सोमालिया में आतंकी हमले में अमरिकी एवं ब्रिटीश नागरिकों समेत कुल २६ लोग ढेर, ५० से अधिक जख्मी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमोगादिशु/किसमायो: सोमालिया में आतंकी ‘अल शबाब’ संगठन ने किए भीषण हमले में २६ लोग मारे गए है और ५० से भी अधिक जख्मी हुए है| ‘अल शबाब’ के चार आतंकियों ने किसमायो शहर में एक होटल के बाहर कार बम का विस्फोट भी किया| होटल पर हुए इस हमले के बाद शुरू हुई कार्रवाई करीबन १४ घंटों बाद खतम होने की जानकारी सुरक्षायंत्रणा ने दी| कुछ दिन पहले ही संयुक्त राष्ट्रसंघ के प्रमुख ने अफ्रीका में बढ रहे आतंकवाद के मुद्दे पर खतरे का इशारा दिया था|

शुक्रवार के दिन किसमायो शहर में ‘होटल मेदिन’ के बार कार बम का विस्फोट करवाया गया| इस विस्फोट के बाद ‘अल शबाब’ के कुछ आतंकियों ने होटल में प्रवेश किया| इन आतंकियों ने होटल में गोलीबारी की ओर कुछ लोगों को बंदी बनाया| हमले के बाद कुछ मिनिटों में ही सेना ने होटल को घेराव किया| लेकिन, आतंकियों के कब्जे से होटल और इसमें फंसे पर्यटकों को छुडाने के लिए सेना को १४ घंटे लगे|

‘होटल मेदिना’ पर हुए हमलें में २६ लोग मारे गए है और ५६ लोग जख्मी होने की जानकारी स्थानिय यंत्रणा ने दी| मारे गए लोगों में अमरिकी एवं ब्रिटीश नागरिकों के समेत कुछ स्थानिय सियासी नेता, पत्रकार और संयुक्त राष्ट्रसंघ के सदस्य का समावेश है| जख्मी लोगों में चार चीन के नागरिक होने की जानकारी सूत्रों ने दी| इस हमले से विदेशी नागरिकों को लक्ष्य किया गया, यह बात स्थानिय यंत्रणा ने स्पष्ट की|

सोमालिया में इस वर्ष में हुआ यह सबसे बडा आतंकी हमला समझा जा रहा है| पिछले वर्ष ‘अल शबाब’ ने सोमालिया में लष्करी अड्डों पर बडे आतंकी हमलें किए थे| इन हमलों में लगभग ८० सैनिक मारे गए थे| सोमालिया से ‘अल शबाब’ खतम होने के दावे लगातार किए गए है, फिर भी यह आतंकी संगठन काफी बडे हमलें करके अपनी बढती ताकद दिखा रही है|

इस वजह से कई वर्षों से स्थानिय सेना एवं विदेशी सेना ने यहां पर शुरू की हुई आतंकविरोधी मुहिम को ज्यादा कामयाबी प्राप्त ना मिलने की बात दिख रही है| सोमालिया में स्थानिय सेना के साथ अफ्रीकन युनियन की सेना का स्वतंत्र दल भी तैनात है| साथ ही अमरिका ने भी सोमालिया में आतंकविरोधी कार्रवाई का दायरा बढाया है| पिछले वर्ष से अमरिका ने ‘अल शबाब’ के अड्डों पर लगातार ड्रोन हमलें किए है और इन हमलों में २०० से भी अधिक आतंकियों को मारा गया है| लेकिन, फिर भी अल शबाब का खतरा अभी खतम नही हुआ है, यही बात इस नए हमले से स्पष्ट हो रही है|

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