भारतीय रक्षाबलप्रमुख की अमरीका यात्रा ऐतिहासिक साबित हुई – अमरिकी रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन

वॉशिंग्टन – भारत के रक्षाबलप्रमुख जनरल बिपीन रावत की अमरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन की यात्रा ऐतिहासिक साबित हुई है, यह दावा अमरिकी रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन ने किया। रक्षामंत्री ऑस्टिन ने स्वयं सोशल मीड़िया पर अपनी यह प्रतिक्रिया दर्ज़ की है। भारतीय रक्षाबलप्रमुख के साथ दोनों देशों की रक्षा भागीदारी और अतंरिक्ष एवं सायबर क्षेत्र के साथ उभरती लष्करी तकनीक पर गहरी बातचीत हुई, ऐसा बयान पेंटॅगॉन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने किया है।

Rawat-Austinरक्षाबलप्रमुख जनरल बिपीन रावत ३० सितंबर के दिन अमरीका के दौरे पर गए थे। इस दौरान जनरल रावत ने अमरिकी रक्षाबलप्रमुख जनरल मार्क मिले से मुलाकात की थी। साथ ही अमरीका के रक्षामंत्री लॉईड ऑस्टिन के साथ भी जनरल रावत की बातचीत हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमरीका की यात्रा की थी। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन की द्विपक्षीय वार्ता हुई थी। इस बातचीत में दोनों देशों के रणनीतिक और लष्करी सहयोग का मुद्दा शीर्ष स्थान पर था। इसके बाद जनरल रावत ने अमरीका का दौरा करने का मुद्दा भारतीय माध्यम रेखांकित कर रहे हैं।

स्वतंत्र और मुक्त इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए दोनों देशों ने कमर कस ली है, यह बात जनरल रावत के साथ हुई हमारी बातचीत से स्पष्ट हुई। साथ ही दोनों देशों के रक्षाबलों की संयुक्त मुहिम चलाने के लिए आवश्‍यक समन्वय के मुद्दे पर भी जनरल रावत से बातचीत होने का बयान अमरिकी रक्षामंत्री ऑस्टिन ने किया है। इसी बीच पेंटॅगॉन के प्रवक्ता किर्बी ने भारतीय रक्षाबलों में एकात्मता एवं संयुक्त कार्रवाई की दिशा में जारी कोशिशों को अमरीका सहायता प्रदान करेगी, यह ऐलान किया। भारत के रक्षाबलप्रमुख और अमरिकी रक्षामंत्री के बीच अन्य देशों के साथ रक्षा संबंधी सहयोग व्यापक करने के मुद्दे पर भी बातचीत होने की जानकारी किर्बी ने साझा की।

इसी बीच, अफ़गानिस्तान में तालिबान की सत्ता स्थापित हुई है और तालिबान ने आतंकवाद की राह नहीं छोड़ी है, यह भी अब स्पष्ट हुआ है। साथ ही तालिबान और अल कायदा जैसे आतंकी संगठनों के साथ अब भी ताल्लुकात होने की चिंताजनक रपट सामने आ रही है। इससे पूरे विश्‍व को खतरा है और इसकी वजह से अमरीका भी असुरक्षित है, यह चिंता व्यक्त की जा रही है। ऐसी स्थिति में अफ़गानिस्तान में स्थित आतंकियों पर हमला करने के लिए अमरीका को अफ़गानिस्तान के पड़ोसी देशों में अपना अड्डा स्थापित करना है। इसके लिए अमरीका ने पाकिस्तान के सामने माँग रखी थी। साथ ही इस मुद्दे पर भारत के साथ भी चर्चा जारी होने का बयान अमरिकी विदेशमंत्री ब्लिंकन ने किया था। लेकिन, भारत ने इस पर प्रतिक्रिया दर्ज़ नहीं की है। रक्षाबलप्रमुख के इस अमरीका दौरे में इस मुद्दे पर बातचीत होगी, यह अनुमान कुछ लोगों ने व्यक्त किया था। लेकिन, इससे संबंधित जानकारी अब तक सामने नहीं आयी है। ऐसे में भारतीय नेता और रक्षाबलप्रमुख के अमरीका दौरे में पाकिस्तान को सबक सिखाने के मुद्दे पर सहमति होने की चिंता पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों ने व्यक्त की है। जल्द ही यह दोनों देश मिलकर पाकिस्तान पर कार्रवाई कर सकते हैं, यह इशारा भी इन पत्रकारों ने दिया है।

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