ईरान में यात्री विमान गिरने से १७६ लोगों की मौत

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतेहरान: ईरान की राजधानी तेहरान में युक्रैन के किव जाने के लिए उडान भरनेवाला ‘बोईंग ७३७’ यात्री विमान को हुई दुर्घटना में १७६ लोगों की मौत हुई है| ईरान ने अमरिका ने इराक में बनाए लष्करी ठिकानों पर मिसाइल हमलें करने के बाद यह विमान गिर पडने की घटना हुई है| इस वजह से यह आम दुर्घटना ना होने की कडी आशंका दुनियाभर में व्यक्त हो रही है| इस वजह से विमान के इंजन में गडबडी होने से यह दुर्घटना हुई होगी, इस दावे पर अधिकांश लोग भरौसा करने के लिए तैयार नही है| खास तौर पर बोईंग कंपनी के इस विमान का ‘ब्लैक बॉक्स’ अमरिका को देने से ईरान ने इन्कार किया है|

इराक में स्थित अमरिकी लष्करी अड्डे पर ईरान ने करीबन १५ मिलाइलों से हमला किया| इसके बाद तेहरान के इमाम खोमेनी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से युक्रैन जाने के लिए उडान भरनेवाला ‘बोईंग ७३७’ यात्री विमान गिर पडा|

तेहरान से कुल ६० किलोमीटर दूरी पर परांद में यह विमान गिरा और इस घटना के वीडियो भी प्राप्त हुए है| उडान भरने के बाद मात्र तीन मिनिटों में इस विमान के इंजन में गडबडी हुई और यह दुर्घटना होने का दावा किया जा रहा है| युक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष ने इस घटना पर कडा शोक व्यक्त किया है|

पर, यह घटना साजिश नही, बल्कि दुर्घटना होने का दावा युक्रैन के राष्ट्राध्यक्ष व्लोदोम्येर झेलेन्स्की ने किया है| युक्रैन की यंत्रणा ने भी इसी प्रकार के दावे किए थे| पर, बाद में यह दावे पिछे लिए गए| फिलहाल की स्थिति में किसी भी संभावना से इन्कार करना मुमकिन नही है, ऐसे संकेत युक्रैन से प्राप्त हो रही प्रतिक्रिया से दिए जा रहे है| इस विमान में १६७ यात्री और नौ कर्मचारी मौजूद थे और इनमें से कोई भी इस दुर्घटना में बच नही सका है| इन यात्रियों में ८२ लोग इरानी, ६३ यात्री कनाडा के, ११ यात्री युक्रैन के, १० यात्री स्वीडन के, ४ यात्री अफगानिस्तान के एवं ब्रिटेन और जर्मनी की नागरिकता रखनेवाले तीन यात्री सफर कर रहे थे|

यह विमान दुर्घटनाग्रस्त नही हुआ है, बल्कि इस विमान पर हमला करके इसे गिराया गया होगा, ऐसी कडी आशंका जताई जा रही है| अबतक इस आशंका की किसी ने पुष्टी करने की जानकारी सामने नही आयी है| फिर भी वर्तमान में जारी अमरिकाईरान संघर्ष की पृष्ठबूमि पर यह विमान दुर्घटना यकिनन महज इत्तेफाक नही है, यह दावा भी हो रहा है| इस घटना की जांच करने के लिए युक्रैन का दल ईरान जाने के लिए निकला है और जांच के बाद ही इस दल का रपट प्राप्त हो सकता है|

इस घटना की जानकारी विमान के ब्लैक बॉक्स से प्राप्त हो सकती है| पर, ईरान ने इस विमान का ब्लैक बॉक्स अमरिका के हाथ में देने से इन्कार किया है| इस विमान का ब्लैक बॉक्स अमरिकी कंपनी बोईंग या अन्य किसी अमरिकी यंत्रणा के हाथ में हम नही देंगे, यह बात ईरान के नागरी विमान उड्डयन विभाग ने स्पष्ट की है| इस वजह से इस घटना का रहस्य बना है|

यह विमान ईरान ने ही गिराने की बात स्पष्ट होती है तो इसके गंभीर परिणाम नजदिकी समय में सामने आ सकते है| इराक में बनें अमरिका के लष्करी अड्डों पर ईरान मिसाइल हमलें कर रहा था, तभी तेहरान से निकला यह विमान गलती से ईरान की यंत्रणाओं ने ही गिराया होगा, यह दावा कुछ समाचार चैनलों ने किया था| पर, इस बात की पुष्टी नही हो सकी| पर, यदि यह विमान अमरिका की यंत्रणा ने गिराया होता तो ईरान ने इसके विरोध में आक्रामक प्रचारमुहीम शुरू करके अमरिका को मुश्किलों में फंसाने की कडी कोशिश की होती, इस ओर भी कुछ विश्‍लेषक ध्यान आकर्षित कर रहे है|

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