‘वुहान लैब लीक’ की जानकारी देनेवाले चीनी गुप्तचर अफसर ने लिया अमरीका में आश्रय – पश्‍चिमी माध्यमों का दावा

अमरीका में आश्रयलंदन – चीन के अंदरुनि सुरक्षा विभाग के उपमंत्री ‘डाँग जिंगवुई’ ने अमरीका में आश्रय लेने की खबरें प्राप्त हुई हैं। जिंगवुई ने चीन की वुहान लैब में कोरोना का उद्गम होने की (वुहान लैब लीक) जानकारी अमरीका तक पहुँचाई थी। इस वजह से जिंगवुई ने अमरीका में आश्रय लेना चीन के लिए काफी बड़ा झटका बनता है, यह पश्‍चिमी माध्यमों का कहना है। इसी बीच, ‘साउथ चायना मॉर्निंग पोस्ट’ नामक चीनी हुकूमत से ताल्लुकात रखनेवाले अखबार ने ‘जिंगवुई’ चीन में ही होने का दावा किया है। जिंगवुई ने चीन में मौजूद विदेशी जासूसों का साथ दे रहे सहायकों का बंदोबस्त करने के आदेश दिए होने का दावा इस अखबार ने किया है।

कोरोना के उद्गम स्थान की जाँच करने के आदेश देकर ९० दिनों में इसकी रपट पेश करने के आदेश अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने अपने गुप्तचर विभाग को दिए हैं। इसी बीच चीन के वुहान लैब में ही कोरोना के विषाणुओं का निर्माण किया गया और वहीं से यह विषाणु संक्रमित होने की बात स्पष्ट करनेवाली जानकारी अंतरराष्ट्रीय माध्यमों में प्रसिद्ध हो रही है। ऐसे में ही अमरीका में आश्रय लेनेवाले चीनी वैज्ञानिकों ने यह विषाणु चीन ने ही संक्रमित करने के सबूत हमारे पास होने का ऐलान किया था। इसके परिणाम दिखाई देने लगे हैं और अंतरराष्ट्रीय जनमत चीन के खिलाफ हुआ है। हाल ही में लंदन में हुई ‘जी ७’ की बैठक में भी इसकी छवि दिखाई पड़ी थी। इस बैठक में कोरोना के उद्गम की जाँच नए से करने की माँग उठाई गई और इस जाँच के लिए चीन सहायता करेगा, यह उम्मीद भी ‘जी ७’ के सदस्य देशों ने व्यक्त की थी।

अमरीका में आश्रयइसका दबाव अब चीन को महसूस होने लगा है। ऐसी स्थिति में डाँग जिंगवुई से जुड़ी खबर सामने आयी है। ‘गुवांबु’ नाम से चीन के गुप्तचर विभाग में पहचान रखनेवाले डाँग जिंगवुई को विदेशी जासूसों को रोकने का काम दिया गया था। अच्छी तरह से अपनी ज़िम्मेदारी निभाने की वजह से उन्हें बढ़ोतरी देकर चीन की ‘मिनिस्ट्री ऑफ स्टेट सिक्युरिटी’ (एमएसएस) का उपमंत्री नियुक्त किया गया था। लेकिन, इतने अहम पद पर नियुक्त जिंगवुई ने ही ‘वुहान लैब लीक’ की जानकारी अमरीका को प्रदान की थी। पश्‍चिमी माध्यमों ने प्रसिद्ध किए खबरों में ऐसे दावे किए गए हैं।

इस वजह से अब तक ‘वुहान लैब लीक’ मामले में नरम भूमिका अपनाने वाला बायडेन प्रशासन अगले दिनों में चीन के प्रति सख्त भूमिका अपना सकता है, ऐसे संकेत प्राप्त हो रहे हैं। इसी वजह से जिंगवुई के बारे में प्राप्त हुई इस खबर की बड़ी अहमियत होने की बात कही जा रही है। खास तौर पर जिंगवुई ने वुहान लैब लीक के दावों की पुष्टी करनेवाले सबूत या जानकारी सार्वजनिक की तो अमरीका के साथ सभी प्रमुख देश चीन के विरोध में खड़े होंगे। इस वजह से जिंगवुई से संबंधित प्राप्त हो रही खबरों पर निरीक्षकों की नज़रें लगी हुई हैं।

डाँग जिंगवुई फ़रवरी में ही अपनी लड़की डाँग यांग को लेकर हाँगकाँग से अमरीका पहुँचे होने की बात इस खबर में कही गई है। यह बात सामने आते ही चीन की भगदड़ शुरू हुई है। अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन और चीन के प्रतिनिधी यांग जेईची की अलास्का में हुई चर्चा में जेईची ने जिंगवुई को चीन के हाथों सौपने की माँग की थी। लेकिन, अमरीका ने इससे स्पष्ट इन्कार किया। इस वजह से दोनों देशों के बीच तीव्र मतभेद हुए थे, ऐसा पश्‍चिमी माध्यमों का कहना है। लेकिन, चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत से जुड़े ‘साउथ चायना मॉर्निंग पोस्ट’ नामक अखबार ने जिंगवुई से संबंधित खबरे झूठी होने का बयान किया है।

डाँग जिंगवुई चीन में ही है। सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि चीन में विदेशी जासूसों की तादाद बढ़ी है और इसका बंदोबस्त करना बड़ा आवश्‍यक होने का बयान जिंगवुई ने करने की बात कही गई है। साथ ही यह कार्रवाई करने के आदेश जिंगवुई ने ही जारी किए होने की जानकारी ‘साउथ चायना मॉर्निंग पोस्ट’ ने प्रदान की है।

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