यमन के बागियों ने किया ईरानी मिसाइल का इस्तेमाल संयुक्त राष्ट्रसंघ की रपट

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

संयुक्त राष्ट्र – ईरान के सामने नया संकट खडा हुआ है| यमन में शुरू संघर्ष में हौथी बागियों ने ईरान में बने मिसाइल लौंचर का इस्तेमाल किया है, यह स्पष्ट हुआ है| इस वजह से यमन में नरसंहार में हौथी बागियों के साथ ईरान भी उतना ही दोषी है, यह आलोचना शुरू हुई है| लेकिन अब तक संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव ईरान के विरोध भुमिका लेने से बचते रहे है|

पिछले चार वर्षों से यमन में शुरू संघर्ष पर मंगलवार के दिन संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा समिती की विशेष बैठक हुई| इस बैठक में महासचिव ऐंटोनियो गुतेरस इन्होंने यमन में शुरू संघर्ष में हौथी बागियों ने किये मानवाधिकार के उल्लंघन पर कडी आलोचना की है| साथ ही हौथी बागियों ने इस्तेमाल किये शस्त्रों की जांच करके तैयार किये रपट पर भी चर्चा हुई है| इस चर्चा में महासचिव गुतेरस इन्होंने हौथी बागियों से बरामद किये हुए राकेट लौंचर्स ईरान में बने है, यह स्पष्ट किया| यह दोनों राकेट लौंचर्स का निर्माण २०१६ और २०१७ में हुआ है, यह जानकारी गुतेरस इन्होंने दी|

साथ ही हौथी बागियों के लिए तस्करी किए मिसाइलों का भी जिक्र संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव ने किया| जमीन से हवा में हमला करने के लिए बने यह मिसाइल ईरान का निर्माण होने की आशंका गुतेरस ने व्यक्त की| वही, इस वर्ष २५ मार्च से ११ अप्रैल के दौरान हौथी बागियों ने सऊदी अरेबिया पर छोडे मिसाइल के तुकडों का भी परिक्षण किया| इस परिक्षण से यह मिसाइल छोटे दूरी के ‘कियाम १’ मिसाइल हो सकते है, यह दावा गुतेरस ने किया|

संयुक्त राष्ट्रसंघ के महासचिव ने अपनी प्रतिक्रिया में ईरान को दोषी नही कहा है| साथ ही यह मिसाइल तस्करी करके हौथी बागियों तक पहुंचा कर ईरान ने संयुक्त राष्ट्रसंघ के नियमों का उल्लंघन किया है, यह आरोप भी उन्होंने रखे नही है| जनवरी २०१६ से ईरान के मिसाइल निर्यात और आयात पर प्रतिबंध लगाये गए है| इस वजह से प्रतिबंधों के दौरान यदि ईरान ने मिसाइल की आपुर्ति की होगी तो ही वह राष्ट्रसंघ के नियमों का उल्लंघन होगा, यह गुतेरस इनकी भुमिका है| यह दाखिला देकर गुतेरस इन्होंने अगले बैठक तक ईरान को दोषी कह नही सकते, यह स्पष्ट किया है|

यमनी बागियों पर सऊदी अरेबिया और मित्र देशों ने किये हमले से हुए नरसंहार का मुद्दा संयुक्त राष्ट्रसंघ लगातार उपस्थित कर रहा है| इसके लिए सऊदी अरेबिया को राष्ट्रसंघ कटघरे में खडा कर रहा है| लेकिन संयुक्त राष्ट्रसंघ हौथी बागियों को सहायता कर रहे ईरान को जिम्मेदार पकडने के लिए तैयार नही है, यह बात इस दौरान फिर से स्पष्ट हुई है| हौथी बागियों के पास ईरानी मिसाइल मिलने पर भी संयुक्त राष्ट्रसंघने इस विषय में अपनाई भूमिका अमरिका, सऊदी अरेबिया और मित्रदेशों की कडी आलोचना को आमंत्रित कर सकती है|

संयुक्त राष्ट्रसंघ ईरान के संबंधों में उदार और सऊदी अरेबिया को लेकर कडी नीति अपना कर पक्षपात कर रहा है, यह आरोप और भी पुख्ता होगे| अमरिका और सऊदी अरेबिया से यह मुद्दा उपस्थित होने की कडी आशंका है| ईरान ने कुछ हफ्तों पहले किए मिसाइल परीक्षण पर आपत्ति जताकर अमरिका ईरान पर प्रतिबंध लगाने की मांग रख रही है| यमनी बागियों के पास ईरानी शस्त्र मिलने से अमरिका ईरान पर प्रतिबंध लगाने की मांग फिरसे उठाए बिना रहेगा नही|

इसके पहले भी ईरान यमनी बागियों के लिए शस्त्रों की आपुर्ति करता रहा है, यह आरोप हुए थे| लेकिन ईरान ने यह आरोप ठुकराए थे|

Leave a Reply

Your email address will not be published.