस, दि. २२ (वृत्तसंस्था): पश्चिमी देश और उनके खाड़ी मित्र देशों की ओर से आतंकवादियों को समर्थन जब तक समर्थन मिल रहा है, तब तक पश्चिमी देशों के साथ किसी भी प्रकार की चर्चा असंभव है। सीरिया के किसी भी मामले में इन देशों को स्थान नहीं है, ऐसा सीरियन राष्ट्राध्यक्ष बशर अल-अस्साद ने सीरियन जनता को संबोधित करते हुए कहा है।

सीरिया के संघर्ष में अपनी सेना को बड़ी सफलता मिल रही है, यह रशिया और ईरान की सहायता की वजह से संभव हुआ है, ऐसी जानकारी राष्ट्राध्यक्ष अस्साद ने दी है। लेकिन अभी भी सीरिया के संघर्ष में हमें निर्णायक जीत न मिलने की बात राष्ट्राध्यक्ष अस्साद ने मान्य की है।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published.