अफगानिस्तान में हुए आतंकी हमलों में २३ लोगों की मौत – अमरिकी सैनिकों पर हमलें जारी रखने की तालिबान ने दी है धमकी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरकाबुल: पिछले चौबिस घंटों में अफगानिस्तान के दो शहरों में हुए आतंकी हमलों में २३ लोगों की मौत हुई है| इनमें से एक हमले की जिम्मेदारी तालिबान ने उठाई है| साथ ही अमरिका ने अपनी मांगे पूरी नही की तो अमरिकी सैनिकों पर हो रहे हमलें अगले दिनों में भी जारी रहेंगे, यह धमकी भी तालिबान ने दी है| दो दिन पहले तालिबान के नेताओं ने पाकिस्तान की यात्रा करके पाकिस्तान सरकार से बातचीत की थी| इसके बाद अफगानिस्तान में आत्मघाती हमला करके तालिबान ने यह नई धमकी दी है|

पाकिस्तान की सीमा के निकट नानंगरहार प्रांत की राजधानी जलालाबाद में पहला हमला हुआ| सोमवार की दोपहर अफगान सेना के प्रशिक्षणार्थी सैनिकों की गाडी पर आत्मघाती हमला हुआ| इस विस्फोट में १० लोग मारे गए और २७ जख्मी हुए| मारे गए लोगों में बच्चों समेत आम नागरिक भी शामिल है| तालिबान ने जलालाबाद में हुए इस हमले की जिम्मेदारी स्वीकारी है| साथ ही अफगानिस्तान में तैनात अमरिकी सैनिक अपने निषाने पर रहेंगे, यह धमकी भी तालिबान का प्रवक्ता झबिहुल्ला मुजाहिद ने दी है|

‘जबतक अमरिका हमसे बातचीत नही करती, हमारी मांगे पूरी नही करती, तबतक अफगानिस्तान में अमरिकी सैनिकों पर हमलें जारी रहेंगे’, यह इशारा मुजाहिद ने दिया| वही, अफगानिस्तान की सरकार हमें स्वीकार नही है, उनके साथ किसी भी प्रकार की बातचीत मुमकिन नही है, यह कहकर तालिबान ने अफगान सरकार ने रखा बातचीत का प्रस्ताव भी ठुकराया|

तालिबान की इस धमकी के बाद मंगलवार की सुबह गझ्नी शहर के एक विद्यापीठ में शक्तिशाली विस्फोट हुआ| इस घटना में १३ लोग मारे गए और १५ से अधिक जख्मी हुए| इस हमले की जिम्मेदारी अभी किसी ने नही स्वीकारी है| लेकिन, पिछले कुछ महीनों से गझ्नी प्रांत में तालिबान ने हरकतें बढाई है, ऐसी खबरें सामने आ रही है| इस वजह से इन हमलों के लिए भी तालिबान ही जिम्मेदार होने की संभावना व्यक्त की जा रही है|

पिछले महीने में अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने तालिबान के साथ शुरू बातचीत से पीछे हटने का निर्णय किया| अमरिका के साथ बातचीत शुरू होते हुए भी तालिबान ने अफगानिस्तान में आतंकी हमलें कर रहा है, यह आरोप ट्रम्प ने किया था| साथ ही अमरिकी सेना अफगानिस्तान से पूरी तरह से पीछे हटाने की तालिबान ने रखी मांग भी ट्रम्प ने ठुकराई थी| इस वजह से गुस्सा हो उठे तालिबान ने अफगानिस्तान में हमलें शुरू रखने का ऐलान किया था|

इस दौरान, दो दिन पहले ही तालिबान के वरिष्ठ नेताओं ने पाकिस्तान की यात्रा करके विदेशमंत्री शाह मेहमूद कुरेशी और पाकिस्तान के लष्कर प्रमुख से भेंट करने के समाचार प्रसिद्ध हुए थे| इस दौरान हुई बातचीत की जानकारी स्पष्ट नही हुई है| लेकिन, इसके बाद पाकिस्तान ने इस बातचीत का श्रेय लेने की कोशिश की थी| लेकिन, यह बातचीत शुरू थी तभी तालिबान ने अफगानिस्तान में किए हमलें यह बातचीत नाकाम साबित होने के संकेत दे रहे है|

अफगानिस्तान में अल कायदा का प्रमुख ढेर

काबुल: ‘अल कायदा इन इंडियन सब-कॉंटिनंट’ (एक्यूआईएस) का प्रमुख असिम उमर अमरिका और अफगानिस्तान की संयुक्त कार्रवाई में मारा गया है| पिछले महीने में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया है, यह जानकारी अफगान सेना ने दी है|

पिछले महीने में अमरिका और अफगान सेना ने दक्षिणी हिस्से के हेल्मंड प्रांत में तालिबान के ठिकानों पर हमलें किए थे| इन हमलों में सात लोग मारे गए थे| इनमें ‘असिफ उमर’ समेत अल कायदा के छह आतंकी और एक पाकिस्तानी नागरिक भी मारा गया है, यह जानकारी अफगान अफसर ने दी है|

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