अफगानिस्तान के संघर्ष में ३५ लोगों की मृत्यु – संघर्ष पर हल ढूँढने का अमरीका का आश्वासन

afghan-conflictकाबुल/वॉशिंग्टन – पिछले चौबीस घंटों में अफगानिस्तान के अलग-अलग भागों में अफगानी लष्कर और आतंकवादियों के बीच भड़के संघर्ष में ३५ लोगों की मृत्यु हुई है। इनमें नौं जवानों का समावेश है। इसके अलावा अफगानी लष्कर ने तालिबान और आयएस के लिए काम करनेवाले आतंकवादी कमांडर को भी गिरफ्तार किया है। इसी बीच, अब तक अफगानी जनता और सुरक्षा यंत्रणा को लक्ष्य करनेवाले तालिबान ने, दो दिन पहले अमरीका के हवाई अड्डे पर रॉकेट हमला करके चेतावनी दी दिख रही है। वहीं, अफगानिस्तान का संघर्ष जिम्मेदारीपूर्वक खत्म करने के लिए अमरीका वचनबद्ध है, ऐसा आश्वासन अमरीका ने दिया है।

शुक्रवार देर रात को अफगानिस्तान के हवाई दल ने उत्तरी ओर के बडाखशान प्रांत के वारदोज इलाके में हमले किए। इस स्थान पर तालिबान का स्थानीय नेता कारी हैदर छिपा होने की जानकारी सुरक्षा यंत्रणा को प्राप्त हुई थी। अफगानी लष्कर की इस कार्रवाई में तालिबान कमांडर कारी हैदर समेत २६ आतंकी ढेर हुए। साथ ही, हथियारों का बड़ा भंडार बरामद करके तालिबान का कमांड सेंटर और छः चौकियाँ ध्वस्त करने में कामयाबी मिली होने की जानकारी अफगानी लष्कर के वरिष्ठ अधिकारी ने दी।

afghan-conflictइस कार्रवाई से कुछ घंटे पहले तालिबान के आतंकियों ने ईरान की सीमा से सटे हेरात प्रांत में अफगानी सुरक्षा यंत्रणाओं पर हमले किए थे। यहाँ के कोशान और घोरियन जिलों में किए हमलों में अफगानी सुरक्षा यंत्रणा के अड्डे ध्वस्त किए। इनमें १३ जवान मारे गए और २२ लोगों का अपहरण अपहरण किया होने का दावा तालिबान कर रहा है। लेकिन अफगानी सुरक्षा यंत्रणाओं ने ९ जवानों की मृत्यु होने की बात कही है। अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में भी तालिबान ने अफगानी लष्कर पर हमले किए होने की खबरें आ रही हैं।

पिछले कुछ दिनों से अफगानी सुरक्षा यंत्रणा और तालिबान के बीच संघर्ष तीव्र हुआ है। साथ ही, तालिबान द्वारा अफगानी जनता को भी लक्ष्य किया जा रहा है। अमरीका के साथ हुई संघर्ष बंदी के बाद तालिबान के इन हमलों में बढ़ोतरी होने का दावा पश्चिमी माध्यम कर रहे हैं। पिछले साल भर में तालिबान ने ९२ आत्मघाती हमले और आयईडी विस्फोटकों का इस्तेमाल करके २,१७४ हमले किए हैं। साथ ही, ४९७ बार हत्याएँ कीं हैं। इन हमलों में १,९९३ लोगों की जानें गई होकर, इनमें कम से कम ९० धार्मिक नेताओं का समावेश होने की जानकारी सामने आई है। तालिबान के हमलों में ४,१७४ लोग घायल होने की जानकारी अफगानिस्तान की सरकार ने दी।

afghan-conflictतालिबान के ये हमले अब अफगानी जनता और सुरक्षा यंत्रणाओं तक ही सीमित नहीं रहे हैं। तालिबान ने यहाँ पर तैनात अमरिकी लष्कर को भी लक्ष्य करने की शुरुआत की दिख रही है। दो दिन पहले अफगानिस्तान के कंधार प्रांत में स्थित अमरीका के हवाई अड्डे पर रॉकेट हमले हुए। अमरीका का रक्षा मुख्यालय पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किरबाय ने, हवाई अड्डों पर हुए इन हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की। लेकिन ये हमले करके क्या तालिबान ने साल भर पहले की हुई संघर्ष बंदी का उल्लंघन किया है? इस प्रश्न का उत्तर देना किरबाय ने टाला।

पिछले साल कतार की राजधानी दोहा में अमरीका और तालिबान के बीच संघर्ष बंदी समझौता हुआ था। मार्च महीने में यह समझौता खत्म हुआ होकर, तालिबान ने अमरीका को अफगानिस्तान से सेनावापसी करने के लिए १ मई तक की मोहलत दी थी। उससे पहले अगर अमरीका सेनावापसी नहीं करती है, तो अमरीका और नाटो के लष्कर पर भीषण हमले करने की धमकी तालिबान ने दी थी। दो दिन पहले अमरीका के हवाई अड्डे पर हमला करके तालिबान ने इसकी याद कराई दिख रही है।

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