अमरीका और अफ़गानिस्तान के सुरक्षाबलों की कार्रवाई में १७० तालिबानी ढ़ेर

काबूल – अफ़गानिस्तान के हेल्मंड प्रांत में अमरीका और अफ़गानिस्तान के सुरक्षाबलों की कार्रवाई में तालिबान के १७० आतंकी ढ़ेर हुए है। अमरीका ने तालिबान के ठिकानों पर जोरदार हवाई हमले किए। साथ ही अफ़गानिस्तान की सुरक्षा यंत्रणाओं ने भी तालिबान पर जोरदार हमले किए हैं। हेल्मंड में तालिबान ने बीते कुछ दिनों से काफी हिंसा की है। तालिबान के हमलों के ड़र से हेल्मंड के हज़ारों स्थानिक विस्थापित हुए हैं। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका और अफ़गानिस्तान के सुरक्षा बलों ने तालिबान के खिलाफ़ यह कार्रवाई शुरू की है।

afghan-commandoशनिवार के दिन तालिबान ने अफ़गानिस्तान के हेल्मंड के नाद ए अली और बाबाजी के इलाके में हमले किए थे। तालिबान ने इस क्षेत्र से अफ़गान सैनिकों को भगाया और इस क्षेत्र पर नियंत्रण प्राप्त किया था। साथ ही तालिबान ने हेल्मंड में बिजली की यंत्रणा पर हमला किया था। इस वजह से पूरा हेल्मंड अंधेरे में डुबा रहा। साथ ही तालिबान ने हेल्मंड-कंदहार राजमार्ग पर भी नियंत्रण प्राप्त किया था।

इसके बाद अमरीका और अफ़गानिस्तान के सुरक्षा बलों ने हेल्मंड में तालिबान के विरोध में जोरदार कार्रवाई शुरू की है। रविवार के दिन अमरीका ने तालिबान के ठिकानों पर जोरदार हवाई हमले किए। इस हवाई कार्रवाई में ८० तालिबानी ढ़ेर होने का समाचार प्राप्त हुआ था। इसी बीच अफ़गानिस्तान के सुरक्षा बलों ने भी तालिबान पर जोरदार जवाबी हमला किया। इस वजह से इस क्षेत्र में तालिबान और अफ़गान सुरक्षाबलों के बीच जोरदार संघर्ष हो रहा है। बीते दो दिनों में हुई इस कार्रवाई में मारे गए तालिबानी आतंकियों की संख्या अब तक १७० तक जा पहुँची है।

afghan-commandoअभी भी यह संघर्ष रुका नहीं है। इस संघर्ष की वजह से हेल्मंड में ४,५०० लोग विस्थापित हुए हैं। अगले दिनों में यह संघर्ष अधिक तीव्र होगा, ऐसा कहा जा रहा है। कतार की राजधानी दोहा में अफ़गानिस्तान और तालिबान के बीच शांतिवार्ता होने के दौरान भड़का हुआ यह संघर्ष पूरे विश्‍व का ध्यान आकर्षित कर रहा है। साथ ही इस शांतिवार्ता की सफलता पर भी सवाल उपस्थित हो रहे हैं।

इसी बीच अफ़गानिस्तान स्थित अमरिकी लष्करी कमांडर ऑस्टिन स्कॉट मिलर ने तालिबान को तुरंत हिंसा बंद करने का इशारा दिया है। अमरीका और तालिबान के बीच हुआ शांति समझौता और अफ़गानिस्तान-तालिबान शांतिवार्ता से यह हिंसा मेल नहीं रखती, यह बयान मिलर ने किया है। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने अमरीका दिसंबर तक अफ़गानिस्तान से सेना की वापसी करेगी, यह संकेत दिए थे। इस पृष्ठभूमि पर अफ़गानिस्तान में तालिबान के हमले बढ़े हैं, ऐसा विश्‍लेषकों ने कहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.