दुष्ट शक्तियों से छुटकारा देने वाले एक्झोर्सिझम का व्हॅटिकन की तरफ से प्रशिक्षण

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

रोम: सैतानी और दुष्ट शक्तियों ने पछाड़े हुए इंसानों को इससे छुटकारा देने के लिये प्रशिक्षण देने वाला ‘एक्सोर्सिझम’ का कोर्स व्हॅटिकन ने शुरू किया है। करीब ५० देशों के २५० से अधिक धर्मोपदेशक इसका प्रशिक्षण लेने के लिए आए हैं। भूतबाधा और दुष्ट शक्तियों के प्रभाव के नीचे आने वालों की संख्या तेजीसे बढ़ रही है, ऐसे में इससे छुटकारा देने वाले शास्त्र के तौर पर ‘एक्सोर्सिझम’ की तरफ देखा जा रहा है। इसमें नरविज्ञान, धर्मशास्त्र और मनोविज्ञान के अभ्यास का भी समावेश है। ख्रिस्तधार्मियों की सर्वोच्च संस्था माने जाने वाले व्हॅटिकन मे सन २००५ इस तरह का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

दुष्ट शक्तियों का प्रभाव प्रचंड संख्या में बढ़ रहा है और उनकी तकलीफ को हम बर्दाश्त करते हैं, ऐसा कहने वाले बहुत से लोग हमें मिलते हैं, ऐसी जानकारी ‘एक्सोर्सिझम’ के प्रशिक्षण के लिए आए धर्मोपदेशकों ने मीडिया को दी। अकेले इटली में हर साल पांच लाख लोग दुष्ट शक्तियों के प्रभाव के नीचे आ रहे हैं। लेकिन उससे छुटकारा देने वाले ‘एक्सोर्सिस्ट’ की संख्या सिर्फ ४०० के आसपास है। ऐसी परिस्थिति में भूतबाधा और दुष्ट शक्तियों के प्रभाव से इन लोगों को छुड़ाने के लिए प्रशिक्षित ‘एक्सोर्सिस्ट’ की माँग बढ़ रही है, यह जानकारी सामने आई है। ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने इस सन्दर्भ में पिछले वर्ष महत्वपूर्ण संदेश दिया था।

पिछले वर्ष जब एक्सोर्सिझम का कोर्स शुरू था तब आदरणीय पोप फ्रांसिस ने ‘इस तरह की तकलीफ सेहन करने वालों को धर्मोपदेशक एक्सोर्सिस्ट के पास भेजें, इस बारे में संकोच करने की कोई आवश्यकता नहीं है’, ऐसा कहा था। इस आवाहन का प्रभाव दिखाई दे रहा है और इसके लिए आदरणीय पोप महोदय का सब लोग आभार मान रहे हैं। इस वर्ष के ‘एक्सोर्सिझम’ के कोर्स को मिल रहा रिस्पांस इसीका ही प्रमाण दे रहा है। इसके लिए ५० देशों से आए धर्मोपदेशकों ने इस सन्दर्भ में अपने अनुभव का कथन किया है।

इटली में भूतबाधा और दुष्ट शक्तियों से पछाड़े जानेवालों की संख्या बढ़ रही है, ब्रिटन जैसे देश से भी इन दुष्ट शक्तियों का प्रभाव बढने की शिकायतें आ रहीं हैं। इन सैतानी शक्तियों के बढ़ रहे प्रभाव से पूरी दुनिया को बहुत बढ़ा खतरा हो सकता है। मुख्य रूपसे तीसरे विश्वयुद्ध में इन दुष्ट शक्तियों का इस्तेमाल हो सकता है, ऐसा जानकारों का कहना है। ऐसे चुनौती भरे समय में ख्रिस्तधर्मियों के सर्वोच्च केंद्र व्हॅटिकन की तरफ से ‘एक्सोर्सिझम’ द्वारा नकारात्मक शक्ति से पछाड़े लोगों को छुटकारा देने के लिए की जाने वाली यह पहल बहुत ही सकारात्मक बात है।

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