कोरोना के लिए चीन के वुहान की लॅब ज़िम्मेदार – रशियन प्राध्यापक का दावा

वॉशिंग्टन/मॉस्को, (वृत्तसंस्‍था) – ‘वुहान की लॅब में संशोधक पिछले दस सालों से कोरोनावायरस के अलग अलग प्रकारों पर संशोधन कर रहे थे। उनकी मूर्खता से ही आज यह संकट टूट पड़ा है’, ऐसा खलबली मचानेवाला दावा रशियन प्राध्यापक पेट्र शुमाकोव्ह ने किया। दो दिन पहले फ्रान्स के नोबेल विजेता वैज्ञानिक लुक मौंटेनीर ने भी, इस संक्रमण का निर्माण वुहान लॅब में ही हुआ, ऐसा डटकर कहा था। पहले ही अमरीका, ब्रिटन, ऑस्ट्रेलिया, जापान इन देशों ने घेराबंदी करने के कारण मुश्किल में फ़ँसे चीन को अब संशोधकों ने दर्ज़ किये निष्कर्ष का जवाब वैज्ञानिक सबूत के साथ देना पड़नेवाला है। फिलहाल तो इस मोरचे पर चीन के पास सन्तोषजनक उत्तर ना होने का दिखायी दे रहा है।

रशिया की राजधानी मॉस्कोस्थित ‘एंजलहार्ट इन्स्टिट्यूट ऑफ मॉलिक्युलर बायोलॉजी’ में सूक्ष्मजीवशास्त्र के विख्यात प्राध्यापक होनेवाले शुमाकोव्ह ने स्थानीय अख़बार से बातचीत करते हुए यह जानकारी दी। ‘चीन की वुहान लॅब में संशोधक कोरोना के  प्रकारों पर संशोधन कर रहे हैं। इस संशोधन के दौरान वे कई बार मूर्खतापूर्ण प्रयोग करते हैं’, ऐसा कहकर चिनी संशोधकों के कुछ वाहियात प्रयोगों के उदाहरण भी शुमाकोव्ह ने दिये।

दो दिन पहले रशिया की पूर्व स्वास्थ्यमंत्री तथा ‘फेडरल मेडिकल-बायोलॉजिकल एजन्सी’ की प्रमुख ‘वेरोनिका स्वोर्त्सोवा’ ने भी, कोरोनावायरस मानवनिर्मित वायरस होने की संभावना जतायी थी। इससे पहले चीन से ही दुनियाभर में फ़ैले सार्स और वर्तमान कोरोनावायरस इनके फ्रॅग्मेंट्स ९४ प्रतिशत समान होने का निष्कर्ष वेरोनिका ने दर्ज़ किया था।

महज़ दो दिन पहले फ्रेंच नोबेल विजेता वैज्ञानिक लुक मौंटेनीर ने भी, वुहान लॅब से ही कोरोना की उत्पत्ति हुई, ऐसा कहा था। लगभग बीस सालों से वुहान की लॅब में कोरोनावायरस पर संशोधन शुरू था और इस संशोधन पर चीन ने अच्छीख़ासी महारत हासिल की, इस मौंटेनीर ने किये दावे की पुष्टि, रशियन प्राध्यापक शुमाकोव्ह ने दी हुई जानकारी करती है। चीन के साथ अच्छे संबंध रखे हुए रशिया जैसे देश ने किया यह आरोप चीन की मुश्किलें बढ़ानेवाला है।

कोरोनावायरस के संक्रमण ने रशिया में साढ़ेपाँचसौ से अधिक लोगों की जानें लीं होकर, ६२ हज़ार रशियन्स इस संक्रमण से बाधित हुए हैं। यह महामारी यानी रशिया के सामने खड़ीं सबसे भयंकर चुनौतियों में से एक साबित होगी, ऐसा स्पष्ट एहसास रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतीन ने अपने देशबांधवों को करा दिया है। चीन के साथ अच्छे संबंध रखना, यह हालाँकि रशिया की अमरीकाविरोधी नीति का अत्यंत महत्त्वपूर्ण भाग है, फिर भी कोरोनावायरस की महामारी के कारण रशिया में भी चीन के ख़िलाफ़ माहौल ग़र्म होने लगा दिखायी दे रहा है। प्राध्यापक शुमाकोव्ह ने, वुहान की लॅब में होनेवाले प्रयोगों की जानकारी देकर, यह मूर्खता होने की जो टिप्पणी की है, वह इस बात को अधोरेखित कर रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.