विद्रोहियों के हमले में म्यांमार के १५ सैनिक ढ़ेर

myanmar-militaryयंगून/बँकॉक – म्यांमार में जुंटा लष्करी हुकूमत और विद्रोहियों के बीच संघर्ष जारी है। भारतीय सीमा के पास म्यांमार के चिन प्रांत में विद्रोहियों ने सेना पर किए हमले में १५ सैनिक मारे गए। इसी दौरान विद्रोहियों ने थायलैण्ड की सीमा के करीब लष्करी अड्डे पर हमला करके कब्ज़ा किया है। इसके बाद म्यांमार की सेना ने थायलैण्ड की सीमा के करीब हवाई हमले किए। लोकतंत्र के समर्थन में उतरे प्रदर्शनकारियों पर जुंटा हुकूमत की कार्रवाई को रोका नहीं गया तो म्यांमार का सीरिया जैसा हाल होगा, ऐसा इशारा संयुक्त राष्ट्रसंघ ने कुछ दिन पहले ही दिया था।

भारत और बांगलादेश के करीब स्थित चिन के पहाड़ी प्रांत में ‘चिनलैण्ड डिफेन्स फोर्स-सीडीएफ’ नामक विद्रोही संगठन ने सोमवार के दिन म्यांमार की सेना पर हमला किया। मिंदात क्षेत्र में सैनिकों को पहुँचा रहे ट्रक पर ‘सीडीएफ’ के विद्रोहियों ने गोलीबारी की। इस हमले में ट्रक को आग लगने के फोटो भी स्थानीय मानव अधिकार संगठन ने सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध किए हैं। इस हमले के बाद म्यांमार की सेना ने चिन प्रांत की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त फोर्स रवाना की है।

myanmar-militaryम्यांमार की जुंटा हुकूमत के अत्याचारों के विरोध में विद्रोहियों ने ४ अप्रैल के दिन ‘सीडीएफ’ नामक सशस्त्र संगठन का गठन किया होने का दावा हो रहा है। ‘सीडीएफ’ के हथियारों के भंड़ार में रायफल्स एवं अन्य हथियार मौजूद होने का दावा किया जा रहा है। जुंटा हुकूमत के खिलाफ इस सशस्त्र संघर्ष में हम अकेले नहीं हैं, अन्य शहर और ग्रामिण इलाकों के युवा भी इसमें शामिल होंगे, ऐसा दावा इस संगठन के एक सदस्य ने किया। नए से गठित हुई ‘सीडीएफ’ को म्यांमार की अन्य विद्रोही संगठनों का समर्थन होने का दावा भी हो रहा है।

myanmar-military‘सीडीएफ’ के विद्रोही म्यांमार के पश्‍चिमी हिस्से में हमला कर रहे हैं और तभी ‘करेन नैशनल युनियन-केएनयू’ नामक पुराने विद्रोही संगठन ने थायलैण्ड की सीमा के पास म्यांमार के लष्करी अड्डे पर हमला किया। मंगलवार की सुबह को ‘केएनयू’ के विद्रोहियों ने इस हमले को अंजाम दिया और लष्करी अड्डे पर कब्जा किया। इस हमले में कितने सैनिक मारे गए, इसकी जानकारी केएनयू या म्यांमार की लष्करी हुकूमत ने प्रदान नहीं की है। लेकिन, इस हमले के बाद म्यांमार की सेना ने संबंधित ठिकाने पर हवाई हमले किए होने का वृत्त है। जुंटा हुकूमत पर हमले कर रहे इन विद्रोही संगठनों को म्यांमार की जनता का समर्थन प्राप्त होने की खबरें सामने आ रही हैं।

इसी बीच, जुंटा हुकूमत ने लोकतंत्र के समर्थन में उतरे प्रदर्शनकारियों की हुई कार्रवाई पर आसियान के सदस्य देशों ने हाल ही में हुई बैठक के दौरान आलोचना की और हिंसा रोकने का आवाहन भी किया। लेकिन, जुंटा हुकूमत ने आसियान का यह आवाहन ठुकराया है।

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