अफ़गान सेना की कार्रवाई में ३५ तालिबानी ढ़ेर

afghani-talibanकाबुल – बीते २४ घंटों में अफ़गानिस्तान के सुरक्षा बल और तालिबान के बीच हुए संघर्ष में तालिबान के ३५ आतंकी मारे गए हैं। इनमें तालिबान का वरिष्ठ कमांडर भी शामिल होने की जानकारी अफ़गान सेना अधिकारी ने कही है। कतार के दोहा में अफ़गान सरकार और तालिबान की शांतिवार्ता शुरू होने के बाद अफ़गानिस्तान में जारी तालिबान के हमलों में बढ़ोतरी हुई है। उसी समय अफ़गान सुरक्षा बल ने भी तालिबान के खिलाफ़ जारी कार्रवाई की तीव्रता बढ़ाई है। इस बढ़ रहे संघर्ष की वजह से अफ़गानिस्तान की जनता में बड़ी घबराहट के समाचार प्रसिद्ध हो रहे हैं।

शनिवार की शाम अफ़गानिस्तान के गज़नी प्रांत में सुरक्षा चौकी पर तालिबान ने हमले किए। इस सुरक्षा चौकी पर कब्ज़ा करके आगे बड़ी मुहिम चलाने की तैयारी तालिबानी आतंकियों ने की थी। लेकिन, सेना ने जोरदार प्रत्युत्तर देने पर छह तालिबानी आतंकी जगह पर ही ढ़ेर हो गए। तभी ज़ाबुल प्रांत के शेर ए सफा ज़िले में अफ़गानिस्तान की वायुसेना ने किए हमले में १५ आतंकी मारे गए। इन हवाई हमलों में तालिबान के हथियार, गाड़ियां और बाईक्स भी तहस नहस हुए। समानगन प्रांत के दर ए सोफ ज़िले में पुलिस चेकपोस्ट पर तालिबान ने हमला किया। इसके बाद पुलिस ने की हुई गोलीबारी में १४ तालिबानी ढ़ेर हुए और १२ घायल हुए।

कतार के दोहा में अफ़गानिस्तान और तालिबान की शांतिवार्ता गतिमान होने पर तालिबान ने यहां के दस प्रांतों में भीषण हमलों का सत्र शुरू किया है। बीते दस दिनों में तालिबान ने किए हमलों में १९ लोग मारे जाने की बात कही जा रही है। इसकी वजह से अफ़गान जनता में असुरक्षितता निर्माण हुई है। अफ़गान जनता अब तालिबान के साथ जारी शांतिवार्ता का विरोध कर रही हैं और सर्वेक्षण के अनुसार अफ़गानिस्तान की ७५ प्रतिशत जनता तालिबान को राजनीति के प्रवाह में शामिल करने के खिलाफ़ है।

afghani-talibanअफ़गान सुरक्षा बल ने हमारे खिलाफ़ शुरू की हुई कार्रवाई बंद किए बगैर युद्धविराम का ऐलान नहीं करेंगे, यह बात तालिबान ने स्पष्ट की थी। कतार की शांतिवार्ता के दौरान हुई बातचीत के अनुसार तालिबान हमले कम कर सकता है, यह बात तालिबान ने कही है। तभी अफ़गान सरकार ने भी तालिबान के खिलाफ़ जारी कार्रवाई बंद नहीं होगी, यह बात स्पष्ट की है।

इसी बीच, अफ़गान सेना और तालिबान का यह संघर्ष शुरू होते हुए अमरीका ने अफ़गानिस्तान के लिए नियुक्त किए विशेषदूत झल्मे खलिलज़ाद ने अफ़गानिस्तान में जारी खूनखराबा एक तरफा बंद नहीं होगा, ऐसा कहा है। अफ़गानिस्तान की समस्या पर सियसी हल निकले बगैर तालिबान युद्धविराम करने के लिए तैयार नहीं होगी। बातचीत के दौरान तालिबान हिंसा कम करेगी, ऐसा तालिबान का कहना है। अन्य ठिकानों पर जारी संघर्ष में भी इससे अलग कुछ नहीं होता, ऐसा बयान खलिलज़ाद ने किया है। इस वजह से अफ़गानिस्तान में खूनखराबा और शांतिवार्ता दोनों जारी रहेंगे, ऐसे संकेत खलिलज़ाद ने दिए हैं।

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