गडचिरोली में मुठभेड़ में १३ माओवादी ढेर

गडचिरोलीमुंबई – महाराष्ट्र के गडचिरोली जिले की इटापल्ली के जंगल में ‘सी-६०’ कमांडो पथक के जवानों ने १३ माओवादियों को मार गिराया। इनमें माओवादियों के उत्तर गडचिरोली विभाग के प्रमुख सदस्य का भी समावेश है। मुठभेड़ के स्थान पर बड़े पैमाने पर हथियार और विस्फोटकों का भंडार बरामद किया गया है।

सन २०१८ में गडचिरोली के बारीया-कसनासूर में जवानों ने ४१ माओवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। उसके बाद गडचिरोली में माओवादियों के विरोध में जारी मुहिम को मिली यह दूसरी सफलता है, ऐसा गडचिरोली के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनिष कलवानी ने कहा है।

गडचिरोली में फिलहाल तेंदूपत्ता का मौसम होकर इस दौर में माओवादी यहाँ के तेंदूपत्ता व्यापारियों से फिरौती वसूल करते हैं। इस वसूली के लिए कुछ माओवादी इटापल्ली के पायडी-कोटामी के जंगलों में आनेवाले होने की खबर पुलिस को मिली थी। उसके बाद माओवादी विरोधी कार्रवाई के लिए विकसित किए गए ‘सी-६०’ कमांडो पथक की चार टुकड़ियाँ मुहिम के लिए रवाना हुईं।

माओवादियों को पकड़ने के लिए जवानों ने ट्रैप लगाया। जंगल में एक स्थान पर माओवादी इकट्ठा होने लगे। यहाँ जवानों को देखते ही माओवादियों ने गोलीबारी शुरू की। उसके बाद बड़ी मुठभेड़ हुई। दोनों तरफ से लगभग डेढ़ घंटे गोलीबारी जारी थी। जवानों को इस इलाके में १३ माओवादियों के शव मिले होकर, उनमें सात महिला माओवादियों का भी समावेश है। माओवादियों से एके-४७ राइफल, एसएलआर राइफल, ३०३ राइफल, १२ बोअर राइफल समेत आयईडी भी बरामद किया गया।

इसी बीच, छत्तीसगढ़ से सटी हुई महाराष्ट्र की सीमा में पिछले कुछ दिनों से माओवादियों की गतिविधियाँ बढ़ीं थीं। डेढ़ महीने पहले छत्तीसगढ़ में माओवादियों ने, सीआरपीएफ और छत्तीसगड पुलिस के गश्तीपथक पर किए हमले में २२ जवान शहीद हुए थे। उसके बाद छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ़ बड़ी मुहिम चलाई गई। उस कारण कुछ माओवादी महाराष्ट्र सीमा में दाखिल हुए हैं। उसी के साथ, माओवादियों में कोरोना का संक्रमण फैला होने की भी ख़बर है।

कोरोना से संक्रमित हुए माओवादी आत्मसमर्पण करें, उसके बाद उनका इलाज किया जाएगा, ऐसा आवाहन छत्तीसगढ़ समेत आंध्र प्रदेश और तेलंगाना सरकार ने किया था। उसे प्रतिसाद देकर, कोरोना से संक्रमित हुए कुछ माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।

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