येमेन के हौथी बागियों ने सऊदी के ‘रॉयल पैलेस’ पर मिसाइल दागे, सऊदी की यंत्रणा ने सफलता से मिसाइल को भेदा

रियाध: येमेन के हौथी बागियों ने सऊदी अरेबिया की राजधानी ‘रियाध’ की दिशा में बैलेस्टिक मिसाइल दागा। लेकिन हौथी बागियों का मिसाइल रियाध पर गिरने से पहले ही सऊदी के लष्कर ने पॅट्रियॉट यंत्रणा की सहायता से इस मिसाइल को हवा में ही भेदा। सऊदी के राजा सलमान की हवेली को लक्ष्य बनाने के लिए इस मिसाइल को प्रक्षेपित किया गया है, ऐसा आरोप सऊदी की यंत्रणाओं ने किया है। हौथी बागियों ने सऊदी पर किए इस हमले का अमरिका ने तीव्र शब्दों में निषेध व्यक्त किया है।

हौथी

रियाध के ‘अल-यमामा’ इस राजे सलमान की हवेली पर ‘वोल्कॅनो एच-२’ बैलेस्टिक मिसाइल दागने की घोषणा हौथी बागियों ने की है। येमेन के हौथी बागियों से संलग्न ‘अल-मसिराह’ इस न्यूज़ चैनल ने बागियों के हवाला से यह जानकारी प्रसिद्द की है। मंगलवार की शाम राजे सलमान हवेली में बैठक, महत्वपूर्ण व्यक्तियों के साथ मुलाकात में व्यस्त थे, तब यह हमला हुआ है।

इस बैलेस्टिक मिसाइल ने सऊदी की सीमारेखा पार करते ही सऊदी की यंत्रणा सतर्क हुई। आगे इन यंत्रणाओं ने हवा में लक्ष्य को भेदने के लिए पहचाने जाने वाली ‘पॅट्रियॉट’ इस यंत्रणा का इस्तेमाल करके बागियों के मिसाइल को भेदा। इस मिसाइल के हमले की वजह से कसी भी प्रकार की हानि नहीं हुई है, यह जानकारी सऊदी के लष्कर के वरिष्ठ अधिकारी ने दी है।

इस से पहले ४ नवम्बर को हौथी बागियों ने सऊदी की राजधानी पर बैलेस्टिक मिसाइल दागा था। लेकिन सऊदी की यंत्रणा ने उस समय भी बागियों के मिसाइल को सफलतापूर्वक भेदा था। इस से पहले हौथी बागियों ने सऊदी के सीमा इलाकों में और लष्करी अड्डों पर मिसाइल हमले किए थे। लेकिन पहली बार हौथी बागियों ने बैलेस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल करने की वजह से आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है।

उसी दौरान, हौथी बागियों ने सीधा रियाध पर प्रक्षेपित किया हुआ बैलेस्टिक मिसाइल ईरानी बनावट का होने का आरोप सऊदी ने किया है। ईरान हौथी बागियों को मिसाइल की आपूर्ति करता है, इसका यह सबूत है ऐसी टीका सऊदी ने की है। पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्रसंघ की अमरिकी राजदूत ‘निकी हॅले’ ने दुनिया भर की मीडिया के सामने हौथी बागियों ने रियाध पर प्रक्षेपित किया हुआ मिसाइल प्रदर्शित किया था। यह मिसाइल मतलब ईरान के खिलाफ पुख्ता सबूत है और इस सबूत का ईरान इन्कार नहीं कर सकता, ऐसा हॅले ने कहा था। अमरिका के इन आरोपों को ईरान ने ख़ारिज किया था। साथ ही इस मिसाइल को देखने की अनुमति मिले यह मांग भी ईरान ने की थी। संयुक्त राष्ट्रसंघ ने भी यह मिसाइल ईरानी बनावट का है और उसके सबूत मिले हैं, ऐसा कहा था।

दौरान, इस बात को कुछ दिन भी पूरे नहीं हुए हैं और हौथी बागियों ने और एक मिसाइल हमला करके इस क्षेत्र का वातावरण विस्फोटक बनाया है।

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