बुर्किना फासो में लष्करी कार्रवाई में ३२ आतंकी ढेर

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बुर्किना फासो  – बुर्किना फासो की सेना ने आतंकियों के विरोध में लगातार की हुई दो कार्रवाई में ३२ आतंकी ढेर हुए है| ‘बाम’ और ‘लॉरम’ प्रांत में यह कार्रवाई की गई है, यह जानकारी सेना ने दी| इस कार्रवाई के दौरान आतंकियों द्वारा यौन उत्पीडन की गई कई महिलाओं को रिहा करने का दावा भी किया गया है|

पिछले वर्ष से अफ्रीका में ‘साहेल’ के तौर पर जाने जा रहे क्षेत्र में बडी संख्या में आतंकी हमलें हो रहे है| इसमें माली, नायजर, चाड समेत बुर्किना फासो का भी समावेश है| ‘अल कायदा’ और ‘आयएस’ से जुडे आतंकी गुट यह हमलें कर रहे है और इनके विरोध में कार्रवाई करने में सुरक्षा यंत्रणाओं को कामयाबी ना मिलने का चित्र सामने आ रहा था|

बुर्किना फासो में लष्करी ठिकानों को लक्ष्य किया जा रहा है और पिछले वर्ष से लष्करी अड्डों पर १० से भी अधिक हमलें हुए है| इन हमलों में ५० से भी अधिक सैनिकों की मौत हुई है| बुर्किना फासो ने लगातार लष्करी तैनाती बढाने का वादा किया जा रहा है, फिर भी आतंकी हमलों का सत्र अभी भी बंद नही हो सका है|

लष्करी ठिकानों के अलावा देश में सोने की खदानों पर हो रहे आतंकी हमलों में भी बढोतरी होने की जानकारी सामने आयी है| पिछले महीने से सोने की खदानों पर दो बडे आतंकी हमलें हुए है और इस दौरान ६० से भी अधिक लोग मारे गए थे| इस महीने के शुरू में हुए खदान पर हुए हमले में कर्मचारियों समेत उन्हें सुरक्षा दे रहे दल को भी लक्ष्य किया गया था|

इन बढते आतंकी हमलों की पृष्ठभूमि पर बुर्किना फासो की सेना को प्राप्त हुई कामयाबी ध्यान आकर्षित कर रही है| सेना ने दी जानकारी के अनुसार पिछले सप्ताह में शुक्रवार एवं शनिवार के दिन दो प्रांतो में आतंकविरोधी कार्रवाई की गई| शुक्रवार के दिन लॉरम प्रांत में की कार्रवाई के दौरान २४ आतंकियों को मार गिराया गया है| इस दौरान आतंकियों ने बंदि बनाए कई महिलाओं को रिहा किया गया, यह जानकारी लष्करी सूत्रों ने दी|

शनिवार के दिन बाम प्रांत में की कार्रवाई में आठ आतंकी ढेर हुए और बडी तादात में हथियार एवं विस्फोटक बरामद किया गया है| शुक्रवार और शनिवार के दिन हुई कार्रवाई पिछले वर्ष से आतंकियों के विरोध में की गई यह सबसे अधिक सफल मुहीम साबित हुई है|

साहेल क्षेत्र में आतंकियों की हरकतें रोकने के लिए फ्रान्स की पहल से ‘जी ५ साहेल फोर्स’ का निर्माण किया गया है और इसमें करीबन तीन हजार से भी अधिक सैनिक शामिल है| इनमें से कुछ सैनिक बुर्किना फासो में भी तैनात किए गए है| पर, आतंकी संगठनों ने इस स्पेशल फोर्स के ठिकानों को ही लक्ष्य करके कई सैनिकों की हत्या की है| इस वजह से फिलहाल अफ्रीकी देशों का यह उपक्रम कमजोर हुआ है और आतंकियों के विरोध में की गई मुहीम भी मुश्किल में फंसी थी|

इस पृष्ठभूमि पर दो हफ्ते पहले फ्रान्स ने बुर्किना फासो में अपनी सेना तैनाती बढाने का ऐलान किया था| इसी बीच अमरिका ने भी नायजर में ‘अगादेझ’ में हवाईअड्डा पूरी तरह से कार्यरत होने का ऐलान किया है|

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